कानपुर। देश ऐसी परिस्थति में है जब हर एक अपनी जिंदगी से जूझ रहा। लोगों के आगे ज़िंदा रहने के लिए खाना पीना टेढ़ी खीर हो गया है। न गत से खाने को है न पहनने और रहने को। लेकिन हर जतन कर इंसान अपनी और परिवार की जीविका चला रहा है। इस बीच एक कल युगी मां ने जो तस्वीर पेश की उसने ममता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। निर्दई मां ने गर्भपात करा कर बच्ची का भ्रूण कपड़े में लपेटकर सड़क किनारे फेंख दिया। कल्याणपुर थाना क्षेत्र का है जहां सुबह पनकी रोड से गुजर रहे राहगीरों ने सड़क किनारे कूड़े के ढेर में कपड़े में लिपटा एक 7 महीने की बच्ची का भ्रूण पड़ा देखा। जिसे देख राहगीरों ने हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर घटनाक्रम में पहुंची। पुलिस ने बच्ची के भ्रूण को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
Read More »तेज रफ्तार कंटेनर अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़कर दूसरी ओर पहुंच गया, कुछ देर लगा रहा जाम
कानपुर। बर्रा थाना क्षेत्र के गुजैनी नेशनल हाईवे पर बीते दिन बुधवार को रात तकरीबन 9.30 बजे भौती की ओर से रामादेवी की ओर जा रहा एक तेज रफ्तार कंटेनर अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ता हुआ अपनी लेन से दूसरी लेन पर बीचो.बीच जा पहुंचा। जिस कारण हाईवे पर लंबा जाम लग गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जाम को देख धीरे..धीरे एक. एक कर वाहनों को जाम से निकलवाया। जिससे जाम को निजात मिल सके और कंटेनर बीच सड़क से हटवाने के लिए क्रेन बुलवाई, जिससे कंटेनर को किनारे करवाया जा सके।
Read More »जिलाधिकारी ने परखी बालगृह की व्यवस्था
◆ बच्चों को दिए जाने वाला खाना स्वादिष्ट एवं पौष्टिक हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए
कानपुर नगर। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने राजकीय बालगृह बालक कल्याणपुर के औचक निरीक्षण के दौरान उपस्थित जिला प्रोबेशन अधिकारी को दिए । जिलाधिकारी द्वारा आज कल्याणपुर स्थित बालग्रह का औचक निरीक्षण किया गया ।निरीक्षण के दौरान उन्होंने बालको से जानकारी प्राप्त करते हुए पूछा कि आपको खाना समय से मिलता है, जो खाना आपको मिलता है वह आपको अच्छा लगता है कि नहीं , इस पर बालक ने बताया कि खाना हमारी पसंद का होता है और बहुत अच्छा लगता है। जिलाधिकारी ने बच्चों से जानकारी प्राप्त करते हुए पूछा कि आज आपको खाने में क्या मिला ,इस पर बच्चों द्वारा बताया गया कि सुबह आलू सोया मेथी की सब्जी अरहर की दाल चावल रोटी मिली थी और अभी पूरी हम लोगो को पूड़ी दूध मिला है।
Read More »जया अम्मा के जैसा दमदार और प्रेरणादायक किरदार निभाना मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा थी: कंगना राणावत
ज़ी बॉलीवुड मना रहा है 101% शुद्ध ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘जुदाई’ के शानदार 25 साल का जश्न, 28 फरवरी को
डिजिटल प्रौद्योगिकियों के विकास ने हमें अपनी भाषाओं और संस्कृति विरासत को संरक्षण और विकास के नए अवसर प्रदान किए
