फिरोजाबाद। महिला उत्पीडन की घटनाओें की प्रभावी रोकथाम एवं पीडिताओं को सुगम व त्वरित न्याय दिलाये जाने के उद्देश्य से बुधवार को सिविल लाइन स्थित निरीक्षण भवन में उ.प्र. राज्य महिला आयोग की सदस्या सुमन चतुर्वेदी ने महिलाओं की समस्याओं को सुना। साथ ही मौके से ही सम्बन्धित अधिकारियों को दूरभाष पर समस्याओं के समाधान कराये जाने के लिये निर्देशित किया। महिला जनसुनवायी के दौरान कुल 12 प्रकरण प्राप्त हुये।
Read More »प्रसपा ने नगर की विभिन्न समस्याओं को लेकर सौंपा ज्ञापन
फिरोजाबाद। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी द्वारा शहर की जन समस्याओं को लेकर नगर निगम में धरना प्रदर्शन कर नगर निगम की सीमा क्षेत्र में लोगों की जन समस्या के समाधान किये जाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेड को सौंपा।प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष लोधी रामकृष्ण राजपूत के नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारीयों के द्वारा नगर निगम एवं नगर निगम में शामिल 13 ग्राम सभाओं की बढ रहे भ्र्रष्टाचार एवं जनसमस्याओं को लेकर सिटी मजिस्ट्रेड को ज्ञापन सौंपां।
Read More »पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
फिरोजाबाद। अलग-अलग थाना क्षेत्र पुलिस ने कई लोगों के गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा। थाना रामगढ़ पुलिस ने जितेन्द्र उर्फ पिटट पुत्र रामगोपाल यादव निवासी तेडा वाली माता थाना मटसैना को अब्बुहुरैरा स्कूल के समीप से 315 बोर का तमंचा, दो करतूस सहित दबोच लिया। जिसके खिलाफ अभियोग दर्ज कर जेल भेजा
Read More »गजक रेबडी की दुकान से लाखों की चोरी
फिरोजाबाद। थाना दक्षिण क्षेत्र के उर्वशी तिराहा पर स्थित नीलकंठ महादेव गजक रेबडी भंडार की दुकान से विगत रात्रि अज्ञात चोर किबाड तोड़कर लाखों की नगदी व सामान चोरी कर ले गये। पीड़ित ने थाने में तहरीर दी। थाना दक्षिण क्षेत्र के हुण्डावाला बाग निवासी बिरला गुप्ता की उर्वशी चौराहा पर नीलकंठ महादेव गजक रेबडी बूरे की दुकान है।
Read More »महापौर ने अटल पार्क का निरीक्षण कर निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्य का लिया जायजा
फिरोजाबाद। महापौर ने निगम अधिकारियों संग एस.एन.एम जिला चिकित्सालय प्रांगण स्थित अटल पार्क में चल रहे सौन्दर्यीकरण/निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने पार्क में पर्यावरण एवं स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु प्लाण्टेशन, योगा प्लेटफार्म, मल्टी परिसर प्लेटफार्म, ओपन जिम, हर्बल गार्डन, मियावाकी, बटर फ्लाई गार्डन, वाटर प्लाण्ट, झूले आदि का बारीकियों से निरीक्षण किया। महापौर ने निरीक्षण के दौरान संबंंिधत ठेकेदार को निर्देश देते हुए कहा कि प्रश्नगत पार्क के सौन्दर्यीकरण व निर्माण कार्य से सम्बन्धित विशिष्टियों एवं निर्धारित मानकों के अनुरूप यथाशीघ्र सम्पन्न कराना सुनिश्चित करें। सौन्दर्यीकरण कार्य में किसी भी प्रकार घटिया सामग्री उपयोग में न लाई जाये।
Read More »मतदाता जागरूकता रैली को एसडीएम सदर ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
फिरोजाबाद। बुधवार को मतदाता जागरूकता रैली एस.आर. के इंटर कॉलेज से निकाली गई। रैली का शुभारम्भ उपजिलाधिकारी सदर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में एनसीसी कैडिट्स के अलावा कई स्कूलों के बच्चे मौजूद रहे। मतदाता जागरूकता रैली ब्रांड एम्बेसडर स्वीप कल्पना राजौरिया, (ई.एल.सी) सहायक नोडल हिमांशु शर्मा व कॉलेज के प्रधानाचार्या डी.पी.एस राठौर के निर्देशन में निकाली गई। रैली का शुभारम्भ एसडीएम सदर मनोज कुमार हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली शहर के विभिन्न मार्गो से होकर निकली। जिसमें बच्चें लोगों को मतदान के प्रति जागरूक कर रहे थे।
