जो सभ्यता अपने इतिहास पर गर्व करती है, अपनी संस्कृति को सहेज कर रखती है और अपनी परंपराओं का श्रद्धा से पालन करके पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाती है वो गुजरते वक्त के साथ बिखरती नहीं बल्कि और ज्यादा निखरती जाती है।
जब चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा के सूर्योदय के साथ सम्पूर्ण भारत के घर घर में लोग अपने इष्टदेवी देवता का अपनी अपनी परंपरा अनुसार पूजन करके नवसंवत्सर का स्वागत कर रहे होते हैं, तो विश्व इस सनातन संस्कृति की ओर कौतूहल से देख रहा होता है। क्योंकि कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से पूर्वोत्तर तक लोग इस दिन को उगादि, नवरेह, नवरात्र, गुढ़ी पड़वा, जैसे त्योहारों के रूप में मना रहे होते हैं, पावन नदियों की पूजा कर रहे होते हैं, मंदिरों में मंत्रोच्चार के साथ शंखनाद और घंटनाद चल रहा होता है, तो यह पूजन अपने लिए नहीं होता। क्योंकि अपने लिए जब मनुष्य पूजा करता है तो अकेले कर लेता है कभी भी कर लेता है कहीं भी कर लेता है, कैसे भी कर लेता है। कभी करता है, कभी नहीं भी करता। लेकिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि को वो केवल जीवन जीता ही नहीं है, वो इस दिन को मनाता भी है। इस दिन वो कृतज्ञता प्रकट करता है उस प्रकृति के प्रति जिसने उसके खेतों को फसलों से भर दिया वो आभार व्यक्त करता है उन फसलों का जो उसकी खुशहाली का प्रतीक हैं वो शुक्रिया अदा करता है उस सृष्टि का जिसने उसे इतना कुछ दिया, और वो नतमस्तक होता है उस परम पिता परमेश्वर के आगे जो इस सृष्टि का पालनहार है। और इसलिए यह पूजन उसके खुद के लिए न होकर सम्पूर्ण सृष्टि के लिए होता है, प्रकृति के लिए होता है, मानव समाज के लिए होता है, पशुओं के लिए होता, पक्षियों के लिए होता है, फल देने वाले पेड़ों के लिए होता है, फसलों पौधों के लिए होता, सबकी सुख समृद्धि के लिए होता है। और चूंकि अच्छी फसल पर केवल वो किसान ही नहीं निर्भर होता जिसने खेतों में साल भर मेहनत की होती है बल्कि हम सभी निर्भर होते हैं। इस लिए यह दिन एक त्यौहार बन जाता है जिसमें मनुष्य बीते हुए साल के लिए कृतज्ञता प्रकट करता है तो आने वाले साल के लिए आशीर्वाद की मंगलकामना करता है। सालों से चलने वाली यह परंपरा हर भारतीय घर की संस्कृति का हिस्सा है। शायद इसलिए पूरी दुनिया के साथ मौज मस्ती करते हुए झूमते नाचते हुए हम भारतीय भी भले ही पहली जनवरी को न्यू ईयर पार्टी में जाते हों, लेकिन नववर्ष तो अपने इष्टदेव के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ ही मानते हैं। तारीखें देखने के लिए भले ही अंग्रेजी कैलेंडर लाते हों लेकिन तिथियाँ तो पंचांग में ही देखते हैं। जन्म से लेकर मृत्यु ,गृह प्रवेश से लेकर भूमिपूजन, मुंडन से लेकर विवाह तक शुभ मुहूर्त तो विक्रम संवत से ही निकालतें हैं।
सरकार की मदद के लिए आगे आए फिरोजाबाद ब्लाक के पंचायत सचिव जितेन्द्र यादव
फिरोजाबाद। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में जिले के ग्राम विकास अधिकारी संघ ने सार्थक पहल की है। ब्लाक फिरोजाबाद में तैनात एक ग्राम विकास अधिकारी ने एक माह का वेतन पीएम राहत कोष में देने की घोषणा की है।
