हमीरपुर। जिले में परंपरागत तरीके से होली का त्यौहार धूमधाम व उत्साह के साथ मनाया गया। होरियारों की टोली फाग गाते हुए गलियों में घूम कर रंग अबीर व गुलाल का आनंद उठाया और एक दूसरे से गले मिलकर पकवान खिलाकर मुंह मीठा करा कर बधाई दी। वहीं बच्चों ने भी पिचकारी में रंग भर कर जमकर होली का आनंद उठाया। युवाओं ने डीजे पर जमकर नाच गाना किया। डीएम डॉ0 चंद्र भूषण त्रिपाठी व एसपी शुभम पटेल ने पुलिस लाइन में रंगों की होली खेली और नगर वासियों को शुभकामनाएं दी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी होली का उमंग रहा। बच्चों ने जमकर रंग व गुलाल उड़ाए और बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। जगह-जगह पिचकारी और रंग की दुकानें सजी रहीं। मुखौटा पहने युवा पहचान में नहीं आए। चारों तरफ डीजे का शोर सुनाई दिया। वहीं जिलाधिकारी डॉ0 चंद्र भूषण त्रिपाठी ने अपने आवास पर अधिकारियों, मीडिया व कर्मचारियों को गुलाल लगाकर होली के रंगों में रंगे रहें। होली तथा दूज के त्यौहार हर्षाेल्लास एवं परंपरागत ढंग से रंगों के साथ मनाया गया। लोगों ने एक दूसरे को रंग अबीर व गुलाल लगाकर गले लगाया और होली की बधाइयां दी। वही दूज में बहनों ने अपने भाइयों के टीका कर लंबी उम्र की कामना की। बीते मंगलवार को होलिका दहन का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
Read More »किशोरी के साथ हुई मारपीट, चार के विरुद्ध केस दर्ज
ऊंचाहार, रायबरेली। कोतवाली क्षेत्र के पूरे गन्नी मजरे कन्दरावां गाँव निवासी देशराज का गांव के ही पड़ोसियों से जमीनी विवाद चल रहा है, गुरुवार की दोपहर बाद पड़ोसियों ने होली के हुड़दंग में उसकी खड़ी गेंहू की फसल को रौंदकर खराब कर दिया। जब उसकी बेटी पिंकी 17 वर्ष ने इस बात का विरोध किया तो आरोप है कि चार लोगों ने लाठी डंडे से उसे मारपीट कर घायल कर दिया। परिजनों की मदद से घायल को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया।
Read More »दर्जन भर दबंगों ने लाठी डंडे से सगे भाइयों को पीटा, घायल
ऊंचाहार, रायबरेली। मामला कोतवाली क्षेत्र के गांव नारायणपुर मजरे आइमा जहनियां का है, जहां बुधवार की रात गांव निवासी राकेश कुमार की गाँव के ही कुछ लोगों से कहासुनी हो गई, आरोप है कि करीबन एक दर्जन लोग लाठी डंडे से लैस होकर आये और उसे पीटना शुरू कर दिया। बीच बचाव करने आये उसके भाई गुड्डू को भी मारपीट कर घायल कर दिया गया। परिजनों द्वारा घायलों को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया। सीएचसी अधीक्षक डॉ मनोज कुमार शुक्ल ने बताया कि मारपीट में घायल दो लोग सीएचसी आये थे, जिनका उपचार किया गया ।
Read More »चैतन्यचंद्र निज नाम के दान हेतु अवतरित हुएः चंचलापति दास
⇒फूलों की होली, छप्पन भोग, हरिनाम संकीर्तन एवं महाभिषेक रहा आकर्षण का केन्द्र
⇒चंद्रोदय मंदिर में महाभिषेक के दर्शन के लिए उमड़ा जन सैलाब
मथुरा। विश्व प्रसिद्ध ब्रजमंडल की होली उत्सव के मध्य फाल्गुन की पूर्णिमा को प्रेमावतार श्री चौतन्य चंद्र का अवतरण हुआ। भक्ति वेदांत स्वामी मार्ग स्थित वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर में श्री गौरांग महाप्रभु की जयंती पर मंदिर प्रांगण में फूल बंगला, छप्पन भोग, पालकी उत्सव, महाभिषेक, हरिनाम संकीर्तन एवं फूलों की होली का आयोजन हुआ।
भक्तों को सम्बोधित करते हुए चंद्रोदय मंदिर के अध्यक्ष श्री चंचलापति दास ने कहा गौड़ीय वैष्णव आचार्य भक्ति विनोद ठाकुर गौर तत्व की व्याख्या में कहते है चैतन्य महाप्रभु स्वयं नंद सुता हैं। प्रेमावतार चैतन्य महाप्रभु निज नाम का दान करने के लिए अवतरित हुए। वो कलियुग में अधम प्राणियों के उद्धार के लिए, महाप्रभु ने नाम प्रभु के रूप में अवतरण लिया और उन्होंने हरे कृष्ण मंत्र को जन सामान्य के लिए प्रकाशित किया। इनका पूरा शरीर संकीर्तन शरीर है। अतः इनके शरीर से सदैव हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे का प्रवाह होता है। श्री चैतन्य महाप्रभु को प्रेमावतार करुणावतारं कहा गया है। श्री राधा जी को श्रीकृष्ण से प्रेम करके कैसा रसास्वाद मिलता है।
सतीश कौशिक। …अब जाने भी दो यारो..
