नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। अप्रैल-फरवरी 2018-19 के दौरान कोयले का उत्पादन 638.46 मिलियन टन (एमटी) रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 591.42 एमटी कोयले का उत्पादन हुआ था। इस प्रकार वर्ष दर आधार पर 8.0% की वृद्धि दर्ज हुई।
कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का वर्ष 2018-19 के लिए कोयला उत्पादन लक्ष्य 610.00 एमटी निर्धारित किया गया था। अप्रैल-फरवरी 2018-19 के दौरान कोयले का उत्पादन 527.70 एमटी रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह उत्पादन 495.08 एमटी रहा था। इस प्रकार वर्ष दर वर्ष आधार पर वृद्धि दर 6.6% रही।
सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) का वर्ष 2018-19 के लिए कोयले का उत्पादन लक्ष्य 65.00 एमटी निर्धारित किया गया था। अप्रैल-फरवरी 2018-19 के दौरान कोयले का उत्पादन 57.94 एमटी रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह उत्पादन 54.64 एमटी रहा था। इस प्रकार वर्ष दर वर्ष आधार पर 6.0% की वृद्धि दर दर्ज हुई।
आबद्ध खानों का कोयला उत्पादन लक्ष्य वर्ष 2018-19 के लिए 40.00 एमटी निर्धारित किया गया था। अप्रैल-फरवरी 2018-19 के दौरान कोयले का उत्पादन 44.41 एमटी रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 33.76 एमटी कोयल का उत्पादन हुआ था। इस प्रकार वर्ष दर वर्ष आधार पर 31.6% की वृद्धि दर दर्ज हुई। इस प्रकार आबद्ध खानों ने फरवरी 2019 तक अपने कोयले का उत्पादन लक्ष्य (40.00 एमटी) पहले ही अर्जित कर लिया है।
2018-19 के लिए अन्य खानों का कोयला उत्पादन लक्ष्य 15.00 एमटी निर्धारित किया गया था। अप्रैल-फरवरी 2018-19 के दौरान इन खानों का कोयला उत्पादन 8.40 एमटी था, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 7.94 एमटी कोयले का उत्पादन हुआ था। इस प्रकार वर्ष दर वर्ष आधार पर 5.8% की वृद्धि दर प्राप्त हुई है।