♦ संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्य योजना तैयार की
मथुरा। भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक फाइलेरिया और वर्ष 2023 के अंत तक कालाजार खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी क्रम में कालाजार से प्रभावित गांवों में शत प्रतिशत आवासों को पक्का और बालू मक्खी प्रतिरोधी बनाया जाएगा। फाइलेरिया से प्रभावित गांवों में माइक्रोफाइलेरिया की दर शून्य के तय लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक परीक्षण किया जाएगा। हाथी पांव या लिम्फेडेमा के रोगियों को स्व-देखभाल के लिए एमएमडीपी किट वितरित की जाएगी और हाइड्रोसील के शत प्रतिशत रोगियों की सर्जरी सुनिश्चित की जाएगी। जिला मुख्यालय पर एक बड़े आयोजन के साथ जनपद में संचारी रोगों के खिलाफ अभियान शुरू हुआ। इस अभियान के तहत जहां घर घर जाकर संचारी रोगों के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है वहीं इन रोगों को नियंत्रित करने के लिए जांच और तेज की जा रही है। संचारी अभियान की रैली को विधायक सदर श्रीकांत शर्मा, विधायक मांट राजेश चौधरी एवं जिलाधिकारी पुलकित खरे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि जनपद में आज यानि एक अप्रैल विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो रहा है। यह अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान जनपद वासियों को वेक्टर जनित रोगों, जल जनित रोगों व लू आदि से बचाव व उपचार के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसी बीच 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान भी संचालित किया जाएगा। इस अभियान के तहत घर घर सर्वेक्षण कर फ्लू, खांसी, बुखार के रोगियों व कुपोषित बच्चों की जांच की जाएगी। अभियान के दौरान आशा संगिनी, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रमुख भूमिका में घर घर जाकर अभियान सफल बनाएंगी। 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस पर जिले में मलेरिया निगरानी में सुधार और वार्षिक रक्त परीक्षण दर 10 तक पहुंचाने का लक्ष्य है।