राजीव रंजन नाग, दिल्ली। 9 मार्च की सुबह फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ पूरे देशभर के लिए काफी गमगीन तरीके से हुई। एक से बढ़कर एक कई शानदार फिल्मों में अपने बेहतरीन अभिनय का हुनर दिखाने वाले अभिनेता सतीश कौशिक ने दुनिया को अलविदा कह दिया। अचानक आई इस खबर ने हर किसी को हैरान करके रख दिया। उनके निधन की जानकरी उनके अच्छे दोस्त और बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने सोशल मीडिया के जरिए दी। अनुपम खेर ने कहा सतीश कौशिक के अंतिम मुंबई में होगा।
होली से एक दिन पहले सात मार्च का दिन था। मुंबई के जुहू में शबाना-जावेद अख्तर के घर पर होली पार्टी का आयोजन किया गया था। इस पार्टी में सतीश कौशिक भी शामिल हुए थे। उन्होंने होली पार्टी के बाद अपने इंस्टाग्राम पर कई तस्वीरें भी शेयर की थीं। होली पार्टी के दौरान सतीश कौशिक बेहद खुश नज़र आ रहे थे और उनकी सेहत भी ठीक ठाक लग रही थी। एक तस्वीर में वो ऋचा चड्ढा और अली फज़ल के साथ दिख रहे हैं। ऋचा सेल्फी लेती दिखाई दे रही हैं. सतीश कौशिक ने भी लिखा कि उन्होने न्यूली वेड कपल से मुलाकात की है।
राधाकुंड परिक्रमा मार्ग में चले ईंट पत्थर
⇒पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को घरों में दबिश देकर पकड़ा
⇒पुलिस ने अपनी ओर से 19 नामजद सहित करीब 10 अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
मथुरा। थाना गोवर्धन क्षेत्र के राधाकुंड परिक्रमा मार्ग में धुलेंडी के दिन दो पक्षों के बीच झगडे के बाद ईंट पत्थर फिंके। इससे परिक्रमा मार्ग में भगदड मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के करीब आधा दर्जन लोगों को घर के अंदर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अपनी ओर से इस मामले में 19 लोगों को नामजद किया है जबकि आठ से दस लोगों को अज्ञात में शामिल किया। पुलिस की इस कार्यवाही के बाद तमाम लोग घरों से भाग खडे हुए हैं। पुलिस लगातार दबिश दे रही है। गांव में दहशत का माहौल है। बताया जा रहा है कि झगडे की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। पुलिस ने मामला शांत करा दिया था। पुलिस के जाने के बाद एक बार फिर दोनों पक्षों में झगडा हो गया। सूचना पर पहुंचे गोवर्धन थाना प्रभारी नितिंन कसाना ने पुलिस बल के साथ घरों में दविश दी। करीब आधा दर्जन लोगों को पकड़कर थाने ले गए।
उपचार के लिए ले जाते समय महिला की मौत
बेटे की पिटाई के दौरान बचाव में आई थी महिला
मथुरा। भवनपुरा में महिला की उपचार को ले जाते समय मौत हो गई। पुलिस ने मृतिका के शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। बुधवार को धुलेंडी के समय राहुल पुत्र पूरन निवासी भवनपुरा और रवि पुत्र मुख्तयार निवासी भवनपुरा के बीच शराब के नशे में विवाद हो गया था। लोगों ने दोनों को समझाकर अलग करा दिया। आरोप है कि कुछ देर बाद रवि अन्य लोगों के साथ राहुल के घर पहुंच गया। मारपीट करने लगा, बचाव में राहुल की मां लज्जा पत्नी पूरन आई। रवि और उसके सहयोगियों ने लज्जा की लाठी डंडों से पिटाई कर दी। बृहस्पतिवार तड़के वाल्मीकि महिला लज्जा (50) ने उपचार को ले जाते समय रास्ते में दम तोड दिया।
महिला सशक्तिकरण और भारत का विकास
स्वामी विवेकानन्द ने कहा था, ‘जब तक महिलाओं की स्थिति में सुधार नहीं होगा तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता क्योंकि पक्षी अपने एक पंख से आकाश में नहीं उड़ सकता।’