कोरोना वायरस के प्रकोप में बचाव हेतु केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे है। इससे राजकोष भी प्रभाव पड़ रहा है। लेकिन सरकार की मदद हेतु आमजन के साथ सरकारी सेवा में तैनात अधिकारी भी आगे आ रहे है। इसी क्रम में ब्लाक फिरोजाबाद में तैनात ग्राम विकास अधिकारी जितेन्द्र यादव ने माह का वेतन राजकोष में दान देने की घोषणा की है। उन्होंने इस आशय का एक घोषणा पत्र एडीओ पंचायज को सौंपा। इस दौरान वरिष्ठ सहायक आदि मौजूद रहे।
प्रशासन ने कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन होने पर लगाई बाजार की दौड, कराई दुकाने बंद, बाजार में मची अफरा तफरी
शिकोहाबाद। पूरे प्रदेश में कोरोना के कहर को देखते हुए लॉक डाउन के आदेश पर नगर प्रशासन ने बाजार की दौड लगा दी। प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने लोगों से अपने अपने प्रतिष्ठान को बंद करने के लिए कहा। जिससे बाजार में अफरा तफरी मच गई। बाजार में शारदीय नवदुर्गा बुधवार से शुरू हो रहे हैं ऐसे में बाजार में हवन सामिग्री के साथ घरेलू सामान को खरीदारी करने के लिए भीड उमड पडी। हर दुकान पर लोगों की भीड लगी हुई थी। लेकिन जैसे ही लॉकडाउन की जानकारी हुई तो एसपी ग्रामीण राजेश कुमार, एसडीएम एकता सिह, सीओ इदुप्रभा, प्रभारी निरीक्षक मय फोर्स के बाजार में उतंर पडे। उन्होने माईक द्वारा लोगों से अपने घरों में जाने की अपील की तथा दुकानदारों व रेडी लगाने वालों को तत्काल दुकानें बंद कर अपने घर चले जाने के लिए कहा। इस दौरान एसपी देहात ने मेडीकल स्वामियों को हडकाते हुए कहा कि 4 लोगों से अधिक मेडिकल पर नही दिखने चाहिए अन्यथा की स्थित में मेडिकल को बंद करा दिया जायेगा। प्रशासन को देखकर व्यापारी धडाधड दुकानो के सटर गिराने लगे। प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि कोरोना वायरस के बढते प्रभाव को रोकने के लिए तीन दिन के लिए लॉक डाउन किया गया है। इस दौरान सभी लोग अपने परिवार के साथ घर में ही रहे। अ
Read More »सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर पालिका प्रशासन से रखी मांग
शिकोहाबाद। नगर में सफाई कर्मचारियों को कोरोना से बचाव की किट नही मिलने से नाराज होकर नगर पालिका में हंगामा किया। इस दौरान सभासदों ने भी पालिका में बैठक कर सफाई कर्मचारियों व उनके परिवार को मॉस्क सहित अन्य जरूरी उपकरण मुहैया करने के लिए ईओ से मांग की। ईओ अवधेश कुमार ने सभी को आश्वासन दिया कि सफाई कर्मचारियों की मांग को जल्द ही पूरा कर दिया जायेगा। सफाई नायक रामौतार का कहना है कि कोरोना वायरस को देखते हुए सफाई कमचारी दिन रात महनत कर दवाओं के छिडकांव के साथ ही साफ सफाई कर रहे हैं लेकिन उन्हें बचाव के लिए कोई भी उपकरण नही दिए गए है। ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को मास्क दे दिए गए हैं । लेकिन परिवार के लोगों को भी व्यवस्था होनी चाहिए क्योकि कर्मचारी का मास्क बच्चे भी लगा रहे हैं। जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। ऐसे में सफाई कर्मचारियों की जिंद्गी भी अनमोल है। सफाई कर्मचारियों को जल्द से जल्द सामान दिया जाये।
Read More »पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप
एसएसपी कार्यालय को शिकायती पत्र भेजा
