कानपुर। उ0प्र0 बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ0 देवेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में जनपद भ्रमण के दौरान शुक्रवार को सर्किट हाउस के सभागार में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जोर दिया गया कि जनपद में बालश्रम को रोकने के लिए एक अभियान चलाया जाए तथा बालश्रम कानून का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
जनपद में 12 जनवरी से 23 जनवरी के मध्य समस्त विद्यालयों में नशा न करने की शपथ दिलाई जाए, जिसमें जनपद स्तरीय, ब्लाक स्तरीय व ग्राम स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जाए और प्रर्थना सभा में बच्चों को शपथ दिलाने के पश्चात उनकी जागरूकता हेतु जानकारी प्रदान की जाए। विद्यालयों के 100 मीटर परिधि में यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोई धूम्रपान की दुकान न संचालित हो, यदि कोई दुकान संचालित करता है तो उसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाए।
विद्यालयों में प्रहरी क्लब बनाये जाए, जिसमें क्लासटीचर व क्लास के 4-5 बच्चों को सम्मिलित किया जाए, यदि कोई क्लास का बच्चा नशा करें तो उसकी जानकारी शीघ्र मिल सकें और उसकी रोकथाम की जा सकें।
जनपद में ‘एक युद्ध- नशे के विरुद्ध’ अभियान चलाया जाए, जागरूकता हेतु इसका प्रचार-प्रसार कराया जाए। जनपद में बच्चे नशीले पदार्थाे का सेवन न करें, इसके लिए सार्थक प्रयास कर इसकी रोकथाम की जाये।
जनपद में बाल भिक्षावृत्ति न हो इसकी रोकथाम की जाये, भिक्षावर्ति में लगे बच्चों को चिन्हित कर उनको भिक्षा से शिक्षा की ओर ले जाया जाए, जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल बन सकें।
जनपद में विद्यालयों में छात्रों की उपस्थित बनाने हेतु पैरेन्ट्स मीटिंग का आयोजन किया जाए, शिक्षकों द्वारा अभिभावकों से संवाद किया जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (भू0/आ0) रिंकी जायसवाल, अपर पुलिस उपायुक्त क्राइम मनीष सोनकर, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप, जिला पंचायतराज अधिकारी कमल किशोर, जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत सिंह, जिला दिव्यांगजन अधिकारी विनय उत्तम, जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश सिंह, जिला युवा कल्याण अधिकारी आरती जायसवाल सहित सभी सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।