नयी दिल्लीः कविता पंत। अब नई पीढ़ी को स्कूलों में इंडिया की जगह भारत का इतिहास पढ़ाया जाएगा। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने अपने पैनल के प्रस्ताव को स्वीकृति देकर इस नये बदलाव को अपना लिया है। अब पुस्तककों में इंडिया की जगह भारत पढ़ाया जाएगा।
एनसीआरटीके डायरेक्टर दिनेश प्रसाद सोलंकी ने कक्षा 12वीं की पुस्तकों में इंडिया की जगह भारत करने का फैसला लिया है। इसका प्रस्ताव कुछ महीने पहले एनसीआरटी एक पैनल द्वारा किया गया था और अब इसे स्वीकार कर लिया गया है।
देश का नाम इंडिया की जगह सिर्फ भारत करने की चर्चा काफी समय से चल रही है। एनसीआरटी पैनल के सदस्य सीआई आइजैक ने कहा है कि एनसीईआरटी किताबों के अगले सेट में इंडिया का नाम बदलकर भारत कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि असल में इंडिया शब्द का आमतौर पर इस्तेमाल ईस्ट इंडिया कंपनी और 1757 के प्लासी के युद्ध के बाद होना शुरू हुआ था। वहीं भारत शब्द का जिक्र विष्णु पुराण जैसे प्राचीन लेखों में मिलता है जो सात हजार साल पुराने हैं। ऐसे में समिति ने आम सहमति से सिफारिश की है कि सभी कक्षाओं की किताबों में भारत के नाम का इस्तेमाल होना चाहिये।
गांव में सड़क बिजली और पानी की समस्याओं को उठाया
मथुरा। ईसापुर में कांग्रेस ने दलित चौपाल लगाई। जिसमें गांव की समस्याओं को प्रमुख रूप से उठाया गया। इस दौरान गांव में दलित शिक्षा पर विशेष विचार मंथन किया गया। कांग्रेस के द्वारा नौ अक्टूबर कांशीराम के परनिर्माण दिवस से 26 नवंबर संविधान दिवस तक जनपद के 20 दलित गांव में दलित चौपाल लगाकर के समस्याओं का निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है। उनके द्वारा इन समस्याओं को कांग्रेस हाईकमान तक भी भेजा जा रहा है। इसी क्रम में कांग्रेस जिला अध्यक्ष चौधरी भगवान सिंह वर्मा के नेतृत्व में जमुना पार के गांव ईसापुर में दलित चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान गांव के दलित समाज के इंजीनियर वकील शिक्षक समाजसेवी प्रधान तथा बीडीसी सदस्य गण मौजूद रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने कहाकि दलित चौपाल में गांव की टूटी हुई सड़कों को लेकर लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया। सरकार के द्वारा सड़कों की मरम्मत नहीं कराई जा रही। दलित चौपाल में गांव की पांच समस्याएं उठाई गई जिनमें महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार जल भराव की समस्या और स्वास्थ्य मुख्य है। इसके अलावा जगह पानी भरा हुआ है। जिसके चलते गांव में डेंगू का प्रकोप फैल रहा है ग्रामीणों ने बताया कि चिकित्सा के अभाव के चलते ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
Read More »किन्नरों से चौथ मांगने के आरोप में साथियों सहित किसान नेता गिरफ्तार
मथुरा (श्याम बिहारी भार्गव )। किन्नरों के नेग से हिस्सा मांगने को लेकर क़स्बा में एक किन्नर को मारपीट कर घायल करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में पुलिस ने एक किसान यूनियन के कथित जिलाध्यक्ष समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। सुरीर में रह रहे मुस्कान किन्नर का आरोप है कि चंद्रपाल उर्फ चंदू उससे नेग में से हिस्सा (चौथ) मांगता है। मना करने पर सखी बाई किन्नर की तरह हत्या कराने की धमकी देता है। मुस्कान पिता का नाम गुरू छोटी बाई निवासी सुरीर जनपद मथुरा की तहरीर के आधार पर किसान चन्द्रपाल पुत्र गोपाल सिह निवासी ऊंदी थाना छाता, श्याम पुत्र शोभाराम निवासी खेरिया मोहल्ला शेरगढ़ थाना शेरगढ़, हरिओम पुत्र हाकिम सिंह निवासी राल थाना जैंत, प्रशान्त पुत्र महेश निवासी नवदिया थाना भोजीपुरा जनपद बरेली हाल निवासी शेरगढ़ थाना शेरगढ़ तथा रोहताश पुत्र नवल निवासी अस्तौली थाना शेरगढ़ के खिलाफ मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के सम्बन्ध में अभियोग पंजीकृत किया गया था। सभी आरोपितों को तेहरा अन्डरपास यमुना एक्सप्रेस वे के नीचे से गिरफ्तार किया गया।
Read More »मुख्य सचिव ने फैमिली आईडी बनाये जाने के कार्य की प्रगति की समीक्षा की
