Monday, November 25, 2024
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शासन की नीतियों, योजनाओं को नजदीक आये और हुए लाभाविंत

पं. दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी वर्ष में पूरे जनपद कानपुर देहात में ब्लाक, जिलास्तर पर अन्त्योदय प्रदर्शनी व मेले भव्य तरीके से आयोजित हुए जिससे जनता ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को दूर दराज की जनता जानी, अन्त्योदय एकात्मक मानववाद सबका साथ सबका विकास जाना, वहीं शासन की नीतियों, योजनाओं को नजदीक आये और उससे लाभांवित हुए। प्रदर्शनी और मेलों से बढ़ चला उत्तर प्रदेश एक नई दिशा की ओर, समृद्धि और खुशहाली और जागरूकता का संदेश देता हुआ जनपद में विगत माह अन्त्योदय मेला व प्रर्दशनी में जनपद में पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत प्रत्येक ब्लाक व जिलास्तरीय में तीन-तीन दिन अन्त्योदय प्रदर्शनी व मेला संगोष्ठी आदि का भव्यता के साथ आयोजन किया गया। जिसका लाभ शहरी और ग्रामीण दोनो ही जनता द्वारा लिया गया। अन्त्योदय प्रदर्शनी व मेले में किसानों के साथ ही युवा व छात्र-छात्राओं की भागीदारी बड़ी संख्या में देखने को मिली। दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत अन्त्योदय मेले पं. दीनदयाल उपाध्याय की जीवन पाठ व सरकार की उपलब्धियों का भी लोकगीतों, नाटक, अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से बखान भी किया गया। पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष समारोह कार्यक्रम के दौरान सभी विकास खंडों व जिलास्तरीय पर अन्तयोदय मेला व संगोष्ठी प्रदर्शनी आदि का आयोजन जिसमें 12,13 व 14 जून को मैथा, 21,22 व 23 जून को सरवनखेडा तथा 29,30 जून व 1 जुलाई को डेरापुर विकास खंड में, 05,06,07 जुलाई झींझक, 10, 11 व 12 जुलाई अमरौधा, 23, 24, 25 जुलाई मलासा, 26, 27,28 जुलाई को संदलपुर ब्लाक, 2,3 व 4 अगस्त राजपुर, रसूलाबाद 16,17 व 18, अकबरपुर मंे 23, 24 व 25 अगस्त व जिलास्तरीय 18,19 व 20 सितंबर को अकबरपुर महाविद्यालय अकबरपुर में भव्य अन्त्योदय मेला संगोष्ठी प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया गया था। ब्लाकों व जिलास्तरीय अकबरपुर डिग्री कालेज में आयोजित अन्त्योदय मेला व प्रदर्शनी के साथ ही कार्यक्रम को सभी लोगों ने सराहा। कार्यक्रमों में सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह सहित जनप्रतिनिधि विधायक प्रतिभा शुक्ला, विनोद कटियार, निर्मला संखवार, पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी, जिलाध्यक्ष राहुल देव अग्निहोत्री, राघव अग्निहोत्री जनप्रतिनिधियों मलखान सिंह चैहान, सत्यप्रकाश संखवार, इन्द्रपाल यादव, मुनीश बाजपेई, अनूप पाण्डेय, नीरज मिश्रा, सुनील शर्मा, लालजी पाण्डेय, केशव सिंह, अरविन्द सिंह, नीरज सचान, बउवा पाण्डेय, सुशील कुमार आदि जनप्रतिनिधियों व किसानों व अन्य लोगों ने बढ़ चढ़कर देखा। कार्यक्रम में प्रदर्शनी में ’सबका साथ, सबका विकास’ पुस्तिका व कलेण्डर का निःशुल्क वितरण किया गया। सीएचसी, वन विभाग, जिला कार्यक्रम विभाग, मत्स्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, बैंक, कृषि, भूमि सुधार, कौशल विकास, डीपीआरओ, सूचना आदि की प्रदर्शनी की लोगों द्वारा सराहा गया। सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, विधायक प्रतिभा शुक्ला वारसी व पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी, विधायक विनोद कटियार, निर्मला संखवार आदि जनप्रतिनिधियों ने आयोंजित अन्त्योदय मेला प्रदर्शनी में केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का बखान करते हुए कहा कि अधिकारी सरकार की कल्याणकारी, लाभपरक योजनाओं को गरीब वंचित व पात्रजनों को बढ़ चढ़कर दिलाये।