महिलाएं हमारे देश की आबादी का आधा हिस्सा हैं। इसलिए राष्ट्र के विकास में महिलाओं की भूमिका और योगदान को पूरी तरह से सही परिप्रेक्ष्य में रखकर ही राष्ट्र निर्माण को समझा जा सकता है।
प्रागैतिहासिक युग से नवजागरण युग तक महिलाओं की प्रगति यात्रा अनेक सफलताओं और विफलताओं से भरी है। निःसंदेह, घर से बाहर आने और कामकाजी बनने से महिलाओं को एक नई पहचान मिली है जिससे उनका हौसला भी बड़ा है। विशेष उपलब्धियों, क्षमताओं, विशिष्ट कार्यशैली और प्रतिभा के बल पर महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में अपनी स्वतंत्र पहचान बना चुकी हैं।
महिला साक्षरता की दर बढ़ी है। उन्हें गृहलक्ष्मी के साथ-साथ कार्यलक्ष्मी बनने के भी अवसर मिले हैं। घर की रानी अब हुक्मरानी बन चुकी है। 73वें संविधान संशोधन के जरिए पंचायती राज्य संस्थाओं में एक तिहाई स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित करने का कदम भी बहुत कारगर सिद्ध हुआ है।
तुलसीदास ने जिस पराधीनता को नारी के सबसे बड़े दुःख के रूप में देखा उसे आज की नारी ने गांव, कस्बे, नगर और महानगर सब जगह उतार फेंका है। आजकल की युवतियां किसी की परिणीता बनने के सपने नहीं देख रही है। उच्च शिक्षा प्राप्त युवतियां शादी के मुकाबले कैरियर को चुन रही हैं। हालांकि छोटे शहरों में युवतियों को आत्मनिर्भरता के अवसर बहुत कम हैं लेकिन ये युवतियां जहां भी हैं, अपने हस्ताक्षर बना रही हैं।
बहरावली में होली पर युवक की गोली मार कर हत्या
दो पक्षों में हुए झगडे में चली गली में गई जान
मथुरा। छाता क्षेत्र के गांव बहरावली में होली के रंग में भंग पड़ गया। गुलाल लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। जिसमें एक युवक के सर में गोली लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। परिवारजनों ने छाता थाने में घटना की शिकायत कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि छाता के गांव बहरावली में गुलाल लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि हथियार निकल आए और आरोपियों ने होरी लाल के सिर में गोली मार दी। जिसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। घटना से गांव में सन्नाटा पसर गया। घटना की सूचना पाकर छाता पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। गोविंद बृजवासी ने बताया कि आरोपियों से कोई भी दुश्मनी नहीं थी।
जस्टिस फॉर चिल्ड्रन एंड वूमेन सोसाइटी ने किया कामकाजी महिलाओं का सम्मान
⇒जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैः सतीश
मथुरा। जस्टिस फॉर चिल्ड्रन एंड वूमेन सोसाइटी ने 11 कामकाजी महिलाओं को सम्मानित किया। सामाजिक कार्यकर्ता सतीश चंद्र शर्मा ने बताया कि महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए संचालित संस्था जस्टिस फॉर चिल्ड्रन एंड वूमेन सोसाइटी द्वारा कामकाजी महिलाओं को उनके कार्य स्थल पर जाकर सम्मानित किया गया। इस तरह के कार्यक्रम संस्था कामकाजी महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए करती है। जिससे समाज में उनकी भूमिका और महत्वपूर्ण हो सके। संस्था अध्यक्ष सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है। संस्कृत में एक श्लोक है श्यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता अर्थात् जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।