Friday, May 17, 2024
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नींबू ! तुझमें अपार गुण

नींबू भारतवर्ष में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह भारत में सर्वत्र पाया जाता है तथा फलाहार योग्य न होने पर भी फलों में सर्वाधिक उपयोगी है। इसके तने की लम्बाई 5-7 फुट होती है। औषधीय उपयोग के अतिरिक्त इसका उपयोग अचार, सलाद और स्क्वैष आदि बनाने में किया जाता है। बरसात और ग्रीष्म ऋतु में नींबू का उपयोग लाभदायक होता है। विविध व्याधियों, व्यंजन और सफाई में उपयोगी होने के कारण प्रत्येक घर में इसकी उपस्थिति अनिवार्य प्राय हो गई है।
नींबू के फल का आकार आंवले से लेकर बेल के आकार जैसा होता है। विटामिन ‘सी’ प्रमुख मात्रा में पाया जाता है जिससे यह और भी उपयोगी है। नींबू के सरस गूदे के बाहर छिलके की एक मजबूत और मोटी पर्त होती है। इसका छिलका भी वसा युक्त होता है। यहां नींबू के कुछ उपयोगों की चर्चा की जा रही है-
1.अजीर्ण, अफारा या गर्मी के वजह से अगर जी मिचलाता हो, तो ऐसी स्थिति में नींबू को दो भागों में काटकर उसे सेंक दें तथा नमक और कालीमिर्च छिड़ककर चूसने से विषेष लाभ होता है।
2.नींबू के पत्तों में बहुत गुण होते हैं। इसे चबाने से या इसके उबले पानी से कुल्ले करने से मुंह की बदबू दूर हो जाती है।
3.चेहरे पर पाए जाने वाले दाग-धब्बों को दूर करने में भी नींबू काफी सहायक है। षराब, नींबू का रस और पुदीने का रस 2:1:1 में लेकर मिला लें तथा चेहरे पर मालिष करें। इससे दाग-धब्बे दूर हो जाएंगे और चेहरे के रंग में भी निखार आ जाएगा। चेहरा दमकने लगेगा।
4.गर्मी के कारण या मुंह की खराबी के कारण अगर मुंह और जीभ में दाने पड़ गए हों, तो सुबह-षाम को भोजन में एक नींबू रोज के प्रयोग से कुछ ही समय में दाने ठीक हो जाते हैं तथा विषेष लाभ मिलता है।
5.उल्टी और दस्त की षिकायत होने पर पानी की कमी से बचने के लिए जीवन रक्षक घोल-‘एक गिलास पानी, एक चुटकी नमक, दो चम्मच षक्कर तथा एक नींबू का रस’ डालकर बनाया जाता है, जिसे थोडे़-थोडे़ समयांतराल पर देने से षरीर से पानी की कमी नहीं होती तथा उल्टी और दस्त भी रुक जाता है।
6.बालों में रुसी होने पर अथवा बाल झड़ने पर नींबू के रस की कुूछ दिनों तक लगातार मालिष करने से रुसी समाप्त हो जाती है तथा बालों का झड़ना भी रुक जाता है।
7.अगर षरीर काफी मोटा हो गया हो और मोटापा घटाना हो, तो प्रतिदिन खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस और षहद समान मात्रा में मिलाकर पीने से मोटापा कुछ ही दिनों में कम हो जाता है। षरीर पतला और सुडौल हो जाता है।
8.सिर में जुएं होने पर नींबू और तुलसी का रस को सम भाग मिलाकर रगड़ने से और उसके बाद ताजे जल से धोने से कुछ ही समय में जुएं समाप्त हो जाते हैं।
9.भिंडी की सब्जी पकाते समय अगर उसमें नींबू का रस डाल दें, तो वह लसदार नहीं होगी। कुरकुरी बनी रहेगी।
10.एक चम्मच दूध, दो पंखुड़ी केषर और पांच-सात बूंद नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर मालिष करने पर निखार आ जाता है।
11.चावल को उबालते समय उसमें नींबू का थोड़ा-सा रस डाल देने से चावल सफेद तथा खिले-खिले बनेंगे, आपस में चिपके हुए नहीं रहेंगे।
12.अगर कपड़ों पर धब्बे पड जाएं, तो उन पर नींबू रगड़ने से धब्बे दूर हो जाते हैं।
13.रेषमी कपड़े धोते़ समय एक बाल्टी पानी में नींबू का रस डालकर कपडे़ को एक से दो घंटे तक भिगोने के बाद धोने से कपड़ों में एक अलग ही निखार आ जाता है।
14.शरीर के वह अंग जहां कपड़े नहीं होते, प्राय। काले पड़ जाते हैं। ऐसे स्थान पर नींबू रगड़कर उसके बाद स्नान करने से कालापन दूर हो जाता है।
15.नींबू के छिलके में नमक मिलाकर पीतल के बर्तन पर मलने से बर्तन चमक उठते हैं।
16.सप्ताह में एक बार नींबू के छिलके का भीतरी भाग नाखूनों पर धीरे-धीरे रगड़कर उसे कुछ देर बाद धो देने से नाखून मजबूत और चमकीले हो जाते हैं।
17.बालों को धोते समय पानी की बाल्टी में एक नींबू का रस निचोड़ने से बाल मुलायम और चमकीले होते हैं।
18.नींबू के छिलकों को एक कटोरी पानी में डालकर फ्रिज में रखने से फ्रिज की दुर्गंध दूर हो जाती है तथा उसमें भीनी-भीनी खुषबू फैल जाती है।
19.नींबू के छिलकों का भी अचार बनाया जा सकता है। सर्वप्रथम छिलकों को लंबाई में महीन -महीन काट लें और थोड़ा नमक लगाकर धूप में डाल दें। दो दिन में ही नमक पानी छोड़ देगा, उसमें सिरका, काला नमक, कालीमिर्च, सोंठ और अजवाइन के साथ लाल मिर्च डालकर भली-भांति धूप में रखें। पांच-सात दिन में ही लाजवाब अचार तैयार हो जाएगा।
इस प्रकार यह स्पष्ट हो गया है कि औषधीय गुणों के अतिरिक्त भी नींबू में अनेक उपयोगी गुण हैं जिसके कारण इसका प्रत्येक घर में रहना आवष्यक नहीं, अनिवार्य भी है।
डॉ. हनुमान प्रसाद उत्तम