कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते जनपद के सभी नगरीय क्षेत्रों व विकास खण्ड सरवनखेड़ा हेतु स्प्रे मशीन दवा छिड़काव हेतु अलीगढ़ से आयी 10 मशीनों का जायजा लिया व सभी सम्बन्धित जगहों पर पहुंचाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि इन मशीनों के माध्यम से नगरीय क्षेत्रों व ग्रामीण क्षेत्रों में दवा का छिडकाव करने में मदद मिलेगी व आसानी से अधिक जगहों पर दवा का छिडकाव किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी नगरीय क्षेत्रों के अधिकारीगण इन मशीनों के माध्यम से आसानी से छिडकाव कराने में मददगार साबित होगा। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, एसडीएम सदर आनन्द कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
Read More »डीएम ने कोराना वायरस से सम्बन्धित बनाये गये कन्ट्रोल रूम का किया शुभारंभ
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने विकास भवन में कोविड-19 कोरोना वायरस हेतु बनाये गये कन्ट्रोल रूम का फीता काटकर शुभांरभ किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिलाधिकारी को मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने बताया कि कंन्ट्रोल रूम में दो-दो लोगों को हर विकास खण्ड लगाये गये है। उन्होंने बताया कि विकास खण्ड मैथा, मलासा हेतु शैलेश श्रीवास्तव 7607725509, अमरौधा व राजपुर हेतु विमल कुमार 9838795588, अकबरपुर, सरवनखेडा हेतु प्रदीप कुमार 8052763484, डेरापुर, सन्दलपुर हेतु सौरभ श्रीवास्तव 7309177824 को लगाया गया है। इसी प्रकार विकास खण्ड झींझक व रसूलाबाद हेतु प्रवीण मिश्रा 7499583661 को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि कन्ट्रोल रूम नम्बर 7565020380 व व्हाटशएप नम्बर 9350816101, 7499583661, 7309177824 है जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा व्हाटशएप के माध्यम से भी शिकायत कर सकते है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जो जिले स्तर पर कन्ट्रोल रूम बना हुआ है उसमें अपनी रिपोर्ट शाम तक मिलान अवश्य कर ले। उन्होंने कहा कि आने वाली शिकायतों का निस्तारण समय से किया जाये तथा सम्बन्धित अधिकारी को अवगत भी कराया जाये। इस मौके पर एसडीएम सदर आनन्द कुमार सिंह, डीपीआरओ, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय आदि अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।
डीएम को कोरोना वायरस से बचाव एवं राहत कार्यो के लिए भेंट की गई राहत राशि व मास्क
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से बचाव एवं राहत कार्यो के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिह को स्पर्श इण्डस्ट्रीज के विजय व प्रशान्त अग्रवाल द्वारा मा0 मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 7 लाख रूपये व 4 लाख रूपये की चेक सहायता सदभावना सहयोग समिति में प्रदान की गयी। वहीं विकास भवन में जिलाधिकारी को फतेहपुर रोशनाई निवासी बालक आरव सिंह पुत्र टोनू सिंह ने अपने गुल्लक से 11 हजार रूपये व फतेहपुर रोशनाई ग्राम प्रधान पति राजू सिंह ने 31 हजार रूपये की सदभावना सहयोग समिति में चेक भेट की। वहीं जिलाधिकारी को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जरूरत मन्दों को मास्क वितरण किये जाने हेतु युवाओं द्वारा घरो में तैयार किये गये 500 मास्क आयुष त्रिवेदी, आकाश दीक्षित, धर्मेन्द्र दुबे द्वारा भेट किये गये। जिसका जिलाधिकारी द्वारा प्रशांसा की गयी।
Read More »डीएम व एसपी ने डेरापुर में कम्युनिटी किचन का किया निरीक्षण
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने डेरापुर तहसील में कम्युनिटी किचन का निरीक्षण कर भोजन गुणवत्ता का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने एसडीएम व तहसीलदार, ईओ को निर्देशित किया कि गरीब, असहाय एवं जरूरतमदों को कम्युनिटी किचन में कुर्सी पर बैठा कर भोजन ससम्मान से कराया जाये। भोजन में गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाये तथा दोनों टाइम दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी, अचार आदि दिया जाए तथा कंट्रोल रूम पर भोजन संबंधित शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल उनको भोजन उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने निर्देशित किया कि प्राप्त होने वाली शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण ढंग से निस्तारण किया जाये तथा किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होगी तो निलंबन की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार से कोई भूखा न रहे जरूरतमन्दों को खाना खिलाया जाये। इस मौके पर एसडीएम डेरापुर ऋषिकांत राजवंशी, तहसीलदार, ईओ डेरापुर आदि अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे। वहीं जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने माती ईको पार्क में बन रहे लंच पैकेट का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कोई शिकायत नही मिलनी चाहिए। मानक व गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाये।