Read More »युवाओं ने बाइक रैली निकालकर लोगों को मतदान के प्रति किया जागरूक
फिरोजाबाद। स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में लगातार चलाए जा रहे व्यापक मतदाता जन जागरूकता अभियान की श्रृंखला में बुधवार को अपर जिलाधिकारी व उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने जिला मुख्यालय सिविल लाइन से जनपद स्तरीय बाइक रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।बाइक रैली में सैकड़ों की संख्याओं में युवाओं पूरे जोश-खरोश के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व मेें सभी मतदाताओं की सहभागिता सुनिश्चित कराने एवं मतदाता जनजागरूकता को सफल बनाने के उददेश्य से हाथों में विभिन्न स्लोगन लिखी तकतियों के साथ उद्घोष करते हुए चल रहे थे।
Read More »शिक्षक संघ की बैठक में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर हुआ मंथन
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की एक बैठक एस.आर.के इंटर कॉलेज में संपन्न हुई। है। बैठक में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर मंथन किया गया।शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमेश चंद्र यादव ने कहा कि 30 नवंबर को लखनऊ में आयोजित एनपीएस के धरना प्रदर्शन में सभी शिक्षक साथियों से चलने का आवाहान किया गया। बैठक में शिक्षकों ने पदोन्नति एवं विनमतीकरण प्रोन्नत वेतनमान आदि समस्याओं को लेकर अपनी बात रखी। जिलाध्यक्ष ने उनकी समस्याओ का समाधान जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा कराये जाने का आश्वासन दिया है। जिला मंत्री राजीव शर्मा ने बैठक में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं व प्रधानाध्यापकों से आह्वान किया है कि 30 नवंबर को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लखनऊ पहुंचकर आयोजन को सफल बनाना है।
Read More »चाइल्डलाइन हेल्प लाइन नम्बर 1098 डायल करने पर बच्चों मिलती है मद्द-नगर आयुक्त
फिरोजाबाद। चाइल्ड लाइन दोस्ती सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को आओ बच्चों क मित्र बने के तहत हस्ताक्षर अभियान का आयोजन सुभाष तिराहे पर किया गया। अभियान में सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर बच्चों के मित्र बनने का संकल्प लिया। कार्यक्रम नगर आयुक्त प्रेरणा शर्मा ने कहा कि चाइल्डलाइन हेल्प लाइन नम्बर 1098 डायल करने पर बच्चों की संरक्षण एवं मद्द होेती है। जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से संस्था की वॉलिंटियर्स बड़ी तादाद में लोग को बच्चों के शोषण से बचाने के लिए संदेश दे रहे हैं। यह संस्था का सराहनीय प्रयास है। मुझे आशा है कि संस्था इसी तरह से बच्चों के हित में कार्य करती रहेगी। चिराग सोसाइटी के संस्थापक डा. जफर आलम ने कहा कि चाइल्डलाइन पिछले 11 वर्षों से बच्चों के संरक्षण उनके अधिकारों को सुनिश्चित कराने के लिए कार्य कर रही है।
Read More »हम और हमारी आजादी
