फिरोजाबाद। स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में लगातार चलाए जा रहे व्यापक मतदाता जन जागरूकता अभियान की श्रृंखला में बुधवार को अपर जिलाधिकारी व उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने जिला मुख्यालय सिविल लाइन से जनपद स्तरीय बाइक रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।बाइक रैली में सैकड़ों की संख्याओं में युवाओं पूरे जोश-खरोश के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व मेें सभी मतदाताओं की सहभागिता सुनिश्चित कराने एवं मतदाता जनजागरूकता को सफल बनाने के उददेश्य से हाथों में विभिन्न स्लोगन लिखी तकतियों के साथ उद्घोष करते हुए चल रहे थे।
Read More »शिक्षक संघ की बैठक में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर हुआ मंथन
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की एक बैठक एस.आर.के इंटर कॉलेज में संपन्न हुई। है। बैठक में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर मंथन किया गया।शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमेश चंद्र यादव ने कहा कि 30 नवंबर को लखनऊ में आयोजित एनपीएस के धरना प्रदर्शन में सभी शिक्षक साथियों से चलने का आवाहान किया गया। बैठक में शिक्षकों ने पदोन्नति एवं विनमतीकरण प्रोन्नत वेतनमान आदि समस्याओं को लेकर अपनी बात रखी। जिलाध्यक्ष ने उनकी समस्याओ का समाधान जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा कराये जाने का आश्वासन दिया है। जिला मंत्री राजीव शर्मा ने बैठक में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं व प्रधानाध्यापकों से आह्वान किया है कि 30 नवंबर को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लखनऊ पहुंचकर आयोजन को सफल बनाना है।
Read More »चाइल्डलाइन हेल्प लाइन नम्बर 1098 डायल करने पर बच्चों मिलती है मद्द-नगर आयुक्त
फिरोजाबाद। चाइल्ड लाइन दोस्ती सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को आओ बच्चों क मित्र बने के तहत हस्ताक्षर अभियान का आयोजन सुभाष तिराहे पर किया गया। अभियान में सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर बच्चों के मित्र बनने का संकल्प लिया। कार्यक्रम नगर आयुक्त प्रेरणा शर्मा ने कहा कि चाइल्डलाइन हेल्प लाइन नम्बर 1098 डायल करने पर बच्चों की संरक्षण एवं मद्द होेती है। जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से संस्था की वॉलिंटियर्स बड़ी तादाद में लोग को बच्चों के शोषण से बचाने के लिए संदेश दे रहे हैं। यह संस्था का सराहनीय प्रयास है। मुझे आशा है कि संस्था इसी तरह से बच्चों के हित में कार्य करती रहेगी। चिराग सोसाइटी के संस्थापक डा. जफर आलम ने कहा कि चाइल्डलाइन पिछले 11 वर्षों से बच्चों के संरक्षण उनके अधिकारों को सुनिश्चित कराने के लिए कार्य कर रही है।
Read More »हम और हमारी आजादी
कंगना के बयान पर खूब चर्चे हो रहे हैं लेकिन उनके बयान के आगे सोचे तो बहुत कुछ सोचने वाले प्रश्नों का सामना हो जायेगा।कुछ सालों तक सब जानने वाले लोग भी चुप रहें लेकिन तथ्यों से मुंह नहीं मोड़ा जायेगा ये भी सत्य हैं।मानते हैं बहुत लोगो ने देश के लिए तन ,मन धन से आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया, लेकिन कितने साल?१८५७ से शुरू हुआ संघर्ष १९४७ में सफल हुआ क्यों? भगत सिंह,राजगुरु ,चंद्रशेखर आजाद जैसे कईं युवा शहीद हुए,कइयों को जेल या कालापानी की सजाएं हुई जहां जुल्मों सितम की इंतहा थी।