डीएम को अनुभव प्लास्ट के एमडी ने सौंपी 5 लाख की सहायता चेक
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से बचाव एवं राहत कार्यो के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिह को अनुभव प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एमडी विनम्र गुप्ता द्वारा 5 लाख रूपये की चेक सहायता सदभावना सहयोग समिति में प्रदान की गयी।
जिलाधिकारी ने इस कार्य में सहयोग करने हेतु उनका आभार व्यक्त करते हुए जनपदवासियों से अपील की है कि वह कोरोना कोविड-19 महामारी में अपना योगदान करे जिससे कि कोरोना बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाये जा सके। जिलाधिकारी ने इस योगदान के लिए सराहना की तथा लोगो से ऐसे कार्यो में बढ़ चढ़ कर अपनी भागीदारी/योगदान देेने की अपील भी की। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व साहब लाल, एसडीएम सदर आनन्द कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय, कंपनी के चैयरमैन ओंकार नाथ गुप्ता, एक्सक्युटिव डायरेक्टर प्रदीप मिश्रा आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।
लॉकडाउन के 15 दिन बाद भी ग्राम समायूं और पोवा में कीटनाशक छिड़काव नहीं
कोरोना वायरस से लोग दहशत में गांवों में नहीं हो रहा कीटनाशक दवा का छिड़काव
रसूलाबाद/कानपुर देहात। पूरा विश्व कोरोना वायरस संक्रमण से संकट में है कोरोना वायरस संक्रमण का कहर पूरे देश में लगातार बढ़ता जा रहा है। देशभर में संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग 4500 के पास पहुंच गई है। अब तक 114 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
15 अप्रैल से देश में लॉकडाउन रहेगा या नहीं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसकी अंतिम तारीख 14 अप्रैल है। अब चर्चा तेज हो गई है कि 15 अप्रैल से लोग अपने घरों से बाहर निकल सकेंगे? या नहीं, अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
कोरोना के कहर से प्रदूषण का भी हुआ लॉकडाउन
मानदेय न मिलने से अनुदेशक, शिक्षामित्र हैं लाचार
लाॅकडाउन: एक लेखक की व्यथा कथा -प्रमोद दीक्षित ‘मलय’
देश में लाॅकडाउन है और मैं भी तमाम देशवासियों की तरह घर में रहने को मजबूर हूं। हालांकि लाॅकडाडन घोषित होते समय अन्दर से बहुत खुश था कि विद्यालय बंद हो जाने से इस अवधि में लेखन के शौक के चलते कुछ लिखने-पढ़ने का सार्थक काम हो जायेगा। और तदनुरूप योजना भी बना ली थी कि कम से कम तीन कहानी, चार-पांच लेख, एक दर्जन कवितएं और मन भर हाईकू तो रच ही डालूंगा। पेन, पैड, लैपटाप सब तैयार कर लिया था। अखबार कोरोना समाचार और चित्रों से भरे हैं। रेहड़ी, ठेला और पटरी पर दो जून की रोटी तलाशने वाले छोटे-मोटे व्यापारी-कामगार रोजगार बंद होने से पेट की आग में झुलस रहे हैं। कल-कारखानों से भगाये गये मजदूर डे-नाईट वाॅकिंग करते हुए किसी तरह अपने गांव-घर पहुंचे तो प्रशासन ने उन्हें घरबदर कर स्कूलों में बने आइसोलेशन वार्ड में पटक दिया है। जहां दीवारों में अंकित सद्वाक्य ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेसु कदाचन’ का अर्थ समझते उनका समय बीत रहा है। सोचा कि एक लेखक होने के नाते उनके दर्द को स्वर देना भी मेरा दायित्व है तो उन पर भी कुछ कालजयी लेखन कर डालूं। पर होनी को कुछ और ही मंजूर था। घर पर दो दिन तो आराम से कटे। समय से चाय नाश्ता, लंच-डिनर, रात को सोते समय केशर-शहद मिला दूध और साथ में एक चम्मच स्वर्णभस्म युक्त च्यवनप्रास भी। तो इतना सब खाने-पीने के बाद रचनाएं भी मक्खन की मानिन्द दिमाग में उतराने लगी थीं। पर हाय रे मुआ कोरोना, चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात, बकरे की मां कब तक खैर मनायेगी, काम का न काज का दुश्मन अनाज का जैसे मुहावरे अब वास्तविक अर्थ के साथ साक्षात थे। तीसरे दिन की सुबह से आज की सुबह है, मैं बस मुआ कोरोना को कोस रहा हूं। कोरोना मिल जाये तो बिना नमक, मिर्च-मसाले के कच्चा ही चबा जाऊं। आप पूछ रहे हैं हुआ क्या, अरे जनाब यह पूछिए कि क्या नहीं हुआ।
Read More »विधायक जी की कार को दौड़ाकर पकड़ा!
कानपुरः जन सामना संवाददाता। आप सोंच रहे होंगे कि यह कार किसी विधायक जी की है तो आपकी नजरें धोखा खा गई हैं। यह कार तो किसी ‘विधायक के सेवक’ की है, इसमें ‘विधायक’ बड़ा सा लिखा है और ‘सेवक’ सूक्ष्म अक्षरों में ऐसा लिखा है जो हरएक ना पढ़ सके।
अब ऐसे में पहली नजर में तो यह कार किसी विधायक की ही लगती है। यह कार लाॅक डाउन के दौरान पुलिस द्वारा दौड़ाकर बर्रा-8 राम गोपाल चौराहा पर पकड़ी गई। पहले पहल तो जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो ड्राईवर ने पुलिस कर्मियों के कहने को नहीं माना और पुलिस को धता बताते हुए कार को सरपट दौड़ा दिया, सशंकित पुलिस कर्मियों ने कार का इस लिये पीछा कर लिया कि अगर विधायक जी होते तो ऐसे नहीं भागते, जिस तरह से भागे थे।