Saturday, May 4, 2024
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जिला खाद्य विपणन अधिकारी द्वारा गेहूँ क्रय केन्द्रों का किया निरीक्षण

हाथरस । जिलाधिकारी रमेश रंजन द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद में गेहूँ खरीद में प्रगति लाने हेतु जिला खाद्य विपणन अधिकारी, शिशिर कुमार द्वारा क्रय संस्था पी0सी0एफ0 के अन्तर्गत संचालित गेहूँ क्रय केन्द्रों-क्षेत्रीय सहकारी समिति लि0, मुरसान पूर्वी, क्षेत्रीय सहकारी समिति लि0, मुरसान एट नगला गोपी एवं साधन सहकारी समिति लि0, पटाखास का निरीक्षण किया गया। केन्द्र पर आवश्यक व्यवस्थायें उपलब्ध पायी गयी।गेहूँ क्रय केन्द्र क्षेत्रीय सहकारी समिति लि0, मुरसान पूर्वी, समिति के परिसर से लगभग 01 किमी0 पर, मुरसान पूर्वी रेलवे स्टेशन के निकट धुर्रीमल बगीचे में स्थित है। केन्द्र प्रभारी द्वारा अवगत कराया गया कि कृषकों से सम्पर्क कर उन्हें पंजीयन कराने एवं गेहूँ खरीद के लिये प्रेरित किया जा रहा है। केन्द्र पर अभी गेहूँ की आवक नही है। केन्द्र प्रभारी को निर्देशित किया गया कि आज ही किसी कृषक से सम्पर्क स्थापित कर खरीद प्रारम्भ करें।गेहूँ क्रय केन्द्र क्षेत्रीय सहकारी समिति लि, मुरसान एट नगला गोपी, समिति के परिसर में स्थित है। मौके पर कृषक राजकुमार शर्मा पुत्र नौरंगी लाल, निवासी नगला गोपी मौजुद मिले, उनके द्वारा अवगत कराया गया कि क्रय केन्द्र पर गेहूँ विक्रय हेतु लाया जायेगा। सहायक रूमपाल सिंह को निर्देशित किया गया कि तत्काल अन्य कृषकों से सम्पर्क स्थापित कर नियमानुसार गेहूँ खरीद प्रारम्भ करना सुनिश्चित करें।
गेहूँ क्रय केन्द्र साधन सहकारी समिति लि0, पटाखास, समिति के परिसर में स्थित है। केन्द्र पर गेहूँ की कोई आवक नही हुयी है। आकिंक महावीर सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि 20 कृषकों के पंजीयन कराये गये हैं एवं उनसे सम्पर्क भी किया जा रहा है। निर्देशित किया गया कि कृषक से सम्पर्क स्थापित कर गेहूँ खरीद आरम्भ करना सुनिश्चित करें।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी, शिशिर कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में अब तक 24 गेहूँ क्रय केन्द्रों पर 68 कृषकों से 249.092 मी0टन गेहूँ की खरीद की गई है। गेहूँ विक्रय हेतु 1404 कृषकों द्वारा पंजीकरण कराया गया है जिसके सापेक्ष 894 पंजीकरण उपजिलाधिकारी व तहसीलदार लॉगिन से सत्यापित किये जा चुके हैं। जनपद की मण्डियों में गेहूँ की आवक कम होने एवं उसका मूल्य, समर्थन मूल्य से अधिक होने के कारण क्रय केन्द्रों पर आवक नही हो पा रही है। कृषकों से सम्पर्क कर गेहूँ खरीद में अपेक्षित प्रगति लाने के प्रयास किये जा रहे हैं।