लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उ0प्र0 सचिवालय सेवा से सेवानिवृत्त हुए 12 कार्मिकों को उनके सेवानैवृत्तिक लाभों से सम्बन्धित आदेशों का वितरण और स्मृति चिन्ह भेंट किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को जीवन की नई पारी के लिए मंगलकामनायें देते हुए कहा कि पूर्व निर्धारित सेवानिवृत्ति जीवन की दूसरी यात्रा का शुभारंभ है। आप सभी को शासकीय सेवा में रहकर पुण्य प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ।
उन्होंने श्रीमद् भगवत गीता के श्लोक का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे शरीर का धर्म कर्म है। जब तक हम कर्म करेगें हमारा शरीर चलता रहेगा। जिस दिन हम कर्म से मुक्त हो जायेगें उस दिन शरीर से मुक्त हो जायेगें। उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सेवानिवृत्त होने के उपरांत वह सभी बंधनों से मुक्त हो गए हैं। नई ऊर्जा एवं उत्साह के साथ अपने अनुभवों का इस्तेमाल गांव, शहर, प्रदेश और देश की समाज की बेहतरी के लिए करें। आस-पास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें। लोगों को योग सिखायें, अध्यात्म सिखायें। सचिवालय सेवा से सेवानिवृत्त कार्मिकों में 01 संयुक्त सचिव, 05 अनुभाग अधिकारी, 02 समीक्षा अधिकारी, 01 निजी सचिव, 01 मुख्य अग्निशमन अधिकारी, 01 सहायक समीक्षा अधिकारी तथा 01 अनुसेवक शामिल थे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन के0रवीन्द्र नायक सहित अन्य अधिकारीगण, सेवानिवृत्त कार्मिकों के परिजन आदि उपस्थित थे।
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