सासनी। क्षेत्र में इस समय डेंगू और बुखार तथा अन्य बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। इसके लिए लोग अपना उपचार भी करा रहे हैं। मगर झोलाछाप डाक्टरों ने अपना जाल चहुंओर फैला दिया है। झोलाछाप डाक्टरों की छोटी-छोटी दुकानों में डेंगू के मरीजों का उपचार चल रहा है। मरीजों की जान के साथ खिलवाड कर रहे चिकित्सकों की तस्वीर जब सामने आई तो झोलाछाप चिकित्सकों में खलबली मच गई।
सासनी रेलवे स्टेान के निकट बंद पडे खंडहर पेट्रोल पंप में एक झोलाछाप चिकित्सक मरीजों का उपचार कर रहा है। इसकी जानकारी जब स्वास्थ्य विभाग को हुई तो एमओआईसी डा. एसपी सिंह मौके पर पहुंचे और छापेमारी कर उपचार कर रहे चिकित्सक का नोटिस थमा दिया। बता दें कि पेट्रोल पंप के निकट झाडियां होने के कारण विौले जंतु निकलने तथ गंदगी मच्छर आदि का भी भय बना रहता है। मगर चिकित्सक इन सब बातों से बेखबर खंडहर भवन में टेंट के गद्दे डालकर मरीजों का उपचार किया जा रहा है। उन्हें ड्रिप भी चढ़ाई जा रही थी। इस झोलाछाप चिकित्सक के यहां गांव बिरार्, हडोली के आठ मरीज भतीर् मिले, इनके तीमारदार भी बैठे हुए थे। इन मरीजों को सीएचसी लाया गया और उपचार किया गया। सीएचसी प्रभारी एमओआईसी डा. एसपी सिंह ने बताया कि बुखार का प्रकोप जहां भी है वहां शिविर लगाकर दवा वितरित की जा रही हैं। मरीजों की खून की जांच और स्लाइड बनाई जा रही हैं। खंडहर में इलाज किए जाने की जानकारी नहीं थी। पता चलने पर छापेमारी की गई है तथा असलम नाम के झोलाछाप चिकित्सक को नोटिस दिया है। मरीजों की जान से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।