सलोन, रायबरेली। तहसील सलोन रायबरेली के ग्राम पंचायत गढ़ी इस्लामनगर शमशाद इदरीसी एवं उनकी धर्मपत्नी अफसरी बेगम भी जत्थे में शामिल हुई, पूरे गांव में जश्न का माहौल अल्लाहुम्मा लब्बैक के नारों से गूंज उठा । मुस्लिम के साथ-साथ क्षेत्र के हिंदू भाइयों ने भी स्वागत किया एवं देश में अमन शांति और सद्भाव के लिए अपील भी की। जायरीनो को विदा करने आई मुस्लिम महिला धर्मगुरु तस्कीन तालिब इदरीसी ने बताया हज वर्ष में केवल एक बार होता है लेकिन उमरा के लिए पूरे वर्ष कभी भी जाया जा सकता है, हज में जहां 45 दिन लग जाते हैं , वहीं उमराह में जायरीन 14 दिन में लौट सकते हैं। शमशाद इदरीसी के पुत्र शोएब ने बताया कि जायरीन पहले सलोन स्थित सूफी संत नईम अताशाह की दरगाह पर जाएंगे, उसके बाद लखनऊ एयरपोर्ट से सलाम एयर की एयरलाइंस से जद्दा के लिए उड़ान भरेंगे।