भारत सॉफ्टवेयर की एक महाशक्ति के रूप में जाना जाता है। अगर हम वैश्विक विकसित देशों की सॉफ्टवेयर कंपनियों के कर्मचारियों पर अनुमान लगाएं तो मेरा मानना है कि हमें कई भारतीय मूल के डेवलपर, प्रोग्रामर सॉफ्टवेयर, विशेषज्ञ मिलेंगे जो बड़े-बड़े पैकेजों से अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। परंतु अगर हम कृषि और गांव प्रधान देश में जीरो ग्राउंड पर जाकर विश्लेषण करेंगे तो अभी भी डिजिटल विकास का जनसैलाब हमारे ग्रामीण व कृषि भाइयों तक अपेक्षाकृत कम पहुंचा है। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें भरपूर प्रयत्न कर रहे हैं कि कृषि और ग्रामीण इलाकों में डिजिटलाइजेशन की क्रांति तेजी से पहुंचे हालांकि अनेक शासकीय कार्य आसानी से शीघ्र हो सके तथा उनको मिलने वाली सहायता राशि, पैकेज, उनके मेहनत और कृषि वस्तुओं का पैसा, उनके अकाउंट में सीधे ट्रांसफर हो सके ताकि बिचौलिए, रिश्वतखोरी और अवैध वसूली करने वालों का आंकड़ा जीरो हो जाए और ग्रामीण किसानों के जीवन समृद्धि में वृद्धि हो सके।
साथियों बात अगर हम विभिन्न डिजिटल प्रौद्योगिकियों से हमारे जीवन, जीवनस्तर, हमारी विरासत के संरक्षण, विकास के अवसर की करें तो हमारी डिजिटल प्रौद्योगिकी ने हमारी जीवनशैली ही बदल कर रख दी है। अधिकतम सकारात्मक दिशा में तो कुछ हद तक नकारात्मक दिशा में भी हुई है जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह हर आयाम के भी कुछ नकारात्मक पहलू होते हैं। पर हमें कोशिश करके नकारात्मक पहलू छोड़कर सकारात्मकता की ओर बढ़ कर डिजिटल प्रौद्योगिकी के विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाने की ज़रूरत है।
साथियों बात अगर हम अपनी भाषा और संस्कृति विरासत हजारों वर्ष पूर्व इतिहास के उन संदर्भित पन्नों की बात करें तो उन्हें संजोकर रखने का महत्वपूर्ण और काम इस डिजिटल प्रौद्योगिकी की तकनीकी के कारण हो सकता है। आज हजारों लाखों पृष्ठों की हमारी विरासत, संस्कृति, भाषाओं नीतियों का संरक्षण हम डिजिटल प्रौद्योगिकी की विभिन्न तकनीकों से करने में सफल हुए हैं। नहीं तो आगे चलकर हमारी अगली पीढ़ियों तक यह स्वर्ण पन्नों की लिखित विरासत पहुंचती या नहीं इसका जवाब समय के गर्भ में छिपा था। परंतु अभी हम डिजिटल प्रौद्योगिकी के ऐप के भरोसे कह सकते हैं कि यह विरासत मानव प्रजाति होने तक सुरक्षित रहेगी, यह उसका सकारात्मक उपयोग और संरक्षण योग्य और सुरक्षित हाथों में रहने पर निर्भर है।
लड़कियों को तंदुरुस्त बनाईये
माँ जो जगदाधार है, माँ जो परिवार की नींव है उसे खुद को स्वस्थ और तंदुरुस्त रहने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। स्त्री को ममता की मूरत माना जाता है, माँ बनना हर औरत का सपना होता है। लड़की की शादी के बाद कुछ ही समय में परिवार और रिश्तेदार वाले पूछते रहते है, खुश ख़बर कब सुना रही हो? लेकिन आजकल देखा जा रहा है की कई महिलाएं मां नहीं बन पा रही है। या तो गर्भ ठहरता भी है तो दो ढ़ाई महीने बाद बच्चे का विकास अटक जाता है, और अबोर्शन करके अविकसित गर्भ निकलवाना पड़ता है। हर माता-पिता का फ़र्ज़ है की अपनी बच्ची को बचपन से ही हैल्दी खानपान से तंदुरुस्त बनाईये, क्यूँकि बेटी को अपने अंदर एक जीव को पालना है, जिसके लिए उसका खुद का शरीर स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। आजकल हर पाँचवी लड़की को माँ बनने में कोई न कोई दिक्कत आती है। महिलाओं के मां न बन पाने के कई कारण हो सकते है। जिसमें काफ़ी हद तक उनकी लाइफस्टाइल ज़िम्मेदार होती है। खासकर खान-पान बाहर का खाना जिसमें प्रिज़र्वेटिव और फूड़ कलर की मात्रा अधिक होती है। मैदे से बने जंक फूड का अधिक सेवन, ओवर ईटिंग, मोटापा, ज़रूरत से ज़्यादा डायटिंग, अचानक वज़न बढ़ना या बहुत ज़्यादा वज़न घटना, एक्सरसाइज़ बिल्कुल न करना या ज़रूरत से ज्यादा एक्सरसाइज़ करना भी मां बनने में बाधक होता है। चरबी युक्त खाना खाकर जब मोटापा बढ़ जाता है, तो क्रैश डायटिंग करना शुरू कर देती है। इन सबके चलते शरीर में इतनी तेज़ी से हार्माेनल बदलाव होता है कि शरीर का हार्माेनल बैलेंस ही बिगड़ जाता है, जो माँ नहीं बन पाने का कारण बन जाता है।