खाना,पीना रहने का इंतजाम सब कुछ जानवरों से भी बदतर था , यहां तक कि मल–मूत्र खाने पीने को मजबूर किया जाता था। अंग्रजों द्वारा किए गए जुल्मों सितम सह कर भी जो आजादी नहीं मिली वह १९४७ में कैसे मिल गई? दूसरे विश्वयुद्ध तक भारतीय खजानों से उनकी तिजोरियां भर चुकी थी।दूसरा जर्मनी की ब्रिटन और फ्रांस को युद्ध में पड़कार ने ब्रिटन को तोड़ के रख दिया था।कई ऐतिहासिक निष्णंतो का ये मानना हैं।युद्ध के बाद ब्रिटन को अपने देश को आर्थिक,सामाजिक और मानसिक तरीकों से संभालना था।और आधी से भी ज्यादा दुनियां पर शासन करने वाले देश के पास मुलाजिमों को पगार देना भी मुश्किल हो गया था।ज्यादा ही आर्थिक तंगी हो गई थी।तो एक कारण था द्वितीय विश्व युद्ध।
दूसरे कारण के बारे में हमारी कॉलेज के ट्रस्टी थे,पीरजादा ,जो बहुत विद्वान ,उनका कहना था कि आर्थिक रूप से कमजोर ब्रिटन के नागरिक भी मांग कर रहे थे कि उनका अपना देश लोकशाही में मानते हुए दूसरे देशों पर राज्य कैसे कर सकते हैं वे।उनके अपने देश में बहुत ही विरोध हो रहा था इसलिए उन्हें क्रमश: सभी देशों को आजाद करना पड़ा।अभी कॉलोनियों को आजाद कर दिया था कुछ ही कालचक्र के दरम्यान।
अगर देखा जाएं तो १८४६ में पलेस्टाइन,१९४८ में म्यांमार,१९५२ में इजिप्त,१९५७ में मलेशिया को आजाद कर अपनी राज्य लीला समेट ले थी।उसी समय में अफ्रीकी देशों को भी आजाद कर दिया था।ब्रिटन के झंडे के नीचे ६५ देश थे जिनको बाद में आजादी मिली लेकिन उन में से किसी ने भी उसका श्रेय किसी खास व्यक्ति को दिया हो ऐसा नहीं हैं।ये व्यक्तव्य नहीं आया कि अंग्रेजों के दांत खट्टे कर उन्हे देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया हो।वैसे भी जो सितम दूसरे स्वतंत्र सेनानियों ने सहे हैं वैसे इन नामाना कमाने वालों ने नहीं सहे थे।कोल्हू के बेल की जगह बांध कर तेल निकालने वाले स्वतंत्र सेनानियों की कमी नहीं हैं।जिन स्वतंत्र सैनानियों से ज्यादा खतरा था उनको उतनी ही कड़ी सज़ा दी गई थी। यहां तक की फांसी और गोलियां दागनी आम बात थी ।ब्रिटिश इतिहासविदों के अनुसार द्वितीय विश्व युद्ध के बाद तो गांधीजी का महत्व कम हो गया था।वैसे भी उनकी सैना में ७० फीसदी भारतीय सैनिक थे अगर उनको लड़ने से रोका गया होता तो द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की हिस्सेदारी ही नहीं होती किंतु अहिंसावादी नेताओं ने उन्हें दूसरों के लिए शहीद होने भेज दिया था।तीन दशक तक अहिंसक लड़ाई का नतीजा ओर तीन दशक तक नहीं आता अगर दूसरा विश्व युद्ध न होता।जिसकी सत्ता हैं उसी के हाथ में राज्य की डोर होने से इतिहास की जानकारी छुपा या बदल सकने की ताकत का दुरुपयोग करना सहज ही था।भारत के विभाजन के बाद सरहदें उन्हों ने तय की,सत्ता हस्तांतरण के कागज भी उन्हों ने बनाएं,नकशे भी उन्ही ने बनाएं,ये क्या दर्शाता हैं? १५ अगस्त को आजादी देना भी एक क्रूर मजाक ही था उनका,उस दिन ही जापान शरणागत हुआ था,इसलिए २६ जनवरी की मांग को ठुकरा के १५ अगस्त तय हुई थी। वैसे भी प्रसिद्ध बात तो यह हैं कि अंग्रेज सुभाषचंद्र बोस से चिंतित थे,उनकी फौज और हिलचाल दोनों ही उनकी चिंता का कारण थे।इसी वजह से जाते जाते भी,पता नहीं किस कारण वश ,सुभाष चंद्र बोस को जिंदा या मुर्दा उनके हवाले करने का करार कर गए।इससे बात साफ होती हैं कि अंग्रेज कितने आतंकित थे उनसे?
