⇒जिला निर्वाचन कार्यालय त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने में रहा नाकाम
⇒वरुण विहार के वाशिन्दों को बनाया जरौली 1.2 कालोनी का निवासी
⇒मतदाता सूची से वरुण विहार का नाम गायब
⇒कई मतदाताओं की उम्र व पता अंकित करने में की लापरवाही
⇒निवार्चन चुनाव अधिकारियों की जनता अपने मताधिकार से रहेगी वंचित!
कानपुरः जन सामना ब्यूरो। निकाय निर्वाचन चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करने में लगे कर्मचारियों की भारी लापरवाही देखने को मिल रही है। मतदाता सूची में किसी की उम्र के साथ खिलवाड़ किया गया तो किसी का पता गलत लिख दिया गया। अन्धेर तो यहां तक देखने को मिल रही कि एक पूरे मोहल्ले के मतदाताओं को दूसरे मोहल्ले का निवासी बना दिया गया। इससे लोग मोहल्ले के आधार पर अपना नाम ही नहीं खोज पा रहे हैं। इससे उस वार्ड के मतदाताओं से प्रत्याशी भी नहीं सम्पर्क कर पा रहे हैं।
शहर के दक्षिणी क्षेत्र में कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2004-05 में वरुण विहार को विकसित किया गया है। यहां लगभग 1500 परिवार निवास कर रहे हैं। उस समय से लेकर तब से लेकर आज तक यहां के वाशिन्दे अपने पार्षद को नहीं चुन पाये हैं और इसका कारण रहे शहर के लापरवाह अधिकारी। अधिकारियों की लापरवाही के चलते यहां की बस्ती को किसी वार्ड में सम्मिलित नहीं किया गया। इतने वर्ष गुजर जाने के बाद यहां के लोगों को अबकी बार लग रहा था कि इस बार उन्हें अपना पार्षद चुनने का मौका मिलेगा, लेकिन सरकारी मशीनरी की लापरवाही के चलते मतदाता सूची से वरुण विहार मोहल्ले का नाम गायब कर दिया और उन्हें वार्ड 82 जरौली से जोड़ते हुए उन्हें जरौली 1.2 कालोनी का निवासी बना दिया गया। इस वजह से वरुण विहार के लोग अपने पते के आधार पर अपना नाम मतदाता सूची में नहीं खोज पा रहे हैं। सरकारी मशीनरी की लापरवाही का खामियाजा उन लोगों को भी भुगतना पड़ा जो वरुण विहार में रह कर अपनी प्रत्याशिता से अपनी दावेदारी पार्षद पद के लिए कर रहे थे। उन्हें यह ही पता नहीं चला कि वरुण विहार के वाशिन्दों को किसी वार्ड में सम्मिलित होने का सुअवसर मिला है। इसे यहां के लोगों का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि पहली बार निकाय चुनाव में सम्मिलित होने के वावजूद उनके पतों के साथ खिलवाड़ कर दिया गया। इससे इस मोहल्ले के मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई है क्योंकि वरुण विहार मोहल्ले का नाम मतदाता सूची से गायब कर दिया गया है।
वरुण विहार निवासी सुनीता ने बताया कि उनकी शादी को 20 वर्ष होने वाले हैं लेकिन मतदाता सूची में उनकी उम्र 20 वर्ष लिखी है। विशाल पाण्डेय ने बताया कि उनके घर के मतदाताओं के पते में भी गड़बड़ी की है। हालांकि यहां के जितने मतदाता हैं उनके सभी के पते गलत लिखे गए हैं। पार्षद पद के दावेदार श्रीकान्त सविता ने बताया कि वो चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पता ही नहीं चला कि वरुण विहार को किस वार्ड से जोड़ा गया है? गोपाल सविता ने बताया कि जब आवेदन किया था तो पता सही लिखा था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण सब लोग भ्रमित हैं।