लखनऊ। उप्र के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्वार श्री अन्न महोत्सव (राज्य स्तरीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला) विभिन्न कंपनियों के लगे हुए स्टॉलों का निरीक्षण किया। इसके उपरान्त मुख्य सचिव एवं अन्य अतिथियों द्वारा श्री अन्न महोत्सव के कार्यक्रम के कुशल सम्पादन एवं कृषि में श्री अन्न की अधिक उत्पादकता की कामना के साथ दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया। उनके द्वारा कृषि विभाग कृषि विश्वविद्यालय, एफ०पी०ओ० स्टॉल लगाने वाले विभिन्न उद्यमी एवं उपस्थित कृषकों को कार्यक्रम हेतु अभिनन्दन व्यक्त किया गया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने श्री अन्न की महत्ता के बारे में अवगत कराते हुये कहा कि प्राचीन काल से यह हमारे भोजन प्रमुख अंग रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आज विश्व स्तर पर श्री अन्न को महत्ता दी जा रही है। इन्हीं कारणों से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर श्री अन्नों की माँग बनी हुई हैं। हमारे देश में विश्व की कुल श्री अन्न के उत्पादन का 42 प्रतिशत उत्पादन किया जाता है और भारत तीसरा बड़ा निर्यातक देश है, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर माँग के सापेक्ष उत्पादन के क्षेत्र में अत्यधिक संभावनायें हैं।
उन्होंने कहा कि श्री अन्न में पोषक तत्वों एवं औषधीय गुणों के निहित होने के कारण स्मार्ट फूड कहा जाता है। स्वस्थ जीवन शैली के लिए हमारी थाली में इसका समावेश अनिवार्य है। श्री अन्न का विकास एवं प्रचार-प्रसार विद्यालय से लेकर आम जनजीवन में समेकित रूप से करने की आवश्यकता है, जिससे कृषकों में आय वृद्धि के साथ-साथ उद्यमियों को भी रोजगार के साधन मिल सकें एवं निर्यात के माध्यम से विदेशी मुद्रा का अर्जन करते हुए विश्व स्तर पर देश अपनी पहचान बना सके।इसके उपरान्त मुख्य सचिव द्वारा लाभार्थी एफ०पी०ओ० कमोलिका फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कं० लि०-अलीगढ़, विकास पथ फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कं०लि०-ललितपुर, संघर्ष बायो एनर्जी कं० लि०-सहारनपुर, बी०के०डी०एस०ए० किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-हमीरपुर, शिवांश कृषक प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड-गाजीपुर रामपुर कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-रामपुर, औरास प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-उन्नाव, राम आसरे एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-बाराबंकी, उज्ज्वल किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-बाराबंकी, कर्ड बायो एनर्जी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-गोण्डा एवं देवबाबा बायो-एनर्जी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को श्री अन्न के बीज उत्पादन हेतु सीड मनी अनुदान के रूप में रुपये 4-4 लाख का अनुदान धनराशि का चेक दिया गया।
अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी के द्वारा मानव विकास एवं स्वस्थ जीवन हेतु सरकार द्वारा कराये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखलात्मक प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने सरकार द्वारा अपने प्राचीन विरासत का पुनः पहचान कराते हुए 21 जून, 2014 को योग दिवस एवं आयुर्वेद की महत्ता, प्राकृतिक खेती का विकास एवं वर्तमान में श्री अन्न को महत्ता देते हुए इसके विकास पर कृषकों का ध्यान आकृष्ट कराया एवं इसको बढ़ावा देने के लिए विभाग की रूपरेखा प्रस्तुत की।
इसके उपरान्त प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ0 शंमुगा सुंदरम एम0के0 के द्वारा श्री अन्न की पौष्टिकता एवं औषधीय गुणों की महत्ता बताते हुए अवगत कराया कि विद्यालयों में दिये जाने वाले मिड डे मील में सप्ताह में 1 दिन श्री अन्न से तैयार भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।
प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद श्री आलोक कुमार के द्वारा कृषकों को श्री अन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर श्री अन्न यथा बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो के क्रय हेतु 40 जनपदों में क्रय केन्द्र स्थापित कर लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि कृषकों द्वारा उत्पादित श्री अन्नों को शत-प्रतिशत क्रय किया जायेगा, जिससे कृषकों को उनके उत्पाद का लाभकारी मूल्य प्राप्त हो सकेगा।
कार्यक्रम के अन्त में उप महाप्रबन्धक एपीडा, श्री सी०बी० सिंह के द्वारा श्री अन्न उत्पादित एवं प्रसंस्कृत उत्पादों के विगत 3 वर्षों में निर्यात की स्थिति से अवगत कराते हुए निर्यात की संभावना की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हुए अवगत कराया कि विश्व बाजार में श्री अन्न की अत्यधिक माँग है, हमें विश्व स्तर की प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग करनी होगी।
अन्त में सचिव कृषि राजशेखर द्वारा उपस्थित विशिष्ट अतिथिगण, वार्ताकार कृषकगण, एफ० पी० ओ० के प्रतिनिधि एवं अन्य को कार्यक्रम में प्रतिभाग करने हेतु धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया गया।
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