शिकोहाबाद। तहसीलदार न्यायालय और उप निबंधक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिवक्ताओं ने अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इसी कड़ी में बुधवार को ब्रजेश चंद्र यादव एडवोकेट के नेतृत्व में अधिवक्ता एकत्रित हुए और उप निबंधक कार्यालय के बाहर खड़े होकर नारेबाजी की। सब रजिस्ट्रार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं तहसील में तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने बताया कि तहसील में तहसीलदार एवं उपनिबंधक द्वारा मनमाने तरीके से लेखपालों से रिपोर्ट लगवाई जा रही है। लेखपाल अधिवक्ता के कहने से रिपोर्ट नहीं लगाते हैं और कास्तकार के पास जाकर सेवा शुल्क मागते हैं। सेवा शुल्क नहीं मिलता है, तो रिपोर्ट खिलाफ लगा दी जाती है। खतौनीयों में गलती है। कास्तकार की जमीन शेष है, और वह बेचना चाहता है। लेकिन उपनिबंधक को हिस्सा प्रमाण पत्र तहसीलदार द्वारा प्रमाणित चाहिए। तहसीलदार प्रमाणित करते नहीं है। कास्तकार को परेसान किया जाता है। दोनों अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते हम सभी अधिवक्ताओं का बहिष्कार जारी है। बुधवार को किये गये आंदोलन की अध्यक्षता व्रजेश चद्र यादव एडवोकेट ने की। संचालन महासचिव दिनेश कुमार यादव एडवोकेट ने किया। इस अवसर पर रेबेन्यू बार एसोसियेशन के सभी अधिवक्ता मौजूद रहे। इस संबंध में सब रजिस्ट्रार गौरव वर्मा का कहना है कि रीयल टाइम खतौनी और सामान्य खतौनी हैं। रीयल टाइम खतौनी में हिस्सेदारों का हिस्सागलत बताया जा रहा था। जिसमें लेखपाल से हिस्सा प्रमाण पत्र लेकर बैनामा कराया जा रहा था। इस संबंध में उच्चाधिकारियों से वार्ता हो गई है। रेवेन्यू बार एसोसियेशन के अध्यक्ष से भी वार्ता हुई है। कल उनके साथ बैठकर मामले का समाधान कर लिया जायेगा।