कंगना के बयान पर खूब चर्चे हो रहे हैं लेकिन उनके बयान के आगे सोचे तो बहुत कुछ सोचने वाले प्रश्नों का सामना हो जायेगा।कुछ सालों तक सब जानने वाले लोग भी चुप रहें लेकिन तथ्यों से मुंह नहीं मोड़ा जायेगा ये भी सत्य हैं।मानते हैं बहुत लोगो ने देश के लिए तन ,मन धन से आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया, लेकिन कितने साल?१८५७ से शुरू हुआ संघर्ष १९४७ में सफल हुआ क्यों? भगत सिंह,राजगुरु ,चंद्रशेखर आजाद जैसे कईं युवा शहीद हुए,कइयों को जेल या कालापानी की सजाएं हुई जहां जुल्मों सितम की इंतहा थी।खाना,पीना रहने का इंतजाम सब कुछ जानवरों से भी बदतर था , यहां तक कि मल–मूत्र खाने पीने को मजबूर किया जाता था। अंग्रजों द्वारा किए गए जुल्मों सितम सह कर भी जो आजादी नहीं मिली वह १९४७ में कैसे मिल गई? दूसरे विश्वयुद्ध तक भारतीय खजानों से उनकी तिजोरियां भर चुकी थी।दूसरा जर्मनी की ब्रिटन और फ्रांस को युद्ध में पड़कार ने ब्रिटन को तोड़ के रख दिया था।कई ऐतिहासिक निष्णंतो का ये मानना हैं।युद्ध के बाद ब्रिटन को अपने देश को आर्थिक,सामाजिक और मानसिक तरीकों से संभालना था।और आधी से भी ज्यादा दुनियां पर शासन करने वाले देश के पास मुलाजिमों को पगार देना भी मुश्किल हो गया था।ज्यादा ही आर्थिक तंगी हो गई थी।तो एक कारण था द्वितीय विश्व युद्ध।
दूसरे कारण के बारे में हमारी कॉलेज के ट्रस्टी थे,पीरजादा ,जो बहुत विद्वान ,उनका कहना था कि आर्थिक रूप से कमजोर ब्रिटन के नागरिक भी मांग कर रहे थे कि उनका अपना देश लोकशाही में मानते हुए दूसरे देशों पर राज्य कैसे कर सकते हैं वे।उनके अपने देश में बहुत ही विरोध हो रहा था इसलिए उन्हें क्रमश: सभी देशों को आजाद करना पड़ा।अभी कॉलोनियों को आजाद कर दिया था कुछ ही कालचक्र के दरम्यान।
अगर देखा जाएं तो १८४६ में पलेस्टाइन,१९४८ में म्यांमार,१९५२ में इजिप्त,१९५७ में मलेशिया को आजाद कर अपनी राज्य लीला समेट ले थी।उसी समय में अफ्रीकी देशों को भी आजाद कर दिया था।ब्रिटन के झंडे के नीचे ६५ देश थे जिनको बाद में आजादी मिली लेकिन उन में से किसी ने भी उसका श्रेय किसी खास व्यक्ति को दिया हो ऐसा नहीं हैं।ये व्यक्तव्य नहीं आया कि अंग्रेजों के दांत खट्टे कर उन्हे देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया हो।वैसे भी जो सितम दूसरे स्वतंत्र सेनानियों ने सहे हैं वैसे इन नामाना कमाने वालों ने नहीं सहे थे।कोल्हू के बेल की जगह बांध कर तेल निकालने वाले स्वतंत्र सेनानियों की कमी नहीं हैं।जिन स्वतंत्र सैनानियों से ज्यादा खतरा था उनको उतनी ही कड़ी सज़ा दी गई थी। यहां तक की फांसी और गोलियां दागनी आम बात थी ।ब्रिटिश इतिहासविदों के अनुसार द्वितीय विश्व युद्ध के बाद तो गांधीजी का महत्व कम हो गया था।वैसे भी उनकी सैना में ७० फीसदी भारतीय सैनिक थे अगर उनको लड़ने से रोका गया होता तो द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की हिस्सेदारी ही नहीं होती किंतु अहिंसावादी नेताओं ने उन्हें दूसरों के लिए शहीद होने भेज दिया था।तीन दशक तक अहिंसक लड़ाई का नतीजा ओर तीन दशक तक नहीं आता अगर दूसरा विश्व युद्ध न होता।जिसकी सत्ता हैं उसी के हाथ में राज्य की डोर होने से इतिहास की जानकारी छुपा या बदल सकने की ताकत का दुरुपयोग करना सहज ही था।भारत के विभाजन के बाद सरहदें उन्हों ने तय की,सत्ता हस्तांतरण के कागज भी उन्हों ने बनाएं,नकशे भी उन्ही ने बनाएं,ये क्या दर्शाता हैं? १५ अगस्त को आजादी देना भी एक क्रूर मजाक ही था उनका,उस दिन ही जापान शरणागत हुआ था,इसलिए २६ जनवरी की मांग को ठुकरा के १५ अगस्त तय हुई थी। वैसे भी प्रसिद्ध बात तो यह हैं कि अंग्रेज सुभाषचंद्र बोस से चिंतित थे,उनकी फौज और हिलचाल दोनों ही उनकी चिंता का कारण थे।इसी वजह से जाते जाते भी,पता नहीं किस कारण वश ,सुभाष चंद्र बोस को जिंदा या मुर्दा उनके हवाले करने का करार कर गए।इससे बात साफ होती हैं कि अंग्रेज कितने आतंकित थे उनसे?
वैसे कंगना की भाषा और विचार से सहमत हो या नहीं लेकिन सच्चाई से आंखे नहीं मूंद सकते हैं हम।
संकलन जयश्री बिरमी
अहमदाबाद