शिवली, कानपुर देहात। मैथा तहसील क्षेत्र के चंद्रबल किशनपुर एवं मदारपुर गांव के बीच स्थित वर्षों से सूखे पड़े कुएं में गिरकर तीन दिन से जिंदगी मौत से जूझ रही आवारा घायल गाय को मैथा चौकी प्रभारी ने मदारपुर गाजीउद्दीन के ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों तथा फायर ब्रिगेड की टीम के सहयोग से कुएं से जिंदा बाहर निकलवाया। कुएं से बाहर निकलवाई गयी घायल गाय का उपचार पशु चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है। गाय को कुएं से बाहर निकलवाने पर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने चैकी प्रभारी एवं ग्राम प्रधान की सराहना की।
मैथा तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा मदारपुर गाजीउद्दीन के ग्राम प्रधान रामचंद्र यादव ने बताया कि उनके गांव एवं कैरानी ग्राम सभा के मजरा चंद्रबल किशनपुर गांव के बीच जंगल में स्थित वर्षों पुराने सपाट कुएं में तीन दिन पूर्व एक आवारा गाय गिर गई थी। शुक्रवार देर शाम उनको कुएं में गाय पड़ी होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इस बात की सूचना मैथा चैकी इंचार्ज को दी।
जादूगर ने दी स्वस्थ शरीर की जानकारी
टूंडला। रविवार को गांव गदलपुरा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जादू का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जादूगर देव ने गर्भवती महिलाओं को जच्चा-बच्चा स्वस्थ रखने और परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने दूसरे बच्चे के जन्म के बीच के अंतर के बारे में बताया। पुरूष नसबंदी को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होने पर हरी सब्जियां, आयरन की गोलियां, दूध, फल का प्रयोग करने के बारे में बताया। इस मौके पर आशा प्रेमवती वर्मा, संगिनी, अनीता राजपूत आदि मौजूद रहे।
Read More »जनपद स्थापना दिवस पर आयोजित होगी विचार गोष्ठी
फिरोजाबाद। जनपद स्थापना एंव विकास समिति फिरोजाबाद द्वारा 30 वीं वर्षगाॅठ आगरा रोड आडोटोरियम ट्रामा सेन्टर में मनायेगी। यह जानकारी कार्यक्रम संयोजक उमाकान्त पचैरी अध्यक्ष द्विजेन्द्र मोहन शर्मा द्वारा दी गयी।
उन्होने बताया कि फिरोजाबाद शहर को जिला बने 30 वर्ष हो चुके है। पाॅच फरवरी को 30 वर्ष हो रहे है। जिनके उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा। जिसकी मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नेहा शर्मा, डा. निमित्त गुप्ता यूरो सर्जन ट्रामा सेन्टर, प्रमुख वक्ता अनूप चन्द्र जैन समाज सेवी, रामनिवास गुप्ता प्रमुख शिक्षाविद समाजसेवी, अध्यक्षता संस्थापक झब्बूलाल अग्रवाल रहेगे।
राष्ट्रीय चेतना सेवा समिति बेटियों को बांटे कम्बल
फिरोजाबाद। राष्ट्रीय चेतना सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष गुप्ता की अध्यक्षता मे रविवार को राष्ट्रीय चेतना सेवा समिति द्वारा देश के यशश्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेणना से संचालित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विद्यालय सुहाग नगर मे बेटियो को अनीस अग्रवाल ने कम्बल, भोजन, मिठाई एवं गुल्लक वितरित की। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने कहा कि अनीस अग्रवाल के नेतृत्व मे अनवरत रूप से सामाजिक कार्य किये जा रहे हैं। वहीं बेटियो को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है।
