
जमीन के छोटे से टुकड़े की लालच ने बना दिया भाई का हत्यारा
पुलिस ने बताया कि मृतक दीपक सिंह मानसिक रूप से कमजोर था और इधर उधर घूमा करता था।बताया जाता है कि मृतक के नाम करीब एक बीघा भूमि थी।यह भूमि कृषि योग्य उत्तम दर्जे की है।मृतक के तीन भाईयों मे बड़ा भाई करुणेश सिंह प्रयागराज में रहकर काम करता है जबकि छोटा भाई धीरज सिंह गांव में खेती का काम करता है।दीपक सिंह मानसिक रूप से बीमार होने के कारण इधर उधर घूमा करता था।पुलिस का कहना है कि करुणेश सिंह को शंका थी कि दीपक सिंह की मानसिक बीमारी का फायदा उठाकर उसके हिस्से की भूमि का कोई भी बैनामा करा सकता है।इसलिए उसने अपने मानसिक बीमार भाई की हत्या की योजना बनाई और अपने रिश्तेदार अभय प्रताप सिंह के सहयोग से 18 अक्टूबर की शाम आठ बजे बाबूगंज बाजार के पेट्रोल पम्प के निकट से पकड़ा।उसके बाद उसको बहला फुसला कर बकिया का पुरवा गांव के पास सुनसान स्थान पर ले गए।जहां पर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी।पुलिस का कहना है कि तमाम जांच और फॉरेंसिंक व सर्विलांस टीम की मदद के बाद दोनों अभियुक्तों को ऊंचाहार कोतवाली के गोपापुर गांव के पास के मोड़ से गिरफ्तार किया गया है।पुलिस ने एक बाइक और हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है।
हत्याकांड के खुलासे में 17 पुलिस कर्मियों की लंबी टीम
ऊंचाहार क्षेत्र में दीपक सिंह हत्याकांड के खुलासे के लिए कुल 17 लोगों की पुलिस टीम लगी थी।पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि इस हत्याकांड के खुलासे में कुल 17 पुलिस कर्मियों ने अहम भूमिका निभाई है।जिसमें ऊंचाहार कोतवाल शिव शंकर सिंह के अलावा एस.ओ.जी. व सर्विलांस टीम के प्रभारी राजेश कुमार सिंह,दो उपनिरीक्षक,पांच मुख्य आरक्षी के अलावा आठ आरक्षी शामिल है।