करोना संक्रमण की वैश्विक स्थिति देखें तो करोड़ों लोग इस बीमारी से संक्रमित होकर लाखों लोग इस संक्रमण से ग्रसित होकर ईश्वर को प्यारे हो गए हैं। भारत के संदर्भ में 131 करोड़ की जनसंख्या वाला देश मैं कोविड-19 की पहेली लहर के बाद नियंत्रण में आ गया था। लेकिन इतनी बड़ी जनसंख्या को समझाना एवं उपचार करना देश के लिए एक दुष्कर कार्य था। पर केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों के भागीरथ प्रयास से इस पर नियंत्रण कर लिया गया था। इसी दौरान भारत के वैज्ञानिकों द्वारा कोविड-19 के संक्रमण की दो वैक्सीन का इजाद कर लोगों को काफी राहत दिलवाई एवं वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से भारत में होने लगा,वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की गाइडलाइंस पर काम करते हुए लोगों ने संयम बरतकर मास्क पहने भीड़ में ना जाने और लगातार हाथ धोने के चलते अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम लोगों को संक्रमण झेलना पड़ा, किंतु फिर निश्चिंत होकर कोविड-19 के संक्रमण की वैक्सीन के इजाद के बाद लापरवाही के चलते करोना संक्रमण तेजी से भारत में फैलने लगा है।
इतने कम समय में पूरे भारत की जनसंख्या को वैक्सीन लगाना संभव नहीं हो पाया, जिसके चलते भी लोग अति आत्मविश्वास के कारण संक्रमित होने लगे। महाराष्ट्र, केरल, पंजाब,दिल्ली, हरियाणा, तमिल नाडु गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण के केसेस बहुत तेजी से बड़े हैं, पूरे देश के संक्रमण के मामले में इन राज्यों में 80.4 प्रतिशत मामले इन्हीं प्रदेशों से दिखाई दिए । आम जनता फिर बेफिक्र होकर बाजार सिनेमाघरों और भीड़ वाली जगहों में निरंतर बिना मास्क लगाए अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। और भीड़ में ना जाने वाला नारा केवल नारा बनकर रह गया, इसी तरह लोग सैनिटाइजर का उपयोग ना कर ना ही लगातार हाथ धोने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। ऐसे में करोना एक को फैलने से 5 को फैलाने में सक्षम हो गया है, सरकार की चिंता तब और बढ़ गई है।
सरकार की चिंता पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में होने वाली रैलियों सभाओं के लिए भी बहुत ज्यादा है। चुनाव की रैलियों तथा सभाओं में हजारों लोग बिना गाइडलाइंस के व्यवहार करने पर आमादा होंगे,ऐसे में केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारों को भी तुरंत कोविड-19 की सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन का कार्य तथा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के दिए गए निर्देश पर अग्रिम कार्रवाई की जानी चाहिए।अन्यथा इन पांच राज्यों में जिनमें चुनाव होना है,संक्रमण का विस्फोट होने की पूरी संभावना है।क्योंकि कोरोना संक्रमण अन्य बीमारियों से ज्यादा खतरनाक एवं मृत्यु कारक है, ऐसे में आम जनता और सरकार को अभी से सजग हो जाना चाहिए। केंद्र का स्वास्थ्य मंत्रालय इसके लिए अभी से बहुत ज्यादा चिंतित है,और स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 8 राज्यों में जिसमें दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु,पंजाब तथा मध्य प्रदेश से रोजाना हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। केंद्र सरकार ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिए गए निर्देशों का पालन करने तथा कोविड-19 की प्रभावी वैक्सीन को लगवाने का आग्रह भी किया,पर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए नागरिकों को भी स्वयं अपनी रक्षा तथा अपने परिवार की रक्षा की जिम्मेदारी उठानी चाहिए। सरकार आपको दवाएं तथा वैक्सीन उपलब्ध करा सकती है, पर आप के दैनंदिनी के कार्यों पर रोक नहीं लगा सकती, संक्रमण से आमजन स्वयं की रक्षा स्वयं ही करनी होगी,।इतनी बड़ी जनसंख्या में यदि फिर करोना फैलना शुरू होगा ,तो वह ज्यामिति तरीके से फैलने लगेगा। और रोकथाम थोड़ी तकलीफ देह हो जाएगी। इसलिए स्वयं की सुरक्षा स्वयं ही करनी होगी।
संजीव ठाकुर, स्वतंत्र लेखक, रायपुर, छत्तीसगढ़