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने फैमिली आईडी बनाये जाने के कार्य की प्रगति की समीक्षा की। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में फैमिली आई0डी0 के बारे में आम जनमानस को जागरूक करते हुये फैमिली आईडी बनाने के कार्य में तेजी लायी जाये। इससे रोजगार से वंचित परिवारों का चिन्हांकन कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने तथा पात्र परिवारों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि फैमिली आईडी जारी करने से पहले परिवार के संबंध में सभी जानकारियों को विधिवत प्रमाणित किया जाए। फैमिली आईडी को डिजी लॉकर से जोड़ा जाये। फैमिली आईडी की ई-पासबुक में परिवार को मिल रही सरकारी योजनाओं के लाभ का पूरा विवरण सम्बन्धित विभाग द्वारा दर्ज किया जाये। इससे प्रदेश के हर परिवार के स्वावलम्बन और सशक्तिकरण का अभियान पूरा किया जा सकेगा।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है विजयादशमी का पर्वः परियोजना प्रमुख
ऊंचाहार, रायबरेली। विगत दस दिनों से चल रही श्री रामलीला का अंतिम मंचन स्टेडियम परिसर के विशाल मेले में हुआ। राम-रावण युद्ध का मनोहारी और भाव-विहंगम दृश्य हजारों नर-नारियों ने देखा और कलाकारों का मंचन देखकर भाव विभोर हो उठे। भगवान राम ने जैसे ही रावण को बाण मारा और उसके वध के तुरंत बाद विशाल आतिशबाजी एवं सत्तर फुट ऊंचे बनाए गए रावण, कुंभकरण तथा मेघनाथ के पुतले धू-धू कर जल उठे। करतल ध्वनि के बीच जय श्री राम के उद्घोष के साथ इन पुतलों का दहन किया गया।
इससे पूर्व एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा, प्रियदर्शिनी महिला क्लब की अध्यक्षा तरुणा छाबड़ा, पूजा समिति के सभी पदाधिकारी, डीसी सीआईएसएफ प्रतीक रघुवंशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डलमऊ (ऊंचाहार) अरुण कुमार नौहार , कोतवाली प्रभारी आदर्श कुमार सिंह तथा यूनियन व एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महामंत्रियों ने भगवान राम और माता सीता की आरती उतारी तथा रामलीला के कलाकारों का अभिनंदन किया। समारोह को संबोधित करते हुए परियोजना प्रमुख श्री छाबड़ा ने कहा कि विजय दशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक पर्व है और हम सभी को समाज में व्याप्त अनेक तरह की कुप्रथाओं, आपसी द्वेष, दुर्भावना तथा नकारात्मक शक्तियों से लड़ते हुए परस्पर सद्भाव एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है एवं समन्वय स्थापित कर अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना है। यही सीख हम सभी को दशहरा से मिलती है।
रावण, कुंभकर्ण एवं मेघनाद के पुतलों का हुआ दहन
पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। विजयादशमी पर एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना के आवासीय परिसर के स्टेडियम में बांस और पेपर से बना हुआ करीब 70 फीट ऊंचे रावण को और साथ ही कुंभकर्ण एवं मेघनाद को भी खड़ा किया गया। कारीगरों ने पुतले में इलेक्ट्रिक लाइट , मोटर भी फिट कर रखी थी, जिसकी आंख और मुंह खुलते और बंद होते रहे जिसकी वजह से यह पुतले बिल्कुल सजीव और आकर्षक दिख रहे थे। विधवत के पूजन और मुहूर्त के अनुसार रावण और उसके भाइयों के पुतले का दहन हुआ। इससे पूर्व भगवान राम और रावण में भीषण युद्ध हुआ आखिरकार रावण के अहंकार के कारण सत्य और धर्म के रास्तों ने उससे मुंह मोड़ लिया और अंत में बुराई पर अच्छाई की जीत हुई, अधर्म पर धर्म की विजय प्राप्त हुई।
बता दें कि एनटीपीसी ऊंचाहार में आज रावण दहन के साथ ही दशहरा मेला भी संपन्न हुआ। सत्तर फिट ऊंचे रावण, कुंभकर्ण एवं मेघनाद के पुतलों का दहन हुआ। परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने किया सभी कलाकारों को सम्मानित किया। साथ ही विशाल आतिशबाजी के प्रदर्शन को देखकर हजारों लोग साक्षी बने। दशहरा का पर्व प्रत्येक वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है, इसलिए इस त्यौहार को विजयादशमी भी कहते हैं।
मेले की सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों एवं स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम की देखरेख में रही। सड़क से लेकर आम रास्तों तक चारों तरफ सीसीटीवी से निगरानी की जा रही थी।
