Sunday, May 5, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » महिला आयोग की सदस्य ने सर्किट हाउस में पीडित महिलाओं की सुनी समस्याऐं

महिला आयोग की सदस्य ने सर्किट हाउस में पीडित महिलाओं की सुनी समस्याऐं

महिला आयोग की सदस्य ने जिला कारागार व वृद्धा आश्रम का किया निरीक्षण, दिये निर्देश
कानपुर देहात। मिशन शक्ति 4.0 के अन्तर्गत सर्किट हाउस माती के सभागार में महिला आयोग की सदस्या पूनम कपूर ने महिला जन सुनवाई की। कार्यक्रम में महिला उत्पीड़न,घरेलू हिंसा व दहेज संबंधी करीब 16 मामलों की सुनवाई हुई जिसमें 04 मामलों में पति-पत्नी का समझौता करा दिया गया। इस दौरान महिला आयोग की सदस्या ने पीड़ित महिलाओं को हर संभव मदद मुहैया कराए जाने के संबंध में आश्वासन भी दिया। सुनवाई के दौरान प्राप्त प्रकरणों के निस्तारण के संबंध में संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। महिला आयोग की सदस्या पूनम कपूर ने कहा कि उत्पीड़न का शिकार कोई भी महिला व बालिका महिला जनसुनवाई में समस्याओं का त्वरित निदान पा सकती है। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिलाओं शासन की चलायी जा रही योजनाओं का भी लाभ दिलाया जाये,उनको राशन, आवास, रोजगार, पेंशन आदि योजनाओं से भी लाभान्वित किया जाये। वहीं महिला आयोग की सदस्य ने जिला कारागार का निरीक्षण किया, जहां पर महिला बंन्दियों से मुलाकात की तथा उनकी समस्याओं को सुना। इस मौके पर महिला बंन्दियों से उन्होंने कहा कि महिलाओं को किसी प्रकार की कोई समस्या है तो उसके लिए शासन एवं प्रशासन साथ में है, महिला बंदियों के लिए सरकारी वकील भी है जिनके पास वकील की समस्या है तो वह सरकारी वकील ले सकते है। महिलाओं की समस्यायें प्राथमिकता के आधार पर सुनी जा रही है तथा उनको न्याय भी दिलाया जा रहा है। उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देश दिये कि महिलाओं को अच्छा खाना, भोजन इत्यादि उपलब्ध कराये, तथा उनका स्वास्थ्य चेकप भी बीच-बीच में कराते रहे। इसके पश्चात महिला आयोग की समस्य ने रनियां में स्थित वृद्धा आश्रम का भी निरीक्षण किया तथा वहां पर उपस्थित वृद्ध महिलाओं व पुरूषों से वार्ता की तथा उनका हाल चाल लिया। उन्होंने कहा कि वृद्धा आश्रम में रह रही महिलाओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाये, उन्हें समय से सम्पूर्ण व्यवस्थाऐं उपलब्ध करायी जाये, साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। महिला जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान भोगनीपुर क्षेत्राधिकारी तनु उपाध्याय, उप जिलाधिकारी अकबरपुर बागीश कुमार शुक्ल, दीपिका सक्सेना, संरक्षण अधिकारी धर्मेन्द्र ओझा आदि अधिकारीगण व पीड़ित महिलाऐं आदि उपस्थित रहे।