चकिया/चन्दौली, जन सामना। किसान विरोधी तीनों काला कानून रद्द करो,न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सभी किसानों की उपज के सरकारी खरीद की गारंटी का कानून बनाओ।बिजली बिल 2020 रद्द करो, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करो,किसानों तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं।दिल्ली किसान आंदोलन जिंदाबाद, दिल्ली किसान आंदोलन के नेताओं का दमन बंद करो,किसान नेताओं पर लादे गए फर्जी मुकदमे वापस लो। तानाशाहीमोदी सरकार मुर्दाबाद सहित तमाम नारों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीयआह्वान अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले किसान नेताओं के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने चकिया में मार्च कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी चकिया को सौंपने के बाद स्थानीय गांधी पार्क में हुई। सभा को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि मोदी शाह की सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करने तथा इसे तोड़ने की लगातार कोशिश कर रही है। किंतु जिस तरीके से पूरे देश से दिल्ली के किसानों व उनके आंदोलन को समर्थन मिल रहा है। नए.नए समुदाय के लोग आंदोलन में बड़ी संख्या में भागीदारी कर रहे हैं। इसका नजारा आज चकिया में भी देखने को मिला। चकिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता साथियों ने भी मार्च में शामिल होकर दिल्ली किसान आंदोलन को समर्थन दिया। किसान नेताओं ने कहा कि मोदी शाह चाहे जितनी कोशिश कर ले दिल्ली किसान आंदोलन आगे बढ़ रहा है और अपने सवालों को हल करा कर ही समाप्त होगा। किसान नेताओं ने आगे कहा कि मोदी सरकार को इस किसान विरोधी काले कानून को वापस लेने में क्या दिक्कत हो रही है। जबकि पूरे देश का मजदूर किसान इस काले कानून के खिलाफ सड़क पर है। मोदी शाह की कार्यवाही देश में तानाशाही थोपने की कार्यवाही है जिसे लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। सभा को अखिल भारतीय किसान सभा जिला मंत्री लालचंद यादव,अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा राज्य सभा सचिव अनिल पासवान,शंभू नाथ यादव,सुखदेव मिश्र,जनवादी महिला समिति के नेता लालमणि विश्वकर्मा,राम किशन पाल,रामनिवास पांडेय, विजय राम सहित तमाम नेताओं ने संबोधित किया अध्यक्षता परमानंद ने किया।
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