मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम सकुशल भव्य तरीके व हर्शाेउल्लास के साथ धूमधड़ाके के साथ हुआ सम्पन्न
सभी धर्मो के वर-वधुओं ने वैदिक मंत्रों व कुरान की आयतों की ध्वनियों के बीच किया गृहस्थ जीवन में प्रवेश
पूर्व सांसद, डीएम, विधायक व गणमान्यजनों ने वर-वधु को दिया आशीर्वाद
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अकबरपुर महाविद्यालय में जनपद में 251 जोडों का सामूहिक विवाह आयोजित किया गया। जिसमें वैदिक मंत्रोउच्चारण व मंगलगीत के साथ साथ कुरान की आहतो व हदीसो की मंगलध्वनि के मद 224 सनातनधर्मालंबी जोडों व 27 मुस्लिम जोडों ने आज से अपने वैवाहिक जीवन की शुरूआत करते हुए सुख दुख में साथ रहने का वचन दिया। जहां सनातन जोडों का पाडीग्रहण संस्कार गायत्री परिवार के द्वारा मन्त्रोउच्चारण कर पूर्ण कराया गया। वहीं मुस्लिम सम्प्रदायक के जोडों का काजी द्वारा निकाह/खुतवा पडकर आपसी सामंजस्य से मेहर मुकर्रर कराकर कराई गयी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
उक्त अवसर पर योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत गरीब, जरूरतमंद और बेसहारा परिवारों की बेटियों, विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत सामूहिक विवाह करने वाली सभी कन्याओं की शादी पर सरकार 51,000 रुपए खर्च करती है। इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए कन्या या कन्या के अभिभावक प्रदेश के मूल निवासी होने चाहिए। शादी कर रहे जोड़े में बेटी 18 वर्ष तथा उसका होने वाले वाला पति 21 साल से कम उम्र का नहीं होना चाहिए। इसके अलावा कन्या का नाम समग्र विवाह पोर्टल पर रजिस्टर भी होना चाहिए। ऐसी परित्यक्ता महिला जो निराश्रित हो और स्वयं के पुनर्विवाह के लिये आर्थिक रुप से सक्षम न हो। इसके अलावा जिनका कानूनी रूप से तलाक हो गया हो वे भी इस योजना के लाभ ले सकती हैं। ऐसी विधवा महिला जो निराश्रित हो और स्वयं के पुनर्विवाह के लिए आर्थिक रुप से सक्षम न हो।
उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी ने कहा कि हमउ क्त जोडों की तरफ से प्रदेश सरकार व मा0 मुख्यमंत्री जी का ह्रदय से आभार व्यक्ति करते है कि उन्होंने इस योजना की धनराशि 35 हजार रूपये बढ़ाकर 51 हजार रू0 कर दी है साथ ही उन्होंने सामूहिक शादी को एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि सामूहिक शादी में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नही होता है और न ही समाज में व्याप्त दहेज जैसी कुरीति का प्रभाव पडता है। इस प्रकार की शादियां समाज में नई चेतना लाने का कार्य करती है तथा शादी जैसे शुभकार्य में होने वाले अपव्यय पर भी लगाम लगाती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक प्रतिभा शुक्ला ने अपने उद्बोधन का शुभारंभ गायत्री मन्त्रोउच्चारण से करते हुए कहा कि बेटियां एक तरफ तो जहां माता पिता की लाडली होती है वहीं दूसरी तरफ अर्थात अपनी ससुराल में अन्नपूर्णा के रूप में परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी संभालती है वहीं एक बेटी के रूप में अपने सास ससुर की सेवा करती है और अपने पति के साथ जीवनसंगिनी के तौर पर उसके हर सुख दुख में साथ देती है। उन्होंने नवदंपतियों के खुशहाल जीवन की कामना करते हुए उनके दाम्पति जीवन में कभी किसी भी प्रकार की समस्या न आने का आशीष वचन दिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन से जहां एक साथ सैकड़ों शादियां एक ही मण्डप व एक ही स्थान पर हो रही है इससे फिजूल खर्चे पर भी रोक लगने के साथ ही सामाजिक बुराईयां भी दूर हो रही है।
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राहुल देव अग्निहोत्री ने जिलाधिकारी के निर्देशन में कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग करने वाले समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह जिलाधिकारी के निर्देशन में ही सम्भव है कि विगत 10 फरवरी 2018 को इसी योजना के अन्तर्गत 103 जोडों को दाम्पति बंधन सूत्र में बांधा गया था और आज उसी कडी में 251 जोडों को आज दम्पत्य में बंधा है और इतना ही नही कार्यक्रम केे आयोजन में भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही है साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा इस योजना के अन्तर्गत लगभग ढाई सौ करोड धनराशि आवंटित कर निर्धन कन्याओं के विवाह हेतु एक पुनीत कार्य को और आगे बढ़ाया है। उन्होंने गृहस्थ आश्रम में प्रवेश करने वाले नवविवाहितों को उनके दाम्पत्य जीवन की सुखद व सम्पूर्ण कामना की है।
