⇒ध्वस्तीकरण अभियान में दिखा भेदभावपूर्ण रवैया
कानपुरः अवनीश सिंह। नगर निगम ज़ोन 3 द्वारा जरौली नाला रोड के किनारे अवैध कब्जों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान कई पक्के व कच्चे निर्माण तोड़े गए। भारी संख्या में सुरक्षा बलों की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया।
हालांकि इस दौरान भेदभावपूर्ण रवैया देखने को मिला क्योंकि कुछ तोड़े गए तो कुछ अधिकारियों की मेहरबानी से बचा दिए गए।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर जब सरकार का आदेश है तो आदेश का पालन करने में दोहरा मापदंड क्यों ? या तो सभी कब्जे गिराए जाने चाहिए या फिर सभी को समय देना चाहिए, गरीबों के कच्चे निर्माण तोड़े गए जबकि पक्के निर्माणों पर दयादृष्टी दिखाई गई। यह सरकारी मशीनरी की कार्यशैली पर प्रश्न उठाता है।
वहीं देखना यह है कि योगी 2.0 सरकार में सूबे की सरकार अपने अधिकारियों की भ्रष्टाचारी सोच पर कैसे लगाम लगाएगी?
वहीं जब तक भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार कोई कड़े कानून नहीं बनाती तब तक भ्रष्टाचारी सोच पर लगाम लगा पाने में असफलता ही देखने को मिलेगी।