Read More »भाजपा सरकार में परेशान किसान और युवाः तिवारी
विद्या संबंर्धिनी धर्मशाला में हुई कांग्रेस की बैठक
राहुल गांधी की रैली में अधिक संख्या में पहुचेंगे कांग्रेसी
टूंडला। नगर कांग्रेस कमेटी की बैठक रविवार को विद्या संबंर्धिनी धर्मशाला पर हुई। जिसमें इसी माह आगरा में होने वाली राहुल गांधी की रैली में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की गई। साथ ही राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए गए।
मुख्य अतिथि हरीशंकर तिवारी ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ होते हैं। आगरा में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की इसी माह जनसभा होने वाली है। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में पहुंचना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में किसान और युवा परेशान हैं। किसानों को उनकी फसल का सही मुआवजा नहीं मिल रहा है जबकि युवा बेरोजगार घूम रहा है। नगर अध्यक्ष योगेन्द्र सिसौदिया ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का काम करना होगा। भाजपा एक जुमलेबाज पार्टी है। वह झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने का काम करती है। अनिल उपाध्याय ने कहा कि प्रियंका गांधी के राष्ट्रीय सचिव बनने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। कभी इन्दिरा गांधी ने देश की बागडोर संभाली थी अब प्रियंका गांधी पार्टी को मजबूत करने का काम करेगी।
बच्चों की रचनात्मकता में बाधक होमवर्क
आज बच्चों को होमवर्क देना विद्यालयों की दैनंदिन शिक्षा प्रक्रिया का एक जरूरी अंग बन गया है। शायद ही कोई ऐसा स्कूल हो जो बच्चों को विषयगत होमवर्क न देता हो। देखने में आता है कि होमवर्क बच्चों को बांधे रखने का जरिया बन चुका है। होमवर्क में विद्यालय में पढ़ाये गये विषय के प्रकरण और पाठों पर आधारित वही प्रश्न घर पर पुनः लिखने को दिये जाते हैं जो बच्चों में ‘रटना’ की गलत प्रवृत्ति को बढ़ावा देते हैं। जबकि एनसीएफ-2005 की स्पष्ट अनुशंषा है कि बच्चों को कल्पना एवं मौलिक चिंतन मनन करने के अवसर दिये जायें, न कि रटने या नकल करने को बाध्य किया जाये। पर होमवर्क का बच्चों में ज्ञान निर्माण करने की बजाय सूचनाओं को रटवाने और नकल करने पर जोर है। क्योंकि आज की शिक्षा बच्चों को एक उत्पाद के रूप में तैयार कर रही है और इस प्रक्रिया में अभिभावक की भी स्वीकृति और भागीदारी है। तो यहां एक प्रश्न उभरता है कि बच्चों कों होमवर्क क्यों दिया जाये? क्या यह जरूरी है और बच्चों के लिए इसके क्या फायदे हैं?
होमवर्क में फंसे बच्चे के पास न तो प्रश्न हैं न ही जिज्ञासा। अगर कुछ है तो दबाव, होमवर्क पूरा करनें का दबाव और इस दबाव ने बच्चों से उनका बचपन छीन लिया है। उसके पास-पड़ोस और परिवेश में घट रही घटनाओं, प्राकृतिक बदलावों, सामाजिक तानाबाना, तीज-त्योहारों, को समझने-सहेजने, अवलोकन करने और कुछ नया खोजबीन करने का न तो समय है न ही स्वतंत्रता। होमवर्क बच्चो ंमें कुछ नया सीखने को प्रेरित नहीं कर रहा बल्कि लीक का फकीर बनने को बाध्य कर रहा है। जाॅन होल्ट के शब्दों में कहूं तो ‘‘वास्तव में बच्चा एक ऐसी जिंदगी जीने का आदी बन जाता है जिसमें उसे अपने आसपास की किसी चीज को ध्यान से देखने की जरूरत ही नहीं पड़ती। शायद यही एक कारण है कि बहुत से युवा लोग दुनिया के बारे में बचपन में मिली चेतना और उसमें मिली खुशी खो बैठते हैं।’ आखिर कैसी पीढ़ी तैयार की जा रही है जिसकी सांसों में अपनी माटी की न तो महक बसी है और न ही आंखों में सौन्दर्यबोध। न लोकजीवन के रसमय रचना संसार की अनुभूति है और न ही लोकसाहित्य के लयात्मक राग के प्रति संवेदना और अनुराग। सहनशीलता, सामूहिकता, सहिष्णुता, न्याय, प्रेम-सद्भाव एवं लोकतांत्रिकता के भावों का अंकुरण न होने के कारण उनकी सोच एवं कार्य व्यवहार में एक प्रकार का एकाकीपन दिखायी पड़ता है। उसमें अंदर से रचनात्मक रिक्तता है और रसिकता का अभाव भी।
आम आदमी को अच्छे दिनों का अहसास कराता बजट
विपक्ष भले ही वर्तमान सरकार के इस आखरी बजट को चुनावी बजट कहे और कार्यवाहक वित्तमंत्री पीयूष गोयल के बजट भाषण को चुनावी भाषण की संज्ञा दे, लेकिन सच तो यह है कि इस आम बजट ने अपने नाम के अनुरूप देश के आम आदमी के दिल को जीत लिया है। जैसा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, यह सर्वव्यापी, सरस्पर्शी, सरसमवेशी, सर्वोतकर्ष को समर्पित एक ऐसा बजट है जो भारत के भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के सपने अवश्य जगाता है जो कितने पूर्ण होंगे यह तो समय ही बताएगा।
यह पहली बार नहीं है जब किसी सरकार ने चुनावी साल में बजट प्रस्तुत किया हो। लेकिन हाँ, यह पहली बार है जब भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली में जहाँ अब तक लगभग हर सरकार चुनावी साल के बजट में केवल आगामी लोकसभा चुनावों को ही ध्यान में रखकर बजट प्रस्तुत करती थीं, वहां इस सरकार ने आगामी दस सालों को ध्यान में रखकर बजट प्रस्तुत किया है।
यही मोदी की शैली है। खुद उनके शब्दों में जब मैं काम करता हूँ तो राजनीति नहीं करता और यही उनकी खासियत है कि उनके काम उनके विरोधियों को राजनीति करने लायक छोड़ते नहीं। अब देखिए ना चुनाव जीतते ही साढ़े चार साल उन्होंने सख्त प्रशासन और नोटबन्दी, जी एस टी जैसे कठोर फैसले लिए। और अब चुनाव से पहले जी एस टी में छूट, सवर्ण आरक्षण जैसे कदमों के बाद अब बजट में किसानों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों समेत मध्यम वर्ग के लिए सौगातों की बौछार लगा कर अपनी धारदार राजनीति से विपक्ष के वोटबैंक को धराशाही भी कर दिया। जिस मध्यम वर्ग से उन्होंने अपनी सरकार के पहले बजट में कहा था कि उसे अपना ध्यान खुद ही रखना होगा, उस मध्यम वर्ग को चुनावी साल में एक झटके में साध लिया। साथ ही वित्तमंत्री ने यह कहकर कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है ना सिर्फ गरीबों को साधा बल्कि कांग्रेस पर भी प्रहार किया जिनकी सरकार में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है।
लेकिन मोदी सरकार के इस बजट में समाज के हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ है
पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ थाना दिवस
रूरा कानपुर देहात, लालू भदौरिया। शनिवार पुलिस अधीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा ने थाना समाधान दिवस में उस्का में खुद फरियादियों को सुना। मामलों के निस्तारण का आदेश दिया। उनकी मौजूदगी का प्रतिफल यह रहा कि सभी मामले गंभीरता के साथ सुने गए और उसके निस्तारण का प्रयास किया गया।