पं. दीनदयाल उपाध्याय ने अन्त्योदय एकात्मक मानववाद सबका साथ सबका विकास जो नारा दिया है आज समाज को जागरूक, सशक्त और एक करने के लिए आज के प्रवेश में ज्यादा प्रसांगिक है सभी मनुष्यों को एक समान समझकर सबको साथ लेकर चले। सरकार की जो भी योजनायें बनती है वह सभी के लिए होती है परन्तु गरीब वंचित महिलाओं, किसानों पर फोकस अधिक होता है। सरकार द्वारा विभिन्न फसलों का मूल्य बढ़ाकर किसानों को लाभ दिया जा रहा है ताकि किसान की आये दो गुनी हो जाये। सरकार ने भू माफिया दल बनाकर सरकारी जमीनों व गरीबों की भूमि पर कब्जा करने को रोकने का अभियान चला रखा है आदि के बारे में विस्तार से आमजन को बताया वही जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह ने कहा कि समाज के सभी वंचित, पिछडों गरीबो, सबका विकास करना है यह तभी संभव है जब जनसामान को सरकार की योजनाओं से सीधा लाभ मिले। प्रदर्शनी/अन्त्योदय मेले/समारोह के माध्यम से सरकार की योजनाओं को बताया जा रहा है तथा लोगों को लाभाविंत भी किया जा रहा है। किसान को उन्नतिशील खाद, बीजों की जानकारी के अलावा मिट्टी की जांच भी निःशुल्क करायी जा रही है। किसान मिट्टी में पोषक तत्वों के कमी को जाने और उसी के अनुरूप खाद डाले और अपनी कृषि आय को बढ़ाने की भी बात कही। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वंचित दबे कुचले लोगों का कोई धर्मजाति नही होती है बस संकल्प लेकर निष्पक्ष, निर्भीक बिना भेदभाव के उनको उठाकर आगे बढ़ाना व उत्थान करना है। पं.दीनदयाल उपाध्याय एकात्मक मानववाद सिद्धान्त था जो उनके शांतिचित स्वभाव से स्वयं ही प्रतिबिंम होता है। यदि मनुष्य पं. दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरूषों के सिद्धान्तों को जान ले तो वो विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा। प्रदेश में पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह सभी विकास खंडों, जिलास्तर पर आयोजित 25 सितंबर तक चलेगा। जनपद में पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित ब्लाक व जिलास्तरीय शताब्दी 33 समारोह कार्यक्रम 20 सितंबर तक हर्षोउल्लास के साथ पूरे किये है। अन्त्योदय मेला व प्रदर्शनी कार्यक्रमों में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा निबंध, वाद विवाद प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर भाग लिया गया। सफल छात्रों को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सांस्कृतिक दलों द्वारा लोकगीत, नाटक, कब्बाली आदि के माध्यम से धमाल भी मचाया गया। पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस विगत 25 सितंबर तक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की आई 6 दलों जिनमें प्रत्येक को 5 महत्वपूर्ण स्थलों पर ब्लाक के माध्यम से पं. दीनदयाल उपाध्याय के बारे में जानकारी देने के लिए कार्य कर रही है। भटौली, सीधामऊ, खरखा, सलावतपुर, अकबरपुर, रसूलाबाद, मलासा आदि सहित कई स्थलों पर सांस्कृतिक दलों द्वारा बेहतर प्रस्तुति की गयी। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के दिशा निर्देशन में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह, डीडीओ अभिराम त्रिपाठी, पीडी एसके पाण्डेय, एडी सूचना प्रमोद कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारियों सहित समस्त विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों का भी अन्त्योदय मेला व प्रदर्शनी के सकुशल सम्पन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। जनपद के प्रिन्ट और इलेक्ट्रानिक मीडिया ने भी अन्त्योदय मेला व प्रदर्शनी को उचित स्थान दिया। अन्त्योदय मेला प्रदर्शनी में आईसीडीएस द्वारा महिलाओं/किशोरियों को कुपोषण की जानकारी दी गयी। कुपोषण का टीकारण के महत्व को भी बताया जाये। किसानों को उत्तम किस्म की खाद, उत्तम बीज के साथ ही कृषि विभाग द्वारा मिलने वाली सुविधाओं, श्रम विभाग की कल्याणकारी योजना तथा संघन वृक्षारोपण के बारे में भी विस्तार से जानकारी विस्तार से दी गयी। चिकित्सा शिविरों के माध्यम से निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाये। लोगों का वृक्षारोपण के संरक्षण व संर्वधन व स्वच्छता के प्रति भी विशेष ध्यान दिया गया। आयोजित हुये कार्यक्रमों में पं० दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन आदर्शों, विचारों तथा संघर्षों को आमजन को सरल, सहज तरीके से बताया गया।