घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। आए दिन अधिवक्ताओं के साथ हो रही घटनाओं तथा अधिवक्ताओं की सुरक्षा एवं विभिन्न समस्याओं को लेकर घाटमपुर बार एसोसिएशन के बैनर तले स्थानीय अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन के बाद राज्यपाल को संबोधित 4 सूत्री ज्ञापन तहसीलदार घाटमपुर को सौंपा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार दोपहर घाटमपुर बार एसोसिएशन अध्यक्ष श्याम बाबू सचान के नेतृत्व में स्थानीय अधिवक्ताओं ने बैठक के बाद महामंत्री शिव सिंह परमार केसाथ पिछले दिनों पेशी पर आए शूटर शेखर सिंह द्वारा जानमाल की धमकी देने एवं अभद्र व्यवहार करने आदि पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लायंर्स हाल में बैठक की तथा बार एसोसिएशन अध्यक्ष श्याम बाबू सचान के नेतृत्व में सभी अधिवक्ताओं ने तहसील कैंपस पहुंचकर उप जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में तहसीलदार विजय यादव को राज्यपाल को संबोधित चार सूत्री ज्ञापन सौंपा। जिसमें उत्तर प्रदेश के समस्त बार एसोसिएशन के अधिवक्ता साथियों के साथ मारपीट जानमाल की धमकी हत्या लूट जैसी अप्रिय घटनाओ को रोकने और उनके परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की गई। तथा 25 जुलाई को घाटमपुर बार एसोसिएशन के महामंत्री शिव सिंह परमार एडवोकेट को अपराधी शेखर सिंह ठाकुर द्वारा जानमाल की एवं हत्या किए जाने की धमकी के संबंध में लाइसेंसी शस्त्र उपलब्ध कराने तथा महामंत्री व उनके परिवार की जान माल की रक्षा सुरक्षा शासन द्वारा कराए जाने की मांग की गई। एवं घाटमपुर बार एसोसिएशन के तहसील उप कोषागार की व्यवस्था, 5000 के अलावा 10,000 15,000 20,000 के स्टाम्प कानपुर कोषागार से स्टांप वेंडरों के द्वारा लेकर आने जाने में हो रही जेब कतरी तथा लूट की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उप कोषागार की घाटमपुर में व्यवस्था किए जाने की मांग की गई है। बार एसोसिएशन के अधिवक्ता टीन शेड के नीचे बैठ कर अपनी वकालत के पेशे को बड़े ही संघर्षों से कैंपस में करते है।बरसात के पानी भरने से मूल पत्रावली भीगने एवं नष्ट होने की समस्या को देखते हुए अधिवक्ताओं के टीन सेड के चेंबरों को पक्के चेंबर शासन द्वारा बनवाए जाने की मांग ज्ञापन में की गई है। इस मौके पर मुख्य रूप से बार एसोसिएशन अध्यक्ष श्याम बाबू सचान, महामंत्री शिव सिंह परमार, सईद अहमद, हरिओम सिंह, महेंद्र वर्मा, आशुतोष सचान, जगपाल सिंह, बलवान सिंह, कमलापति त्रिपाठी, इंद्रपाल सिंह, उजियारी लाल यादव, गुरु प्रसाद गौतम, भानु प्रताप सिंह, बहादुर सिंह, संजय अग्निहोत्री, रामप्रकाश भदोरिया, सुरेश सिंह, महेश श्रीवास्तव, शिव कुमार निगम, विजय बाबू, देवेंद्र सिंह सचान, किशनलाल सविता, राजेश यादव, लवलेश संखवास, राजकुमार संखवार, राम बहादुर, माधुर्य सिंह आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।