थाने पर आए आठ मामलों में से चार का मौके पर ही निस्तारण हो गया। इसके अलावा राजस्व से संबंधित चार पूर्व के मामलों में तीन में मौके पर टीम भेजी गई। समाधान दिवस में पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों से यह भी कहा कि वह संबंधित विभागों में भी समस्या से संबंधित प्रार्थना पत्र दें। ताकि उसका उचित निस्तारण हो सके। राजस्व संबंधित मामलों में संबंधित विभाग व अस्पताल से संबंधित मामले में स्वास्थ्य विभाग को प्रार्थना पत्र दिया जाए। ऐसे मामलों में पुलिस बेहतर तरीके से निदान नहीं दे सकती है। कस्बे के पूर्व शिक्षका शशीकला ने अपने दत्तक पुत्र पर जबरदस्ती रुपये मांगने व मारपीट का आरोप लगा उसके विरूद्ध कार्यवाही की गुहार लगाई इस दौरान। थाने में थानाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठी, विकल्प चतुवेर्दी, ज्ञानप्रकाश पांडेय, उम्मेद सिंह चौहान, ओमकार दीक्षित, विवेक तिवारी, होरीलाल, नरेन्द्र यादव व अन्य उपनिरीक्षक मौजूद रहे।
पुलिस अधीक्षक ने थाना रूरा के सीमांकन स्थल परिधि की हकीकत को देख थाना के बीच रास्ते में बैरिकेटिंग लगवाने के भी थानाध्यक्ष को निर्दश दिया।
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मंगलपुर थाने में आए सात मामले जिसमे दो का हुआ निस्तारण
कानपुर देहात, लालू भदौरिया। शनिवार को सर्किल के दो थानों में आयोजित थाना समाधान दिवस में कुल 11 मामले पेश हुए। इसमें अधिकांश राजस्व से संबंधित रहे। चार का निस्तारण मौके पर किया गया, शेष में मौके पर पुलिस व राजस्व विभाग की टीमें भेजी गई।
मंगलपुर थाने में उपजिलाधिकारी दीपाली कौशिक की अध्यक्षता व कोतवाल तुलसीराम पांडेय की उपस्थिति में आयोजित हुए समाधान दिवस में कुल सात शिकायतें प्रस्तुत हुई, जिसमें दो का निस्तारण तुरंत कर दिया गया, जबकि शेष तीन अन्य मामलों के समाधान हेतु पुलिस व राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें मौके के लिए रवाना की गई, उपजिलाधिकारी दीपाली भार्गव ने बताया निष्पक्ष जांच कर शीघ्र वाद का निराकरण करने संबंधित निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने कहा त्वरित शिकायत का निपटारा हो, इसके लिए जिम्मेदार अपनी ओर से कोई कोर कसर बाकी न छोड़ें। इस दौरान तिलकधारी सरोज, अनुराग पांडेय समेत अन्य पुलिसकर्मी मजूद रहे।
अखंड रामचरित मानस पाठ व श्री राम राज्याभिषेक का आयोजन किया
सरोज शुक्लः कानपुर। के ब्लॉक किदवई नगर बसंती मार्केट स्थित मारुति नंदन धाम में गुरूवार को आयोजित संगीतमयी अखंड रामचरित मानस पाठ व श्री राम राज्याभिषेक का विशाल भंडारे के साथ समापन हो गया।
मंदिर के पुजारी आचार्य आकाश शुक्ल ने बताया कि यह मंदिर लगभग 40 वर्ष पुराना है। जीर्णोद्धार के पश्चातहर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आयोजन किया गया।यह पाँचवा आयोजन है। हनुमानजी महाराज की कृपासे यह अनवरत चलता रहेगा।
राज्याभिषेक व्यास श्री धनंजय शुक्ल ने भगवान श्री राम जी के राज्याभिषेक से संबंधित अनेकों गूढ़ प्रसंगों का बखान किया। जैसे रामजी का वनवास 14 वर्ष के लिए ही क्यों हुआ? राम वनवास के कारणों, कैकेई भरत प्रसंग, राम के भ्रातत्व प्रेम आदि तार्किक प्रसंगों से उपस्थित जन समुदाय का मन मोह लिया। बाद में उन्होंने आदर्श राम राज्य की स्थापना का भी बखान किया। व्यासजी व उनके सहयोगी लज्जा श्रीवास्तव, आर. बी. सिंह, सुरेश मिश्र को मंदिर की संस्थापक दीदी विभा सिंह जी ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।