शिकोहाबाद। थाना क्षेत्र के गांव नगला ऊमर निवासी अवधेश कुमार ने एसएसपी कार्यालय को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें उसने थाना पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप लगाया है।
अवधेश का कहना है कि उसने अपनी पुत्री खुशी उर्फ सूर्यकांती उर्फ कुसमा की शादी डेढ़ साल पूर्व कंथरी निवासी सज्जन सिंह उर्फ गुंज्जन के साथ की थी। शादी के बाद से ही ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर उसका उत्पीड़न करने लगे। कई बार पंचायत कराई, लेकिन ससुरालीजनों का उत्पीड़न कम नहीं हुआ।
चार दिन से बिजली न आने पर ग्रामीणों ने विद्युत फीडर पर जमकर काटा हंगामा
टूंडला। चार दिन से बिजली न आने पर ग्रामीणों के सब्र का बांध मंगलवार को टूट गया। ग्रामीणों ने जटपुरा विद्युत फीडर पर जमकर हंगामा किया। पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
थाना नगला सिंघी क्षेत्र के गांव बजहेरा के ग्रामीण मंगलवार दोपहर को जटपुरा फीडर पर पहुंच गए। जहां उन्होंने नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि कई गांवों में विगत चार दिन से विद्युत आपूर्ति भंग है। शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बिजली के अभाव में लोग पानी की बूंद.बूंद को तरस गए हैं। गांवों में लगे अधिकतर हैंडपंप भी खराब पड़े हैं। मजबूरन कई किलोमीटर दूर से लोग पानी लाते हैं। फीडर पर कार्यरत कर्मचारी उनकी कोई बात नहीं सुनते। आक्रोशित ग्रामीणों ने फीडर में तालाबंदी करने का प्रयास किया लेकिन कुछ बुजुर्गो ने उन्हें समझाते हुए शांत कराया। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया कि वह एकत्रित न हों और किसी भी परेशानी में उच्चाधिकारियों को फोन से सूचित करें। कोरोना का भय दिखाते हुए ग्रामीणों को वापस घर भेज दिया गया।
सुहागनगरी में लाॅक डाउन की सूचना के बाद बाजारों में उमड़ी भीड़
⇒परचून, सब्जी, दवा की दुकानों में उमड़ी लोगों की भीड़
फिरोजाबाद/टूंडला। मंगलवार दोपहर प्रदेश सरकार द्वारा तीन दिन का लॉक डाउन किए जाने की सूचना मिलते ही लोगों ने खरीदारी करने के लिए दौड़ लगा दी। परचून, सब्जी, दवा की दुकानों पर लोगों की भीड़ लग गयी। इस बीच पुलिस ने लोगों को समझाते हुए भीड़ न लगाने की अपील की, किंतु लोगों में इस कदर खरीदारी की जल्दी थी, कि वे एक-दूसरे से दूरी बनाना भी भूल गये। आखिर में पुलिस को हिदायत देनी पड़ी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मंगलवार दोपहर को घोषणा की गई कि प्रदेश में कोरोना बीमारी से निबटने के लिए तीन दिन का लॉक डाउन किया गया है। जैसे ही यह खबर टीवी न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर पहुंची, वैसे ही नगरवासी अपने घरों के घरेलू सामान की जरूरत के हिसाब से खरीदारी के लिए दौड़ पड़े। सबसे ज्यादा लोग परचून की दुकानों और सब्जी मंडी पहुंचे। लोग सब्जियों का स्टाक करते दिखाई दिए। कोई दस किलो तो कोई बीस किलो आलू खरीद रहा था तो कोई प्याज और टमाटर,गोभी पांच-पांच किलो खरीद रहा था। भिंडी, गोभी, बैगन को भी लोगों ने खूब खरीदा। वहीं किराने की दुकान पर भी लोगों की भीड़ लगी रही। एक-एक आदमी आटे के दो-दो कट्टे ले जा रहा था तो कोई