प्रतापगढ़। एनडीए की सहयोगी जन जनवादी पार्टी अपने विस्तार के दौर से गुजर रही है। यूपी, बिहार, झारखंड के बाद पार्टी महाराष्ट्र में अभी विधानसभा चुनाव 2024 में अपनी मजबूत स्थिति दर्ज कराई है। महाराष्ट्र में पार्टी ने 2 दर्जन से अधिक उम्मीदवार उतारे। अब जन जनवादी पार्टी अपने गृह प्रदेश उत्तर प्रदेश में संगठन को और मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश व्यापी दौरे का आयोजन कर रही है। जिसकी शुरुआत पार्टी के लिए अहम मुकाम रखने के लिए जिला प्रतापगढ़ से हो रही है। इसी क्रम में रविवार को जिला पंचायत के गेस्ट हाउस में जन जनवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह चौहान ने मीडिया से मुलाकात के बाद कहा कि प्रतापगढ़ इसलिए भी पार्टी के लिए राजनीतिक अहमियत रखता है क्योंकि इस जनपद में चौहानों की स्थिति और क्षत्रिय वोटो की एक अहम भूमिका है।
पंडित नेहरु के पत्रों की पेटी मांगकर प्रधानमंत्री संग्रहलय ने कांग्रेस परिवार के मुश्किल में डाला
राजीव रंजन नागः नई दिल्ली। प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (पीएमएमएल) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के ऐतिहासिक पत्रों का संग्रह लौटाने की अपील कर कांग्रेस कुनबे को मुश्किल में डाल दिया है। हालांकि कांग्रेस ने फिलहाल इस बारे में आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी के अनुरोध पर 2008 में इन पत्रों को सार्वजनिक पहुंच से हटा दिया गया था और तब से इन्हें निजी तौर पर संग्रहीत किया गया है। यह संग्रह मूल रूप से जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड द्वारा 1971 में पीएमएमएल जिसे पहले नेहरू मेमोरियल संग्रहालय एवं पुस्तकालय (एनएमएमएल) कहा जाता था को हस्तांतरित कर दिया गया था। जिसमें 51 बक्से हैं। जिनमें प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा 20वीं सदी की कुछ सबसे प्रमुख हस्तियों के साथ आदान-प्रदान किए गए व्यक्तिगत पत्र हैं। इनमें अल्बर्ट आइंस्टीन, जयप्रकाश नारायण, एडविना माउंटबेटन, पद्मजा नायडू, विजया लक्ष्मी पंडित, अरुणा आसफ अली और बाबू जगजीवन राम को लिखे गए पत्र शामिल हैं। हम समझते हैं कि ये दस्तावेज नेहरू परिवार के लिए व्यक्तिगत महत्व रख सकते हैं। हालांकि पीएमएमएल का मानना है कि इन ऐतिहासिक सामग्रियों को अधिक व्यापक रूप से सुलभ बनाने से विद्वानों और शोधकर्ताओं को बहुत लाभ होगा।
रायबरेली पुलिस अधीक्षक ने किये पुलिस कर्मियों के तबादले
पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। जिले के अंदर क्षेत्रीय स्तर पर बढ़ रहे अपराध और चोरी की घटनाओं को चलते रायबरेली जिले के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने इस बार दरोगा और सिपाहियों के स्थानांतरण किए हैं। बताते चलें कि कुछ महीने पूर्व सोनभद्र से स्थानांतरण होकर आए रायबरेली जिले में तैनात पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह के नेतृत्व में जिले की पुलिसिंग में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। समय-समय पर पुलिसिंग को सुधारने के लिए एसपी द्वारा चलाई जा रही तबादला एक्सप्रेस से आम जनमानस को यह भी समझना होगा कि अपराधियों पर कड़ी नजर होने के साथ-साथ, थाने और चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों पर भी पुलिस अधीक्षक की पैनी नजर है।
कुछ समय से जिले के अंदर कई जगह यह देखने को मिला है कि अपराधियों में खौफ पैदा करने वाली पुलिस अचानक से सुस्त नज़र आ रही थी। यही कारण रहा है कि जिले के कई थाना/चौकी क्षेत्र में चोरी की घटनाओं का ग्राफ बढ़ा है जिसमें खुलासा करने के लिए पुलिस नाकाम रही है।
महर्षि वाल्मीकि अनुष्का सोसाइटी द्वारा गोलाघाट कैंट क्षेत्र में जरूरतमंदों को वितरित किए गये कम्बल
कानपुर नगर। महर्षि वाल्मीकि अनुष्का सोसायटी सामाजिक संस्था ने ठिठुरती सर्दी से गरीबों को राहत दिलाने के उद्देश्य से उन्हें कम्बल वितरित किए। संस्था के संरक्षक भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व सदस्य श्याम सिंह पंवार व्यस्तता के चलते कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन व संस्था के उज्ज्वल भविष्य की कामना का संदेश प्रेषित किया।
