हाथरस। भारतीय किसान यूनियन ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देकर प्रदर्शन किया। इसके बाद यूनियन के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन ओसी कलेक्ट्रेट को सौंपा गया। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलक्ट्रेट पर एकत्रित हो गए। इस मौके पर किसानों की समस्याओं को उठाया। मांग की गई कि किसानों के बीज, उर्वरक पर सब्सिडी बढ़ाई जाए। किसानों की उपज के लिए सरकार एमएसपी की कानूनी गारंटी दे और खरीद की गारंटी दे। मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण किया जाए, भोजन, दवा, कृषि उपकरणों जैसी सामिग्री पर जीएसटी हटाई जाए। पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क कम किया जाए। खाद्य सुरक्षा की गारंटी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सार्वभौमिक बनाया जाए। बिजली संशोधन विधेयक साल 2022 को वापस लिया जाए। सभी किसानों को कर्ज के जाल से मुक्त किया जाए। लिखित आश्वासनों को लागू करें। कॉरपोरेट समर्थक पीएम फसल बीमा योजना को वापस लिया जाए। किसानों के होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सभी फसलों की एक व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र की फसल बीमा योजना स्थापित की जाए। केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में दिए गए लिखित आश्वासनों को लागू करें। शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और गृह राज्य मंत्री पर मुकदमा चलाया जाए। अन्य मांगे भी किसानों ने की है। किसानों का नेतृत्व यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष चौ. मलखान सिंह, सत्यदेव पाठक, संजीव कुमार, भोलू सूर्यवंशी, रणवीर सिंह आदि ने किया।