चीनी, दालें, पत्ती व अन्य सामानों का स्टाक कर रहा था। दूध की किल्लत को देखते हुए कुछ लोगों ने पैकेट बंद दूध के कार्टून के कार्टून ही खरीद लिए। यही हाल मेडीकल स्टोरों पर भी रहा अधिकांश लोगों को लगा कि शायद लॉक डाउन के कारण मेडीकल जैसी जरूरत की दुकान भी न खुलें। इसलिए दैनिक दवाओं का सेवन करने वाले लोगों ने एक से दो माह की दवाओं का स्टाक कर लिया। लोगों का कहना था कि लॉक डाउन शायद तीन दिन से ज्यादा बढ़ सकता है। इसलिए पहले से ही व्यवस्था करना ठीक है। मात्र दो दिन में आटा, चावल, दालों, फल, सब्जी से लेकर दवाएं तक दो से तीन गुनी कीमत में मिली। कल तक ग्राहकों को बुलाकर सामान देने वाले दुकानदारों की दो-टूक, लेना है तो लो वरना हट जाओ जैसे शब्दों पर लोग अवाक थे। नगर के बजरंग दल जैसे हिंदूवादी संगठनों ने सोशल मीडिया के जरिए दावा किया था कि वह किसी भी दुकानदार को जमाखोरी और ब्लैक मार्केटिंग नहीं करने देंगे। बावजूद इसके दुकानदारों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
शिक्षण संस्थान खुले पाये जाने पर होगी सख्त कार्यवाही-बीएसए
फिरोजाबाद। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखतें हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकरी डाॅ. अरविन्द कुमार पाठक के द्वारा जनपद के सभी स्कूलों-काॅलेजों एवं कोचिंग सेन्टरों को बंद करने के आदेश जारी किये गये है। स्कूल-काॅलेजों एवं कोचिंग सेन्टरों को बंदी का अनुपालन शतप्रतिशत कराने के लिये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा हर विकास खंण्ड में निगरानी के लिये एक कमेठी का गठन किया गया है। जिसमें अराॅव क्षेत्र में खंण्ड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार, एआरपी संध्या मिश्रा, अजय कुमार, आलोक सिंह, सलिल यादव को कमेठी का सदस्य बनाया गया है। मदनपुर क्षेत्र में खण्ड शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह, एआरपी जयराम सिंह, योगेन्द्र सिंह, जय कुमार, अंजली जादौन को नियुक्त किया गया है। वही शिकोहबाद में खंण्ड शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र सिंह, एआरपी भुवनेश कुमार, रोहिताश्वर श्रीवास्तव, श्याम कुमार, अमरपाल सिंह एवं जसराना में खण्ड शिक्षा अधिकारी धर्मेंन्द्र सिंह, एआरपी रामअवतार, हर्देेश कुमार, सुमन राजपूत एका में खण्ड शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र सिंह, एआरपी राजेश कुमार, सत्यवान सिंह, राकेश चन्द्र, जितेन्द्र सिंह, खैरगढ में खण्ड शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र सिंह, एआरपी सुनील कुमार, कृष्ण गोपान राठौर, वीर नारायण, निसकाम शर्मा को बनाया गया है। नारखी खण्ड शिक्षा अधिकारी तरूण कुमार, एसआरपी विजय कुमार, कौशल सिंह, जितेन्द्र प्रताप, अमरनाथ सिंह आर्य, टूण्डला में तरूण कुमार, रविशंकर शर्मा, पुष्पेन्द्र सिंह, दिलीप सिंह, देवेन्द्र सिंह एवं फिरोजाबाद शहर में तरूण कुमार नगर शिक्षा अधिकारी, आरिफा, जफर जीमल, योगेश कुमार, दौलतपाल सिंह की समिति गठित की गयी है।
Read More »कानपुर नगरः क्या कोरोना को ऐसे ही हराया जायेगा ?
⇒बर्रा क्षेत्र की दुकानों व बाजारों में उमढ़ी भीड़।
⇒अगर कोरोना का संक्रमण बढ़ा तो कौन होगा जिम्मेदार ?
