Monday, November 18, 2024
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उतना ही परोसे थाली में, व्यर्थ न जाए नाली में-अश्वनी जैन

फिरोजाबाद। विश्व में प्रतिवर्ष सात जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा दिसम्बर 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा खाद्य और कृषि संगठन के सहयोग से की गयी थी। यह दिवस मनाने का उद्देश्य समस्त जनमानस को जागरूक करना है। जो दूषित भोजन का सेवन करने से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाना है कि प्रत्येक व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन मिल सके। इस वर्ष की थीम स्वस्थ कल के लिए आज का सुरक्षित भोजन है। यह थीम सुरक्षित भोजन के उत्पादन और उपभोग पर केंद्रित है। भोजन के सुरक्षित होने से व्यक्तियों और अर्थव्यवस्था को तत्काल रूप से और लम्बे समय तक लाभ होता है।जिला विज्ञान क्लब के जिला समन्वयक अश्वनी कुमार जैन ने विश्व खाद्य दिवस पर सभी को जागरूक करते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य सभा ने विश्व में खाद्य जनित बीमारियों के बोझ को कम करने के लिए खाद्य सुरक्षा की दिशा में प्रयासों को मजबूत करने का निर्णय लिया गया है। खाद्य सुरक्षा यह भी सुनिश्चित करती है कि खाद्य सामग्री के उपभोग से पहले फसल का उत्पादन, भंडारण और वितरण तक खाद्य श्रृंखला का प्रत्येक पद पूर्ण रूप से सुरक्षित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दूषित खाद्य या बैक्टीरिया युक्त खाद्य से प्रति वर्ष 10 में से एक व्यक्ति बीमार हो जाता है। विश्व की आबादी के आधार पर यह संख्या साठ करोड़ से भी अधिक हो जाती है। समस्त विश्व में प्रतिवर्ष भोजन एवं जल जनित बीमारी से लगभग तीस लाख व्यक्तियों की मृत्यु हो जाती है। उन्होंने सभी को इस अवसर पर अपील करते हुए कहा कि आप सभी अपनी थाली में उतना ही परोसें, जिससे व्यर्थ भोजन नाली में न प्रवाहित करना पड़े। हम सभी को अपने भोजन को भी संतुलित लेना चाहिए। जिसमें भोजन के समस्त आवश्यक घटक उपस्थित हों।