धानापुर/चन्दौली, जन सामना। ग्राम्या संस्थान एवं ऑक्सफैम के संयुक्त तत्वावधान में मरीजों के अधिकार को लेकर आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धानापुर में आशा, आशा संगिनी, एएनएम BCPM, MOIC, HEO के साथ संयुक्त बैठक की गई। जिसमें संस्थान की कोऑर्डिनेटर नीतू सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा मरीज अधिकार कानून बनाया गया है जिसका सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में कानून का पालन नही हो रहा है।इस कानून के बारे में किसी को जानकारी ही नही है। प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा मनमाने तरीके से धन उगाही की जा रही है एवं मरीजों को उचित सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं ।मरीजों के कुछ अधिकार दिए गए हैं जिसका पालन नहीं हो रहा है जो मरीजों के अधिकार का खुला उल्लंघन है। आगे ग्राम्या संस्थान के प्रोजेक्ट मैनेजर सुरेन्द्र ने बताया कि इस विषय पर गांव में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है एवं स्टाफ के साथ भी बैठकें की जा रही हैं। ताकि मरीजों के अधिकार सुनिश्चित हो सके एवं उनको बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो सके। इसके साथ ही मरीजों के अधिकार के साथ उनके कर्तब्यों की भी बात कही गई उसका भी पालन नही हो रहा है। इसलिए मरीजों के अधिकार को लेकर समुदाय स्तर व सेवाप्रदाता स्तर पर काम करने की जरूरत है तभी सबको बेहरत स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएगी।कार्यक्रम में मुख्य रूप से सरोज,आरती,पूनम, किरन, गीता, बिंदु, मीरा, बेबी, राधिका सहित कुल 37 लोगों ने भाग लिया।
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