सुहागनगरी में धूमधाम से मना विजयादशमी का पर्व
फिरोजाबाद। विजयदशमी का पर्व मंगलवार को सुहागनगरी में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रमों में हवन करने के बाद शस्त्र पूजे गए। इस दौरान कहीं एकजुटता का आह्वान किया गया।
शहर के आरएसएस चंद्र नगर महानगर के नेतृत्व में महानगर की 60 शाखाओं पर विजय दशमी पर्व मनाया गया। सुबह सात बजे पदाधिकारियों ने भारत माता एवं संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रमों में स्वयंसेवक अनुशासित तरीके से पूर्ण गणवेश में पंक्तिबद्ध नजर आए। स्वयंसेवकों ने शस्त्रों का पूजन करने के बाद पुष्प अर्पित किए। इसके बाद विचार गोष्ठी हुईं। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि अधर्म पर धर्म की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत का यह पर्व सभी लोगों के लिए प्रेरणादायी है। इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी। वहीं दूसरी मान्यता यह भी है, कि इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर नामक असुर का वध किया था। वहीं माता प्रसाद कलावती देवी कालेज में विभाग प्रचारक प्रमोद ने भी विजयादशमी पर्व मनाया। आरएसएस सदर खंड के स्वयंसेवकों ने गांव फुलायची में कार्यक्रम किया।
श्री श्याम मित्र मंडल द्वारा निकाली गई बाबा खाटू श्याम की पालकी
फिरोजाबाद। मंगलवार को नगर में श्री श्याम मित्र मंडल द्वारा गाजेबाजे के साथ बाबा खाटू श्याम की पालकी यात्रा निकाली गई। वहीं, रात को रामनगर बीआर मिलन वाटिका में भजन संध्या हुई। जिसमें आए गायकों ने समा बांध दिया।
दोपहर 12 बजे छोटा चौराहा स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर से पालकी यात्रा शुरु हुई। सबसे आगे चल रहे बैंडबाजे बाबा खाटू श्याम के भजन गाते हुए चल रहे थे। उनके पीछे भक्त नृत्य करते हुए आगे बढ़ रहे थे। सबसे पीछे फूलों से सजी पालकी को भक्त अपने कंधों पर रखकर चल रहे थे। वहीं कुछ भक्त सुरक्षा घेरा बनाए हुए थे। यात्रा घंटाघर चौराहा, लोहा मंडी, पैमेश्वर गेट होती हुई रामनगर बीआर मिलन वाटिका में पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान भक्तों ने जयकारों के साथ जगह-जगह पुष्पवर्षा और इत्र वर्षा कर स्वागत किया।
भगवान श्रीराम ने किया बुराई के प्रतीक दशानन रावण का अंत
फिरोजाबाद। मंगलवार को दशहरा के अवसर पर रामलीला महोत्सव में को रावण वध की लीला हुई। जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे पहुंचे। विभिन्न स्थानों पर चल रहीं रामलीलाओं में भगवान राम ने अपने बाण से बुराई के प्रतीक रावण का अंत कर दिया। इसके साथ ही रामलीला मैदान जयश्रीराम के उद्घोषों से गुंजायमान हो गए।
रामलीला में रावण वध देखने के लिए शहर की प्रमुख रामलीला में रामलीला मैदान के साथ ही आसपास की गलियों और संपर्क मार्गों पर जाम जैसी स्थिति थी। अहिरावण का वध होने के बाद रावण स्वयं युद्ध भूमि में पहुंचा और श्री राम का ललकारा। दोनों के बीच घमासान युद्ध हुआ। जिसे देखने के लिए देवता भी आकाश में प्रकट हो गए। धरती ढोलने लगी। अंत में राम ने 31 बाण एक साथ छोड़े। जिनसे रावण के 10 शीश, 20 भुजाएं कटकर जमीन पर गिर पड़ीं। वहीं एक तीर उसकी नाभि में लगा, जिससे रावण का अंत हुआ। 45 फीट का पुतला दहन हुआ तो रामलीला मैदान भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी के जयकारों से गूंजने लगा।
दीपावली मेले में महिलाओं ने की खरीदारी
फिरोजाबाद। मंगलवार को रिद्धि सिद्धि द ग्रैंड एग्जिबिशन द्वारा फिरोजाबाद क्लब में लगाए गए दीपावली और करवा चौथ मेले में महिलाओं ने जमकर खरीदारी की।
मुख्य अतिथि मेयर कामिनी राठौर और अनुपम शर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद मेयर ने विभिन्न स्टालों की अवलोकन कर दुकानदारों से सामान के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर लखनऊ, आगरा, दिल्ली, मथुरा, हाथरस से आए दुकानदारों ने स्टाल लगाई। पीजीबाइजी आगरा के फुटवियर, दिल्ली की अंकित के हैंड बैग सहित सोना-चांदी ज्वैलर्स ने प्रदर्शनी को और भव्य बना दिया। महिलाओं ने रात आठ बजे तक अपने खरीदारी की।