वैसे कंगना की भाषा और विचार से सहमत हो या नहीं लेकिन सच्चाई से आंखे नहीं मूंद सकते हैं हम।
संकलन जयश्री बिरमी
अहमदाबाद
स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) की 11वीं राज्य उच्च स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) की 11वीं राज्य उच्च स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक आयोजित की गयी। अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट के निस्तारण का प्लाण्ट अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, गोरखपुर, मथुरा, फिरोजाबाद, झांसी, अयोध्या के साथ-साथ लखनऊ व कानपुर में भी लगाया जाए, क्योंकि लखनऊ और कानपुर दोनों ही बड़े शहर हैं और इन शहरों में पुराने भवनों को तोड़कर नये भवनों का निर्माण तेजी सेे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन नगर निगमों में प्लांट्स के लगने के विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की गई है, वह उच्च स्तरीय टेक्निकल कमेटी से भी मंजूर करा ली जाए।
Read More »प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना, ऐसे उठाये लाभ
कानपुर देहात। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन (पीएमएफएमई) योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान के तहत रू0 1500.00 करोड़ से अधिक अनुदान सहायता लगभग 4000.00 करोड़ पूजी निवेश के सापेक्ष के आधार पर आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आत्मनिर्भर बनाने जा रहे है।
Read More »रोजगार मेले में 32 युवाओं को मिला रोजगार
कानपुर देहात। राजकीय आई0टी0आई0 परिसर, अकबरपुर कानपुर देहात में उ0प्र0 कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत संचालित योजनाओं से प्रशिक्षित एवं उत्तीर्ण युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जनपद में जनपद स्तरीय रोजगार मेला आयोजित किया गया, जिसमें 05 कम्पनियों एवं लगभग 250 प्रशिक्षित युवाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। कम्पनियों के एच.आर.मैनेजरों द्वारा उपस्थिति प्रशिक्षित युवाओं का साक्षात्कार लिया गया जिसमें 32 युवाओं का रोजगार हेतु चयन किया गया।
Read More »महिला चिकित्सालय में नवजात बने वार्ड का शुभारंभ
कानपुर देहात। मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय ने जिला चिकित्सालय महिला में एसएनसीयू नवजात बच्चों हेतु बने वार्ड का फीता काट कर शुभारंभ किया, साथ ही सम्पूर्ण व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा निर्देशित किया कि नवजात बच्चोंको किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए यहां पर सम्पूर्ण व्यवस्था की जाये। वहीं उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के तहत 15 नवम्बर से 21 नवम्बर तक बेहतर आज और कल के लिए कार्यक्रम ‘‘माता-पिता को जागरूक करें, स्तनपान को बढ़ावा दे‘‘ का आयोजन किया गया।
Read More »मुख्य विकास अधिकारी ने विकास कार्यो की समीक्षा, दिये निर्देश
आवास योजना के लाभार्थियों के खाते में प्रथम व द्वितीय किस्त भेजने में न हो अनियमितता: मुख्य विकास अधिकारी
कानपुरदेहात । मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक विकास भवन में आयोजन किया गया। इस बैठक में सर्वप्रथम प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन लाभार्थियों के खाते में प्रथम व द्वितीय किस्त नही गयी है। उसे तत्काल भेजकर आवास का निर्माण कार्य कराया जाये, इसमें किसी प्रकार की अनियमितता न बरती जाये तथा 20 नवम्बर को आवास दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाये।
ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से किशोर की मौत
ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। कोतवाली क्षेत्र के कोटिया चित्रा गांव निवासी एक किशोर जो कि पास के ही एक ईंट भट्ठे पर मजदूरी का कार्य करता था।ईटों से लदी ट्रेक्टर ट्राली के पलट जाने से उसकी चपेट में आकर किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया।जिसे स्थानीय लोगों द्वारा सीएचसी ले जाया गया।जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।जहां डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। उक्त गांव निवासी सूरज 16 वर्ष पुत्र देशराज गरीब परिवार से है।मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। मजदूरी के चक्कर में पचखरा गांव के पास एक भट्टे पर मजदूरी का कार्य करता था। मंगलवार की देर शाम ट्रैक्टर ट्राली में ईंट लादकर जा रहा था कि भट्ठे से कुछ ही दूरी पर ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई।
Read More »