सबसे पहले कम्बल का वितरण संस्था के प्रमुख पं. जितेन्द्र वाल्मीकि की होनहार बेटी अनुष्का द्वारा किया गया। कम्बल पाकर गरीबों के खिल उठे चेहरे संस्था का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें अब सर्दी से राहत मिल सकेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पार्षद सुनील वाल्मीकि ने लोगों को कम्बल वितरित किए। पार्षद सुनील वाल्मीकि ने संस्था द्वारा जनहित के कल्याण के लिए किए गए सामाजिक कार्यों का ब्यौरा देते हुए बताया कि संस्था लगभग पिछले बीस वर्षों से समाज के उपेक्षित, दलित, मजलूम व असहाय लोगों की सहायता कर उनकी पीड़ा को कम करने हेतु सतत प्रयासरत है। उन्होंने संस्था के प्रमुख जितेंद्र वाल्मीकि के समाजिक सेवा के जज्बे की सराहना करते हुए कहा कि ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य के साथ दीर्घायु करे।
भाजपा के मंडल अध्यक्षों चुनाव के लिए आज होंगे आवेदन
हाथरस। भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे प्रदेश में शुरू किए गए संगठन चुनाव अभियान के तहत आज पूरे जनपद के सभी मंडलों के साथ भाजपा हाथरस शहर अध्यक्ष के लिए भी आवेदन किए जाएंगे। उक्त संबंध में शहर में भी भारतीय जनता पार्टी के नगर चुनाव अधिकारी सुनील गौतम की सूचना अनुसार आज 15 दिसम्बर रविवार को दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक रघुनाथ मंदिर रामनगर कॉलोनी कामरेड भगवानदास मार्ग मुरसान गेट पर वह बैठेंगे। नगर के जो भी कार्यकर्ता संगठन अध्यक्ष पद हेतु आवेदन करना चाहते हैं वह 1 बजे से 4 बजे तक स्वयं उपस्थित होकर दो सक्रिय सदस्यों को अपने साथ प्रस्तावक अथवा अनुमोदक के रूप में लाकर अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी के शहर अध्यक्ष मूलचंद वार्ष्णेय ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से समय अनुसार आवेदन प्रक्रिया में भाग लेने का अनुरोध किया है।
Read More »डिजिटल अरेस्ट से ठगी-कहां छुपी है नाकामी
अजय कुमारः लखनऊ। 21 वीं सदी के भारत में डिजिटल विकास काफी तेजी के साथ हो रहा है। इसको लेकर राजीव गांधी से लेकर मोदी सरकार तक अपनी पीठ थपथपाती रहती हैं। समय के साथ डिजिटल भारत की तस्वीर भी बदल रही है। लोगों की सोच और लाइफ स्टाइल दोनों चेंज हो गये हैं। आज के युग में मोबाइल या लैपटॉप पर मात्र उंगलियों को घुमाकर सब कुछ हासिल किया जा सकता है। तमाम तरह की सुविधाएं जुटाई जा सकती हैं। सबसे खास बात यह है कि डिजिटल दुनिया का फायदा समाज के पढ़े-लिखे तबके के साथ-साथ कम पढ़े लिखे और यहां तक की अशिक्षित लोग भी बखूबी उठा रहे हैं,लेकिन डिजिटल विकास अपने साथ तमाम खूबियां लेकर आया है तो कुछ खामियां भी इसके साथ आ गई हैं। डिजिटल विकास की वजह से सोशल मीडिया प्लेटफार्म भी मजबूत हुआ है,जो पूरी तरक से स्वतंत्र है,बिना किसी प्रतिबंध के चलता है। इससे भी खास यह है कि इसकी कोई सीमा नहीं है। सात समुंदर पार बैठा शख्स भी चाहे-अनचाहे किसी से नजदीकियां बढ़ा सकता है,लेकिन इस शख्स की सोच के बारे में कोई डिवाइस नहीं बता सकती है कि वह किस श्रेणी का इंसान है। यहीं से साइबर क्राइम की शुरुआत होती है,जिसको कई श्रेणी में बांटा जा सकता है।साइबर अपराध या साइबर सुरक्षा खतरा काफी दुर्भावनापूर्ण है,जो डेटा को नुकसान पहुँचाने, डेटा चुराने या सामान्य रूप से डिजिटल जीवन को बाधित करने का प्रयास करता है। साइबर खतरों में कंप्यूटर वायरस, डेटा उल्लंघन,सेवा से इनकार और अन्य हमले के तरीके शामिल हैं। साइबर के इसी खतरे का सबसे नया प्रारूप है कथित तौर किसी को डिजिटल अरेस्ट करके उससे ठगी करना।
मिट्टी के दिये
कुंभकार ने अपने जीवन को, मिट्टी से जोड़ रखा है यहां।
यह सब रोशनी की बात तो, करते रहते हैं सदा यहां।
पर महंगे महंगे झालर से, घर द्वार सजाते हैं सदा।
पर इन ग़रीबों के दिये को, तुम खरीदते ही हो कहां।
खोखले अपनत्व व प्रेम को, तुम अक्सर दिखाते हो यहां।
सोचो दूर कैसे होगी ग़रीबी, क्या कभी ये सोचा यहां।
मुश्किलों से लड़ते अगर तो, ख़ुद रास्ता बन जाते यहां।
गर तेल संग बत्ती जली तो, वातावरण शुद्ध होगा यहां।
पीसीएस-प्री की परीक्षा 22 दिसम्बर को
