Wednesday, May 8, 2024
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उत्तर प्रदेश में महिला नेताओं के घरों पर पुलिसिया हमला और राज्य दमन के खिलाफ एकजुट हों:-सुधाकर यादव

चकिया, चन्दौली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में महिलाओं पर बढ़ते पुलिसिया दमन ने यह साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नही बल्कि पुलिसराज कायम हो गया है। लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार करके मुख्यमंत्री प्रदेश चला रहे हैं यदि लोकतंत्र पसन्द जनसंगठन या नागरिक समाज मुख्यमंत्री की जन विरोधी नीतियों का विरोध करते है,अपने ऊपर हो रहे उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आवाज उठाते हैं तो उन्हें अंग्रजों के शासन काल की तरह फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है, महिला नेताओं के घरों पर पुलिस का पहरा बैठाया जा रहा है जो संविधान और लोकतंत्र पर हमला है जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे उक्त बातें स्थानीय गांधी पार्क में अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन(एपवा) द्वारा आयोजित जन कन्वेंशन का उद्घाटन करते हुए भाकपा (माले) राज्य सचिव कामरेड सुधाकर यादव ने कही।
जन कन्वेंशन को मुख्य वक्ता के बतौर संबोधित करते हुए एपवा राज्य सचिव कामरेड कुसुम वर्मा ने कहा कि लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करने का अधिकार जनता को प्राप्त कानूनी अधिकार है जिसे योगी सरकार उत्तर प्रदेश की जनता का दमन करके छीनना चाह रही हैं। उत्तर प्रदेश नफरत औऱ हिंसा की राजनीति का केंद्र बन गया है। उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए सुरक्षित प्रदेश नही बल्कि हिंसा, हत्या, बलात्कार का प्रदेश बनता जा रहा है 11 नवम्बर को लखीमपुर जिले में ऐपवा प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी और ऐपवा प्रदेश उपाध्यक्ष आरती राय जब किसानों पर भाजपा नेता केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे द्वारा गाड़ी चलाकर किसानों की हत्या का विरोध कर रहीं थी औऱ इसी मांग को लेकर जिले में किसानों के पक्ष में एक यात्रा को भी सँगठित कर रही थी तब योगी सरकार के इशारे पर पुलिस ने उन्हें किसान यात्रा निकालने की इजाज़त नहीं दी बल्कि उन्हें उनके घर में ही नज़रबन्द किया जिसके खिलाफ हम एकजुट हो रहे हैं और भविष्य में पूरे प्रदेश में आंदोलन को और तेज करेंगे।
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए एपवा चंदौली जिला सचिव कामरेड प्रमिला मौर्य ने कहा कि 16 अक्टू को किसान आंदोलन के समर्थन में महिला नेता उपाध्यक्ष श्यामदेई , जिलाध्यक्ष मुन्नी गोंड़, जिला सहसचिव सुनीता आंदोलन में उतरी तो योगी सरकार ने उनके घर पर पुलिस का पहरा बैठा दिया। हाउस अरेस्टिंग के दौरान प्रशासन ने खुद ही कानूनी प्रकिया का उल्लंघन करते हुए कई महिला नेताओं के घर पर महिला पुलिस को नहीं बैठाया यहां तक कि हाउस अरेस्टिंग के दौरान महिला नेताओं को पुलिस कस्टडी में ही शौचालय जाना पड़ा, उत्तर प्रदेश को पुलिस राज नहीं बनने देंगे हम चंदौली समेत पूरे प्रदेश में आंदोलन को तेज करने का संकल्प लेते हैं। जनकन्वेंशन को भाकपा(माले) जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान,सुजाता भट्टाचार्य, सुतपा गुप्ता,विभा प्रभाकर, प्रमिला मौर्य, श्यामदेई, जीरा,अनिता कुमारी सहित तमाम लोगों ने संबोधित किया।अध्यक्षता एपवा जिला सचिव कामरेड मुन्नी गोंड व संचालन अनीता देवी ने किया।