कानपुर नगर। कोरोना (नोवेल कोविड-19) के संक्रमण के कारण जहां लगभग पूरे विश्व में हो हल्ला मचा हुआ है। इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिये कई तरह की सावधानियाँ जैसे- बार बार साबुन से हांथ धोना, सेनेटाइजर का प्रयोग करना, माॅस्क का उपयोग करना, छीकते-खांसते समय मुंह ढकना आदि, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण सावधानी बतायी जा रही है कि भीड़भाड़ से बचें।
शायद भीड़भाड़ को खत्म करने के लिये देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 22 मार्च को देश की जनता को सम्बोधित करते हुए ‘‘जनता कर्फ्यू’ का ऐलान किया और अपील की कि जनता को भीड़भाड़ से बचना चाहिये। प्रधानमन्त्री की अपील का साथ भी देश की जनता ने दिया।
इसके बाद उप्र के कई जिलों में भीड़भाड़ रोकने के लिये आमजनों को एक स्थान पर इक्ट्ठा होने पर रोक लगा दी गई। कई जिलों में धारा-144 लगा दी गई। इसके अनुपालन में 23 मार्च को भी जनता ने पूरा सहयोग दिया। 24 मार्च को भी शहर की जनता ने जिला प्रशासन का साथ दिया और अपने अपने घरों में बने रहे।
लेकिन 24 मार्च की शाम को कानपुर नगर में दुकानों व कई बाजारों में जो भीड़ देखने को मिली उस नजारे को देखकर सवाल उठना लाजिमी है कि क्या ऐसे ही कोरोना को हराया जायेगा ?
कांग्रेसियों ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की
कानपुर। महानगर काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शहर प्रकाश अग्निहोत्री के आह्वान पर कॉंग्रेस जनो ने अपने अपने घरों की छतो और बालकनी पर मोमबत्तियां जला कर सुकुमा मे शहीद हुए जवानों को भावभीनी श्रद्धांजली दी और उनकी आत्मा शान्ति के लिए प्रार्थना की।कॉंग्रेस अध्यक्ष की इस अपील को कॉंग्रेस जनो के साथ साथ नगर वासियों ने भी बड़ी गम्भीरता से लिया और बड़ी संख्या में इस अभियान में बढ़ चढ़ कर भाग लिया. जहां कॉंग्रेस के वार्ड अध्यक्षों ने अपने अपने वार्डों में मोमबत्तियां जलाई. वहीं गली मोहल्लों व दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले आम नागरिकों ने भी अपने घरों पर दीपक और मोमबत्तियां जला कर शहीद जवानों को नमन किया।गोविन्द नगर विधान सभा में राजकुमार शुक्ला, सैमुअल लकी सिंह, स. अमन दीप सिंह गम्भीर, शरद त्रिवेदी, आदिल राज, विकास अवस्थी व गोपाल पासवान आदि ने अपने अपने घरों पर श्रद्धांजली कार्यक्रम किये! वहीं सीसामऊ विधानसभा में ईखलाख अहमद डेविड, राजकुमार कुशवाहा, मोहन मिश्रा, सुबोध बाजपेई, मुन्ना मिश्रा तौहीद अहमद सिद्दीकी, पुनीत राज शर्मा व दिलीप बाजपेई ने अलग अलग कार्यक्रम आयोजित कर शहीद जवानों को नमन किया।आर्य नगर विधान सभा में शंकर दत्त मिश्रा,के0के0तिवारी, दिलीप शुक्ला, सुशील तिवारी, राजकुमार यादव व डॉ रमा शुक्ला ने श्रद्धांजली अर्पित की।तो छावनी में संदीप शुक्ला, शादाब आलम,अबुउरेस खां, नीतेश बाजपेई और विवेक दीक्षित ने।वहीं किदवई नगर में महेंद्र सिंह भदौरिया, संगीत तिवारी, दीप्ति सचान, विकास सोनकर, सुरेंद्र मिश्रा ने भाग लिया।
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