लखनऊ। उप्र के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग-प्रयागराज द्वारा सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा0) परीक्षा-2024 के आयोजन के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि पीसीएस-प्री की परीक्षा दिनांक 22 दिसम्बर, 2024 को प्रस्तावित है। परीक्षा 75 जनपदों में कुल 1331 परीक्षा केन्द्रों पर होगी। परीक्षा को सकुशल नकलविहीन और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी करा ली जायें। प्रश्न पत्र लीक न हो इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाये।
उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित कराया जाये कि परीक्षा में सही अभ्यर्थी बैठे और सही प्रश्न-पत्र परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचे। किसी भी परीक्षा केन्द्र पर अव्यवस्था नहीं होनी चाहिये। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य उपकरण क्रियाशील होने चाहिये। परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थियों की क्षमता के अनरुप पर्याप्त फर्नीचर आदि आधारभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के साथ ही पर्याप्त दृश्यता के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। जनपद स्तर पर आयोग से समन्वय स्थापित करने के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाये।
उन्होंने कहा कि जनपद एवं केन्द्र स्तर पर परीक्षा ड्यूटी में सम्बद्ध सभी सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्य समय से सुनिश्चित करा लिया जाये।
राहुल गांधी ने जिंदा किया 4 साल बाद बूलगढ़ी कांडः अचानक पहुंचे बूलगढ़ी, बिटिया के परिवार से मिले
हाथरस। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज दिल्ली से करीब साढ़े ग्यारह बजे पीड़ित परिवार के घर बूलगढ़ी पहुंचे। इसके बाद उन्होंने पीड़ित परिवार से करीब 40 मिनट की मुलाकात की और उसके बाद बिना मीडिया कर्मियों से बात किये ही वह वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए। हालांकि उनके हाथरस आने के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में इस सर्दी में भी गर्मी पैदा कर दी है। राहुल गांधी के अचानक आने से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। पीड़ित परिवार आज भी सीआरपीएफ की सुरक्षा के घेरे में रह रहा है। 4 साल पहले घटना के समय राहुल गांधी सहित विपक्षी पार्टियों के सभी नेताओं को गांव में आने जाने पर रोक लगा दी गई थी। गौरतलब है कि कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में 14 सितंबर 2020 को गांव के ही 4 युवकों पर एक दलित बेटी के साथ दरिंदगी करने का आरोप लगा था। इसके बाद 29 सितंबर 2020 को युवती ने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया था। आरोप है कि पुलिस ने बिना घर वालों की सहमति के युवती के शव का रात में ही अंतिम संस्कार दिया था। यह मामला देशभर में सुर्खियो में रहा है।
धीमी गति से हो रहे निर्माण कार्य पर डीएम ने जताई नाराजगी, लगाया जुर्माना
फिरोजाबाद। जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित परियोजनाओं के निर्माण कार्य की व्यवस्थाओं को देखने के लिए डीएम ने औचक निरीक्षण किया। मेडिकल कालेज में गंदगी देखकर नाराजगी जताते हुए कालेज के प्राचार्य को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
डीएम रमेश रंजन ने स्वास्थ्य की दृष्टि से संचालित संस्थानों और निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया। सर्वप्रथम मेडिकल कॉलेज गए, जहां उन्होंने प्राचार्य मेडिकल कॉलेज को निर्देशित किया कि इस महत्वपूर्ण संस्थान का साईनेज जगह-जगह बने होने चाहिए, जो स्पष्ट हो और लोगों का ध्यान आकर्षित कर सकें। साथ ही वह मेडिकल कॉलेज में व्याप्त गंदगी को देखकर अत्यंत नाराज दिखे। जिला पंचायत राज अधिकारी और जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि यहां साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था कराई जाए। जिससे मेडिकल कॉलेज का प्रांगण बेहतर और स्वस्थय बन सके। मेडिकल कॉलेज का निर्माण चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा पद्धति को बेहतर बनाने के लिए हुआ है, इसलिए जरूरी है यह मेडिकल कॉलेज अपने ही उद्देश्यों को पूरा करें।