रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता| सोमवार को ऊंचाहार में टाउन एरिया के नगर पंचायत कार्यालय में सीएचसी के डॉक्टरों द्वारा लगाए गए कैंप में चिकित्सा विभाग द्वारा ही तय किए गए गाइडलाइन को दरकिनार कर दिया गया। बतातें चलें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा नगर पंचायत कार्यालय में लगाए गए वैक्सिनेशन कैंप में मरीजों को कोवैक्सीन की डोज लगाई गई ।जिसमें अधिक संख्या में पहली और दूसरी डोज के लोगों ने अपना वैक्सीनेशन करवाया।इस दौरान वैक्सीनेशन सेंटर पर सीएचसी के डॉक्टरों द्वारा और नगर पंचायत कार्यालय की व्यवस्था में कई खामियां पाई गई ।जिसमें वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों को वैक्सीनेट होने के तुरंत बाद ही घर जाने के लिए छोड़ दिया गया।इसके बाद वैक्सिनेट हुए मरीजों को डाक्टरों द्वारा पैरासिटामोल की टेबलेट भी नहीं दी गई। सवाल यह है कि पूर्व में सीएचसी द्वारा ही लगाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पर मरीजों के वैक्सिनेशन के बाद लगभग आधे घंटे सेंटर पर चिकित्सीय परीक्षण के लिए बैठाने के बाद ही छोड़ा गया था और सभी को पेरासिटामोल की टेबलेट भी दी गई थी।लेकिन आज के नगर पंचायत कार्यालय में लगे इस कैंप में सब कुछ इसके विपरीत था।
वैक्सीनेशन सेंटर पर उपस्थित डॉक्टरों से जब इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमें सीएचसी द्वारा पैरासीटामोल टेबलेट नहीं उपलब्ध कराई गई और मरीजों को आधे घंटे बैठने के लिए कहा जाता है लेकिन वह रुकते नहीं। उपरोक्त विषय पर सीएचसी अधीक्षक एम.के.शर्मा ने बताया कि ऊंचाहार की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पैरासीटामोल टेबलेट की सोर्टेज है जिसकी वजह से वैक्सीनेशन के बाद यह दवा मरीजों को उपलब्ध नहीं कराई गई।वैक्सिनेशन के बाद मरीजों को वैक्सीनेशन सेंटर पर चिकित्सीय चेकअप के लिए बैठाने की व्यवस्था पर भी उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद मरीजो को बैठाने के परीक्षण में अधिकतर पाया गया है कि वैक्सिनेट हुए लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई है और सबके अपने काम होने की वजह से कोई रुकता भी नहीं।