हाथरस। नवनिर्मित ओवरब्रिज पर आवागमन शुरू होते ही शहर की एक विकराल समस्या का समाधान हो गया है। हांलाकि इसमें अड़चनें बहुत आई थी और शासन के सहयोग से उनका भी समाधान हुआ। अंततोगत्वा आज एक सुखद अनुभूति हो रही है। यह उद्गार जिले से भाजपा के पूर्व सांसद रहे राजेश दिवाकर ने इंटरनेशनल एडवोकेट ऑर्गेनाइजेशन द्वारा किए गए स्वागत के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि निर्वाचित होने के बाद सरकार बनते ही मेरी प्रथमिता में ओवरब्रिज का निर्माण पहली पंक्ति में था। पहले ओवरब्रिज निर्माण का पास होना, बजट, सेतु निर्माण की तमाम औपचारिकतायें, फिर रेलवे और उसकी औपचारिकतायें कुल मिलाकर शासन, प्रशासन वा पार्टी स्तर से मिले फुल सपोर्ट का नतीजा है हाथरस तालाब का ओवरब्रिज निर्माण। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष त्रिलोकी शर्मा एडवोकेट ने की व संचालन देवेश दीक्षित एडवोकेट किया।स्वागत करने वालों में त्रिलोकी शर्मा एडवोकेट के अलावा महिला विंग अध्यक्ष मनु भट्ट एडवोकेट, रजत शर्मा, राजू वार्ष्णेय, मोहित कश्यप, देवेश दीक्षित, हेमंत वार्ष्णेय, गोविंद उपाध्याय, प्रदीप वार्ष्णेय, सत्यप्रकाश कौशिक, दामिनी वार्ष्णेय, नवीन कुमार वार्ष्णेय व संजय दीक्षित एडवोकेट आदि अधिवक्ता मौजूद थे।वही के अध्यक्ष त्रिलोकी शर्मा एडवोकेट ने कहा कि आजादी से पहले से बनी हुई जाम की समस्या जो दिनोंदिन विकराल हो रही थी, उसके लिए संसद में मांग उठाने के अलावा करीब आधे दर्जन से ज्यादा बड़ी अड़चनों का सामना करते हुए पूर्व सांसद राजेश दिवाकर ने ओवरब्रिज निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाई है। इसलिए आर्गेनाइजेशन ने आज उनका स्वागत किया है। हम अन्य सहयोगियों व शासन-प्रशासन का भी आभार व्यक्त करते हैं।