Monday, November 18, 2024
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प्रदेश में लगे 12 लाख स्मार्ट मीटर को अविलम्ब हटाने की उपभोक्ता परिषद् ने उठाई मांग

लखनऊ। स्मार्ट मीटर यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 में भारी कमिया आयी सामने मचा हड़कंप केवल 60 प्रतिशत यू0ए0टी0 टेस्ट में परियोजना पास 40 प्रतिशत टेस्ट में भारी कमिया जबकि ऐसी परियोजना में 95 प्रतिशत यू0ए0टी0 टेस्ट में पास होना जरूरी।
यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 में भारी कमिया सामने आते ही पूरे प्रदेश में लगे 12 लाख स्मार्ट मीटर को अविलम्ब हटाने की उपभोक्ता परिषद् ने उठाई मांग और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से की मुलाकात कहा दोषियों पर हो कठोर कार्यवाही। और सरकार यह परियोजना करें बंद।
बिजली कम्पनियो में स्मार्ट मीटर परियोजना की यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 में भारी कमिया सामने आते ही हड़कंप मच गया। पूरे मामले को लेकर उ0प्र0 राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने आज प्रदेष के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा से शक्ति भवन स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर लम्बी चर्चा की और जनहित प्रस्ताव सौंपते हुए यह मांग उठायी की अब यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 में पूर्णतया पास न होने के बाद सरकार को ईईएसएल के खिलाफ कठोर से कठोर कदम उठाए और सरकार यह परियोजना बंद कर लगे लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर को उतरवाना चाहिए जिससे उपभोक्ताओ का विश्वास बना रहे।
उपभोक्ता परिषद् ने ऊर्जामंत्री के सामने विस्तार से यह मुद्दा उठाया की पहले पूरे प्रदेश में बिना यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 किए बिना ही लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर पूरे प्रदेश में लगवा दिए गये जो केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा जारी स्मार्ट मीटर गाइड लाइन का उल्लंघन भी है उपभोक्ता परिषद् आज जो खुलाशा करने जा रहा है वह बहुत ही गंभीर मामला है पावर कार्पोरेशन प्रबंधन के निर्देश पर बनी मध्यांचल प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में बनी 9 सदस्यों वाली यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 कमेटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलाशा हुवा है स्मार्ट मीटर परियोजना में सॉफ्टवेयर से लेकर एच0ई0एस एम0डी0एम सिक्योर्टी मीटर सहित यू0ए0टी0 में लगभग 775 टेस्ट किए गये जिसमे केवल स्मार्ट मीटर परियोजना यू0ए0टी0 462 टेस्ट ही पास कर पायी यानि केवल 60 प्रतिशत यू0ए0टी0 टेस्ट पास कर पायी जबकि 95 प्रतिशत टेस्ट पास होना जरूरी होता है 35 से 40 प्रतिशत यू0ए0टी0 टेस्ट में भारी कमिया सामने आयी है जो सिद्ध करता है की सिस्टम चलने योग्य नहीं जब तक इसमे सुधार न किया जाय। यू0ए0टी0 189 टेस्ट मे बहुत कमिया है और उस पर बहुत काम होना है। अगर आर0एफ0पी के बाहर की बात करे तो खुद ईईएसएल मान रहा केवल 52 अतरिक्त आवश्यकता है मलतब जो वर्तमान परिस्तिथ में बदलाव जरूरी है। ऐसे में 60 प्रतिशत केवल टेस्ट यू0ए0टी0 पास होना बड़ा सवाल है। वही दूसरी ओर अब यह देखना अभी यह टेस्ट कब तक चलता है यह रिपोर्ट फिलहाल 3 फरवरी को अब तक तक की गये टेस्ट पर आधारित है।
ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने अविलम्ब उपभोक्ता परिषद् के जनहित प्रस्ताव पर चेयरमैन पावर कार्पोरेशन को परीक्षण कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया और कहा बिना यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट यू0ए0टी0 मामले पर गंभीरता से विचार कर निर्णय ले सरकार उपभोक्ताओ के साथ है कोई दोषी बचने वाला नहीं है।
चाहे वह भार जंपिंग का मामला हो या स्मार्ट मीटर तेज चलने का मामला हो या फिर जन्मास्टमी के दिन लाखो स्मार्ट मीटर बंद होने का मामला हो या फिर सीपीआरआई में स्मार्ट मीटर फैल हनी का मामला हो या फिर बकाये पर भुगतान की दशा में 2-3 दिन तक संयोजन न जुड़ने का मामला हो सभी से उपभोक्ताओ का विश्वास स्मार्ट मीटर से उठा है। और सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह रहा की प्रबंधन की तरफ से दोषियों के खिलाफ कोई कठोर कार्यवाही नहीं हुई।