रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। तहसील सदर में जिला स्तरीय सम्पूर्ण समाधान दिवस की जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव द्वारा अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिए गए कि तहसील समाधान, थाना दिवस आदि कार्यक्रम प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं वाले कार्यक्रमों में से है। जिनमें किसी भी प्रकार की शिथिलता किसी भी स्तर पर क्षम्य नही होगी। उन्होंने ने कहा कि यदि किसी प्रकरण में जांच आदि की जरूरत हो तो अवश्य करें। छोटी-छोटी समस्याओं, विवादों को भी गंभीरता से लें। जिलाधिकारी ने आईजीआरएस के अन्तर्गत ऑनलाइन एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा प्राप्त होने वाले सन्दर्भो के निस्तारण के सम्बन्ध में निर्देश दिए है कि अधिकारी आईजीआरएस व सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों व अन्य प्रकरणों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किये जाने के प्रति निरंतर सजग रहे। जिलाधिकारी को सदर सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान एक फरियादी द्वारा तहसील सदर ग्राम टांडा में भूमि का नेशनल हाईवे द्वारा मुआवजा दिलाये जाने के लिए फरियाद की। जिस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार सदर को निर्देश दिए कि नियमानुसार द्वारा मुआवजा दिलाये जाने की कार्यवाही करें। शहर के सुपर मार्केट के व्यापारियों द्वारा डीएम-एसपी से पर्वो पर लोगों द्वारा अतिक्रमण से अवगत कराया गया। जिस पर डीएम-एसपी ने कहा कि निरीक्षण कर अतिक्रमण हटवाने की नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इस मौके पर राजस्व, कानून, बिजली, सड़क, भूमि विवाद, वसीयत/विरासत, भूमि की पैमाइश, शौचालय, राशन, आवास आदि से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को समस्याओं को तत्काल नियमानुसार निस्तारण करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने भूमि विवाद व अन्य विवादों आदि के सम्बन्ध में सम्बन्धित थाना प्रभारी को निस्तारण करने के निर्देश दिये। तहसील सदर सम्पूर्ण समाधान दिवस पर 103 शिकायत प्राप्त हुई। जिसमें से 18 का मौके पर निस्तारण किया गया।सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी, मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 वीरेन्द्र सिंह, एसडीएम शिखा शखवार, तहसीलदार, अपर जिला सूचना अधिकारी इंजेश सिंह, मो0 राशिद, बीएसए, डीआईओएस, आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ0 अरुण कुमार कुरील, परियोजना निदेशक, डीसी मनरेगा, डीपीओ, डीएसओ, सीवीओ आदि जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।