मथुरा: संवाददाता। सहायक अध्यापिका ने अपने कॉलेज के ही प्रधानाचार्य सहित छह लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं। सहायक अध्यापिका की लिखित शिकायत पर थाना राया पर प्रधानाध्यापक सहित समस्त आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
मामला राया क्षेत्र की एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था से जुड़ा हुआ है। संस्था का इतिहास गौरवशाली रहा है। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। राया के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात पीड़िता ने कॉलेज प्रधानाचार्य, प्रबंधक आधा दर्जन लोगों के खिलाफ आर्थिक शोषण, शारीरिक सम्बन्ध बनाने और दो माह के भूर्ण की हत्या करने का आरोप लगाते हुए थाना राया में मुकदमा दर्ज कराया है। सहायक अध्यापिका की तैनाती 14 दिसंबर 2021 में राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापिका के पद पर हुई थी। तहरीर में सहायक अध्यापिका द्वारा कालेज प्रधानाचार्य सहित छह लोगों पर आर्थिक व शारीरिक शोषण करने, कालेज में नौकरी करने देने के लिए शारीरिक सम्बन्ध बनाने, एससी एसटी एक्ट में फंसाने, नौकरी ज्वाइनिंग के समय 50 हजार रुपये लेने तथा प्रबंधन कक्ष में इन लोगों द्वारा धक्का मुक्की करने के दौरान अध्यापिका के पेट में पल रहे दो माह के भ्रूण गिर जाने का आरोप लगाते हुए कालेज प्रधानाचार्य ऋषिपाल सिंह, सहायक अध्यापक अनिल कुलश्रेष्ठ, प्रधान लिपिक सौमित्र कुमार उपाध्याय, प्रबन्धक अरविंद शर्मा, विजय कुमार, प्रवक्ता राहुल शर्मा व्यायाम शिक्षक राष्ट्रीय इंटर कालेज के खिलाफ संगीन धाराओं में थाना राया में मुकदमा दर्ज कराया है।इस मामले में कालेज प्रधानाचार्य ऋषिपाल सिंह ने बताया कि वर्ष 2022 में शिक्षिका द्वारा क्लास में एक छात्रा के बाल काट देने के मामले में परिजनों द्वारा हंगामा करने पर कालेज प्रबंध समिति द्वारा आरोपी शिक्षिका को दो माह के लिये निलंबित कर दिया गया था। जिससे कुपित होकर हीनभावना से शिक्षिका ने प्रधानाचार्य प्रबन्धक सहित छह लोगों के खिलाफ षड़यंत्र के तहत फर्जी आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने प्रसाशन से उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।
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