Monday, November 25, 2024
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पर्यटन की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत मुख्य सचिव ने जनपद ललितपुर का किया भ्रमण

लखनऊ/ललितपुर। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने जनपद के माताटीला बांध, भारतगढ़ दुर्ग (तालबेहट किला), कल्यानपुरा गौशाला,देवगढ़ स्थित दशावतार मंदिर का 05 घण्टे तूफानी दौरा कर पर्यटन की संभावनाओं पर फोकस किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि जनपद में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं, यहां के विहंगम दृश्य अद्भुत हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। इन पर्यटन स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि जो पर्यटक निकट के जनपदों से होकर चले जाते हैं, वे ललितपुर आकर यहां का गौरवशाली इतिहास जान सकें। उन्होंने पुरातत्व विभाग व पयर्टन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ललितपुर के पर्यटन स्थलों पर पर्यटन विकास के प्रस्ताव तैयार करें, साथ ही स्थानीय लोगों से सम्पर्क कर इनके इतिहास की सम्पूर्ण जानकारी लें। उन्होंने माताटीला जलाशय का सदुपयोग कर पयर्टन के लिए सुझाव दिया, साथ ही किसानों को प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्राकृतिक खेती करने को कहा, उन्होंने कहा कि पारंपरिक खेती से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
इस क्रम में उन्होंने माताटीला बांध के सौन्दर्य को निहारा और दूरबीन से बांध के बीच टापुओं को देखा, साथ ही सम्बंधित अधिकारियों से बांध पर पर्यटन के विकास एवं पर्यटकों को आकर्षित किये जाने की संभावनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि बांध के सौन्दर्य से हर कोई आकर्षित होगा, इस हेतु यहां पर्यटकों के लिए समुचित व्यवस्थाएं एवं इन स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए।इसके उपरान्त मुख्य सचिव भारतगढ़ दुर्ग (तालबेहट किला) पहुंचे, यहां पर अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों ने उनका बुके भेंट कर स्वागत किया। मौके पर बुजुर्ग शिक्षक द्वारा उन्हें श्रीमद भागवत-गीता भेंट की गई, जिस पर उन्होंने शिक्षक का अभिवादन किया।
मुख्य सचिव ने तालबेहट किला के साइट प्लान का अवलोकन किया तथा पुरारत्व विभाग के अधिकारियों से किले के इतिहास के बारे में जानकारी ली। बताया गया कि यह किला सन् 1857 की क्रान्ति से सम्बंधित है, राजा मर्दन सिंह एवं राजा बखतबली के शौर्य की कहानियां यहां से जुड़ी हुई है, साथ ही यहां हजारिया महादेव मंदिर व बाहरकोट मंदिर भी प्रसिद्ध हैं। स्थानीय लोगों द्वारा भी किले के इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां मुख्य सचिव को दी गईं।
मौके पर यह भी बताया गया कि यहां प्रतिदिन लगभग 100 पयर्टक भ्रमण करने आते हैं तथा मुख्य अवसरों पर बच्चों को भी यहां भ्रमण कराया जाता है। मुख्य सचिव ने जनपद के शौर्य राजा मर्दन सिंह की पुण्यतिथि पर आगामी 22 जुलाई को भारतगढ़ महोत्सव मनाये जाने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये, जिससे तालबेहट क्षेत्र की जनता ने तालियां बजाकर इस निर्णय का स्वागत किया।
इसके उपरान्त उन्होंने किले में पर्यटन विकास की संभावनाओं एवं किले से लगे तालाब को भी देखा। उन्होंने हजारिया महादेव मंदिर के दर्शन कर एक हजार शिवलिंग वाले शिवलिंग को एकटक निहारते रहे और इसकी सराहना की। इसके उपरान्त उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिये।
निरीक्षण के क्रम में मुख्य सचिव गौवंश आश्रय स्थल कल्याणपुरा पहुंचे, यहां पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा संरक्षित गौवंशों की संख्या, उपलब्ध भूसा, चोकर आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां 5000 गौवंश रखने की क्षमता है, आश्रय स्थल में 23 शेड बनाये गए है, साथ ही हर शेड में चरही भी उपलब्ध है। इस पर मुख्य सचिव ने यहां से निकलने वाले गोबर व खाद के प्रयोग के बारे में पूछा, जिस पर डीपीआरओ ने अवगत कराया कि जनपद की ग्राम पंचायत कारीपहाडी विकास खण्ड जखौरा में 85 घन मीटर का बायोगैस प्लान्ट का निर्माण कराया गया है, जिससे उत्पादित बायोगैस को निकट के 6 परिवारों को पाईप लाईन के द्वारा कनेक्शन दिया गया है एवं रोजगार सृजन के उद्देश्य से गैस से उत्पादित विद्युत के द्वारा आटा चक्की एवं तेल का स्पेलर लगाने की योजना है। भूसा गोदाम के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि भूसा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, इसके लिए हालही में नया टेण्डर किया गया है।
इसके उपरान्त मुख्य सचिव ने विविधानपूवर्क गौमाता का पूजन कर उन्हें गुड़ खिलाया व आशीर्वाद लिया, उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा कि पारिवार में विशेष अवसरों जैसे विवाह, जन्मोत्सव, धार्मिक कार्यक्रमों पर गौशालाओं में आकर गौमाता का आर्शीवाद अवश्य लें। उन्होंने गौशाला में बरगद के पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
इसके उपरान्त मुख्य सचिव देवगढ़ दशावतार मंदिर पहुंचे, यहां पर उन्होंने मंदिर में प्राचीन देव प्रतिमाओं का सौन्दर्य देखा, मौके पर सम्बंधित अधिकारियों द्वारा प्रत्येक प्रतिमा के एवं उसकी मुद्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जिसमें मुख्य रुप से मंदिर के द्वार पर भगवान विष्णु की प्रतिमा, मकरवाहिनी, गंदर्भ, सूर्य, चन्द्र, गंगा, यमुना, भारवाहक कीचक व उनकी प्राचीन शैली की चर्चा की गई। इसके उपरान्त उन्होंने देवगढ़ स्थिम मुख्य मंदिर व संग्रहालय का निरीक्षण किया, यहां पर जैन समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया, साथ ही मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त झांसी डॉ0 आदर्श सिंह, जिलाधिकारी आलोक सिंह, पयर्टन निदेशक प्रखर मिश्रा, सीएमओ डॉ जेएस बक्शी, एडीएम गुलशन कुमार, सीडीओ अनिल कुमार पाण्डेय, एएसपी अनिल कुमार तथा पर्यटन, पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित रहे।