आजकल लड़कियों में बहुत कम उम्र में ही पीसीओएस की समस्या भी देखी जा रही है। इसका कारण उनका ग़लत खानपान और स्ट्रेस है। पीसीओएस/पीसीओडी के कारण महिलाओं में ओवेल्यूशन नहीं होता, महिलाओं के शरीर में सामान्य की तुलना में बहुत अधिक हार्माेन्स बनते है। हार्माेन में इस असंतुलन की वजह से पीरियड्स नियमित नहीं रहते है ,आगे चलकर इससे प्रेग्नेंसी में समस्या आ जाती है।
आवारा गौवंशों को अस्थाई बाढ़ों में किया जा रहा है संरक्षित
कानपुर देहात । जिला पंचायत अधिकारी नमित शरण ने बताया कि जनपद में आवारा घूम रहे गौवंशों हेतु अस्थाई बाढ़े का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे आवारा गौवंशों को उनमें संरक्षित किया जा सके, इसके लिए सम्पूर्ण व्यवस्थाऐं पूर्ण की जा रही है, गौवंशों हेतु हरा चारा, पानी, चोकर इत्यादि की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे कि किसानों की फसलों के नुकसान से बचाया जा सके और सड़कों में गौवंशों के घूमने से हो रही दुर्घटनाओं से निजात दिलाया जा सके, इसके लिए सम्पूर्ण व्यवस्थाऐं की जा रही है।
Read More »नगर पंचायत अध्यक्षा शाहीन सुल्तान ने मतदान कर नागरिकों को भी मतदान के लिए किया प्रेरित
ऊंचाहार, रायबरेली । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण की मतदान प्रक्रिया आज संपन्न हुई। समाज के हर वर्ग हर समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर मतदान किया। परंतु इस बार देखा जाए तो मुस्लिम समुदाय की सियासत दिन पर दिन बदल रही है। कुछ पार्टियों के लिए मुसलमान वोंट सत्ता की कुर्सी के लिए रास्ता बनाती है। मुस्लिम समुदाय की जो नई पीढ़ी है वह पढ़ी-लिखी है और उसकी सोच देश और समाज की तरक्की पर निर्भर करती है। चुनाव के माहौल के दरमियान राजनीतिक पार्टियां और मुस्लिम वोटर दोनों ही यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किसके साथ चलें या किस को साथ लेकर चलें। फिलहाल जनता अभी कुछ बोल नहीं रही है। जनता की खामोशी चुनाव में वोट की चोट करेगी और परिणाम घोषित होने के बाद ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
Read More »भाजपा प्रत्याशी अमरपाल मौर्य ने विधानसभा क्षेत्र की जनता का जताया आभार
ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण का मतदान आज संपन्न हुआ। रायबरेली जनपद की हॉट सीट बनी ऊंचाहार विधानसभा 183 पर मतदान समाप्त होने के पश्चात् भाजपा प्रत्याशी अमरपाल मौर्य ने अपने कार्यकर्ताओं, समर्थकों के साथ मिलकर जारी किया एक वीडियो। भाजपा प्रत्याशी अमरपाल मौर्य द्वारा जारी किए गए वीडियो में, उन्होंने विधानसभा ऊंचाहार क्षेत्र की जनता का आभार जताते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि उनके हर सुख-दुख में वह हर पल उपस्थित रहेंगे। वीडियो के माध्यम से उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों का भी आभार प्रकट किया है।
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