उक्त अवसर पर आगंतुकों का ध्यन्यवाद ज्ञापित करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वार समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं सामान्य वर्ग के ऐसे परिवार जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे है। उनका भी निर्धारित आयु पर विवाह सम्पन्न कराते हुए लाभान्वित कराये जाने की व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गरीब, जरूरतमंद और बेसहारा परिवारों की बेटियों, विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत सामूहिक विवाह करने वाली सभी कन्याओं की शादी पर सरकार 51,000 रुपए खर्च करती है। इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए कन्या या कन्या के अभिभावक प्रदेश के मूल निवासी होने चाहिए। शादी कर रहे जोड़े में बेटी 18 वर्ष तथा उसका होने वाले वाला पति 21 साल से कम उम्र का नहीं होना चाहिए। इसके अलावा कन्या का नाम समग्र विवाह पोर्टल पर रजिस्टर भी होना चाहिए। ऐसी परित्यक्ता महिला जो निराश्रित हो और स्वयं के पुनर्विवाह के लिये आर्थिक रुप से सक्षम न हो। इसके अलावा जिनका कानूनी रूप से तलाक हो गया हो वे भी इस योजना के लाभ ले सकती हैं। ऐसी विधवा महिला जो निराश्रित हो और स्वयं के पुनर्विवाह के लिए आर्थिक रुप से सक्षम न हो।
उन्होंने बताया कि नवजोडे को यूनाईटेड प्रेशर कुकर 3 ली0 1 नग, डिनर सैट 57 आईटम, भगौना 2 नग, कढाई 1 नग, चम्चा 1 नग, पोनिया 1 नग, चाय चलनी 1 नग, वेनिटी किट 1 नग, पायल चाॅदी एक जोडी एवं बिछिया 6, साडी कढाई महरूम कलर एवं ब्लाउज, एक पेटीकोट, चुनरी महरूम कलर, दुल्हा हेतु पैन्ट शर्ट, भाॅवर हेतु फैटा, दुल्हा की पगडी आदि उपहार स्वरूप दी गयी। इसके अतिरिक्त समाजसेवी /औद्यानिक संस्थाओं के माध्यम से कन्यादान स्वरूप पैन्ट शर्ट, साडी, प्रेशर कुकर, गिफ्ट पैक प्रदान किये गये।
कार्यक्रम के दौरान गणमान्य नागरिकों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विद्यालय परिसर में स्थापित किये गये ढाई सैकडा विवाह वेदियों व विवाह स्थल पर स्वयं जाकर नवदंपतियों से उनके अनुभव जाने और साथ ही उन्हें आर्शीवाद देकर अनुग्रहित किया। कार्यक्रम का संचालन अपनी सौम्य व मधुर भाषाशैली के लिए जाने-जाने वाले प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट अजय शुक्ला द्वारा किया गया।
वहीं सिविल लाइन माती रोड लक्ष्मी ब्यूटी पार्लर मीना कुशवाहा व उनकी सहकर्मी शीतल पाल, डिम्पल, आरती, पूजा, शिखा, सोनम गुप्ता, सुमन चैरसिया, स्वेता, शिवांगी, चाहना, अंकिता, स्मिता, सुनीता यादव, आकांक्षा, शक्ति सिंह, प्रेमलता, शीलू, सुकन्या, शिवांगी, सुनीता यादव, शक्ति सिंह, स्विेता, पूजा आदि सहित नेहरू युवा केन्द्र द्वारा तीन दर्जन ब्यूटी एक्सपर्टं द्वारा 251 दुल्हन को सजाने का कार्य किया जिसकी अधिकारियों, बरातियों, जनातियों भूरि-भूरि प्रसंसा की गयी।
उक्त अवसर पर चेयरमैन ज्योतिषना कटियार, चेयरमैन सिकन्दरा, पूर्व जिलाध्यक्ष बीजेपी श्याम सिंह सिसौदिया, जिला महामंत्री भारतीय जनता पार्टी रामप्रकाश, सीडीओ डा0 महेन्द्र कुमार राय, एडीएम प्रशासन पंकज वर्मा, एडीएम वित्त एवं राजस्व साहब लाल, उप जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह, अंजू वर्मा, दीपाली कौशिक, विजेता, राजीव उपाध्याय, राजीव राज, रामशिरोमणि, जेपी पाण्डेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, एमएमए मणीन्द्र सिंह, डीडीओ अभिराम त्रिवेदी, पीडी शिवंशंकर पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय, डीपीआरओ अजय कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ कोषाधिकारी केके पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी रविचन्द्र जैसवाल, जिला कृषि अधिकारी सुमित पटेल, उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव, बीडीओ, जिला आबकारी अधिकारी, डीआईओएस, डीएसओ, बीएसए, जिला क्रीडाधिकारी, सभी ईओ आदि जनपदस्तीय अधिकारी व कर्मचारीगण सहित भारी संख्या में वर व वधु पक्ष के परिजन आदि उपस्थित रहे।