फिरोजाबाद। मंगलवार को मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण की 37 वीं बोर्ड बैठक हुई। बैठक में मंडलायुक्त ने पिछली 36 वीं बोर्ड बैठक की पुष्टि एवं अनुपालन आख्या की स्वीकृति दी। जीआईएस आधारित फिरोजाबाद-शिकोहाबाद मास्टर प्लान 2031 में प्राप्त सुझावों व आपत्तियों का निस्तारण कर मास्टर प्लान को मंडलायुक्त द्वारा फाइनल किया गया। वहीं मास्टर प्लान शासन को भेजने के निर्देश दिए।
एफएसडीए उपाध्यक्ष घनश्याम मीणा ने मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी के समक्ष बैठक में विभिन्न प्रस्ताव रखे। जिसमें सर्वप्रथम यातायात नगर योजना के अंतर्गत भूखंडों का विक्रय दर पुनः निर्धारित करने और नीलामी के माध्यम से उनका विक्रय करने की प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि संबंधित शासनादेश को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी कमेटी से अनुमोदित कर इन भूखंडों का विक्रेता दर निर्धारित किया जाए। ई नीलामी के माध्यम से इनका विक्रय किया जाए। प्राधिकरण सेवा के कार्मिकों के लिए उ.प्र. सरकारी सेवक (चिकित्सा परिचय) नियमावली 2011, संशोधित 2014 को अंगीकृत किये जाने के प्रस्ताव को मंडलायुक्त द्वारा स्वीकृत प्रदान की गई। डेटा सेंटर नीति 2021 (यथा संशोधित) के प्रावधानों का अनुपालन किए जाने संबंधी शासनादेश को अंगीकृत किये जाने के प्रस्ताव को भी उनके द्वारा पारित किया गया। इसके अलावा अवस्थापना निधि के अंतर्गत फिरोजाबाद-शिकोहाबाद को सुंदर-सुसज्जित करने हेतु तिरंगा लाइट, डेकोरेटिव फसाड लाइट लगाने और वॉल पेंटिंग कार्य से जुड़े प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी।
बैठक में फिरोजाबाद सीडीओ दीक्षा जैन, प्राधिकरण सचिव राजेंद्र कुमार, सहयुक्त नियोजक अशोक कुमार, प्राधिकरण बोर्ड नामित सदस्य के कन्हैया लाल गुप्ता, अश्विनी भारद्वाज और राजीव गुप्ता के अलावा पीडब्ल्यूडी, जल निगम के अधिकारी मौजूद रहे।