Monday, November 25, 2024
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‘नवसंवत्सर की वैज्ञानिकता’ विषयक प्रतियोगिता का किया आयोजन

कानपुरः जन सामना संवाददाता। मेस्टन रोड स्थित बी एन एस डी शिक्षा निकेतन बालिका विद्यालय में भारतीय शिक्षण मण्डल एवं संस्कार भारती कानपुर द्वारा आयोजित नवसंवत्सर महोत्सव के अन्तर्गत ‘नवसंवत्सर की वैज्ञानिकता’ विषयक भाषण प्रतियोगिता का प्रारम्भ मुख्य अतिथि कै. पं. जगतवीर सिंह द्रोण ने माँ शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्पण कर किया। उन्होंने विद्यालय की छात्राओं को बताया कि भारत अपनी उन्नत प्राचीन परम्पराओं से समृद्ध पुरातन राष्ट्र है। यह हमारे लिए हर्ष का विषय है कि भारतीय काल गणना खगोलीय पिण्डों की गति पर आधारित है तथा खगोलीय पिण्ड विज्ञान पर आधारित है। इस प्रकार हमारी काल गणना पूर्णतः वैज्ञानिक सिद्ध होती है। भारत में मास गणना दो प्रकार से होती है यदि धर्म, सम्प्रदाय, राजनीतिक प्रभावजन्य मानसिकता से ऊपर उठकर देखा जाए तो भारतीय काल गणना वैज्ञानिक स्तर पर भी सत्य सिद्ध होती है।
उन्होंने कहा कि सुव्यवस्थित कार्य व्यवस्था व कालगणना की आवश्यकता को देखते हुए हमारे देश के मन्त्र दृष्टा मनीषियों ने ऋग्वेद में सृष्टि व संवत्सर दिन व रात की गणना करके जो मानक प्रस्तुत किए हैं वे आज भी प्रामाणिक एवं वैज्ञानिक सिद्ध होते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मा0 कर्नल एस. एन. पाण्डेय ने की वहीं मुख्य अतिथि एवं आगन्तुक महानुभावों का स्वागत स्मृति चिन्ह भेंट कर भारतीय शिक्षण मण्डल की राष्ट्रीय महिला प्रमुख डाॅ0 गीता मिश्र ने किया। ‘नव संवत्सर की वैज्ञानिकता’ विषयक भाषण प्रतियोगिता दो वर्गों कनिष्ठ वर्ग (षष्ठ से दशम तक) तथा वरिष्ठ वर्ग (एकादश से स्नातक तक) में आयोजित थी।
इस प्रतियोगिता में शहर के 18 विद्यालयों के 72 छात्र- छात्राओं ने प्रतिभागिता की तथा नवसंवत्सर पर अपने विचार प्रस्तुत किये। निर्णायक के पद को डाॅ0 हरिभाऊ खाण्डेकर एवं डाॅ0 प्रेम कुमारी मिश्र जी ने सुशोभित किया। विद्यालय की छात्रा द्वारा प्रस्तुत व्यक्तिगत गीत ‘‘नमन है इस मातृभू को ……..’’ ने वातावरण को संगीतमय बना दिया।
इस मौके पर बताया गया कि प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त छात्र- छात्राओं को 17 मार्च 2018 दिन शनिवार को बृजेन्द स्वरूप पार्क, बेनाझाबर में आयोजित विक्रमादित्य मेले में पुरस्कृत किया जाएगा।
इस अवसर पर डाॅ0 अंगद सिंह, डाॅ0 दिवाकर मिश्र, आर. के. सिंह, संतोष दीक्षित सहित अन्य विद्यालयों के शिक्षक एवं शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे।