Tuesday, November 26, 2024
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विनोद उपाध्याय फिर से बने जिला पंचायत अध्यक्ष, 1 वोट से जीत दर्ज

ओमवती यादव को मिले 12 वोटःकड़ा रहा मुकाबलाःसमर्थकों द्वारा जमकर नारेबाजीःस्वागत
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जिले की सबसे बडी पंचायत जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के चुनाव में आज जबरदस्त कडा मुकाबला देखने को मिला और दोनों ही खेमा द्वारा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी गई थी और मात्र एक वोट से पूर्व ऊर्जा मंत्री अनुज विनोद उपाध्याय विजयश्री प्राप्त कर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो गये हैं। चुनाव में तीन सदस्यों द्वारा क्रास वोटिंग किये जाने से चुनाव बेहद रोमांचक हो गया था और चुनाव मतदान कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित किया गया था तथा पूरे कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था तथा जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान सहित जिले के आला अधिकारी व कई थानों की फोर्स मौजूद थी जबकि दोनों ही पक्षों के हजारों समर्थक कलेक्ट्रेट के बाहर जमे हुए थे तथा विनोद उपाध्याय के विजयश्री प्राप्त करने पर समर्थकों द्वारा उनका फूल मालाओं से लादकर जोशीला स्वागत किया गया।
उल्लेखनीय है कि गत मई माह में निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ओमवती यादव के खिलाफ जिला पंचायत के 25 सदस्यों में से 16 सदस्यों जिनमें श्रीमती सरोज उपाध्याय, रामेश्वर उपाध्याय, विनोद उपाध्याय, कल्पना उपाध्याय, सत्यप्रकाश, श्रीमती आशा देवी, श्रीमती उर्मिला देवी, सत्यपाल, इन्द्रजीत, श्रीमती रामवती बघेल, सुरेन्द्र कुमार, श्रीमती मुन्नी देवी, श्रीमती सुनीता देवी, प्रमोद कुमार, राजकुमार व ब्रजमोहन राही द्वारा जिलाधिकारी को अपने शपथ पत्र देकर अपना अविश्वास जताया था और जिलाधिकारी से अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की मांग की थी जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरांत जिला पंचायत कार्यालय पर सिविल जज की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव मतदान आयोजित कराया गया था जिसमें ओमवती यादव के खिलाफ 16 वोट व उनके पक्ष में मात्र 9 वोट पडे थे।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में प्रशासन द्वारा अविश्वास प्रस्ताव परिणाम शासन को भेजने के उपरांत उ.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आज 29 जुलाई की तिथि मतदान के लिए तय की गई और 22 जुलाई को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किये गये थे जिसमें विनोद उपाध्याय, श्रीमती सरोज उपाध्याय व श्रीमती ओमवती यादव द्वारा नामांकन किये गये थे तथा नामांकन के उपरांत राजनैतिक पंडितों द्वारा तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि पूर्व ऊर्जा मंत्री खेमा को 16 वोट मिलेंगे और विपक्षी खेमा को मात्र 9 वोट ही प्राप्त होंगे और समर्थक जीत को लेकर आश्वस्त थे।
कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिलाधिकारी न्यायालय में आज जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी प्रवीन कुमार लक्षकार के निर्देशन एवं मतदान अधिकारी/जिला विद्यालय निरीक्षक सुनील कुमार, सहायक मतदान अधिकारी/उपजिलाधिकारी पेशकार प्रताप चैधरी की देखरेख में मतदान कराया गया तथा मतदान का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक था और सभी सदस्यों द्वारा मतदान करने के उपरांत अपने-अपने समर्थकों के साथ चर्चा में मशगूल हो गये थे और दोपहर 3 बजे से वोटों की गिनती शुरू की गई जिसमें दोनों प्रत्याशियों के बीच कडा मुकाबला देखने को मिला और विनोद उपाध्याय ने जहां 13 मत प्राप्त किये वहीं उन्होंने मात्र एक वोट से विजयश्री हासिल की है जबकि ओमवती यादव को मात्र 12 वोट मिले लेकिन यहां यह बात काफी मुकाबले की दिखी कि ओमवती यादव को 9-10 वोटों पर ही माना जा रहा था वह 12 वोटों पर पहुंच गईं और तीन सदस्यों द्वारा क्रास वोटिंग कर चुनाव में रोमांच पैदा कर दिया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर विनोद उपाध्याय के विजयश्री प्राप्त करने के उपरांत जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी प्रवीन कुमार लक्षकार द्वारा चुनाव परिणाम घोषित करते हुए बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के निर्वाचन में श्री विनोद उपाध्याय को 13 मत एवं श्रीमती ओमवती यादव को 12 मत प्राप्त हुए हैं और विनोद उपाध्याय को एक मत से विजयी घोषित किया गया है। तदुपरांत जिलाधिकारी द्वारा विनोद उपाध्याय को प्रमाण पत्र दिया गया।
पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय द्वारा पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय के खिलाफ लाये गये अविश्वास पत्र के बाद ऐलान किया था कि वह फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होंगे और उनकी वाणी आज सत्य हो गई और उनके अनुज विनोद उपाध्याय पुनः जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज हो गये हैं। विजयश्री प्राप्त करने के उपरांत मीडिया से मुखातिब होते हुए श्री उपाध्याय ने कहा कि हमें 18 वोटों की उम्मीद थी पर कुछ सदस्यों ने विश्वासघात किया है पर मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमें वोट दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से जिले में जिला पंचायत द्वारा कोई काम नहीं किया गया है और कई काम रूके पडे थे लेकिन अब जिले में विकास कार्य तेजी से होंगे और हर गांव, ब्लाक में कार्य होंगे और जनता की भावनाओं के द्वारा हम पुनः आज जीते हैं और हजारों समर्थकों का व जिले की जनता का आभार प्रकट करते हैं।
विजयश्री प्राप्त करने के उपरांत नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय ने कहा कि हमें 16 वोटों की उम्मीद थी लेकिन 3 लोग चले गये हैं और उन्होंने सवाल के जबाव में कहा जो गये हैं वो अपने ही थे। उन्होंने कहा कि ये जीत जिले की जनता की जीत है रामवीर उपाध्याय की जीत है और अब विकास कार्य तेजी से होंगे जो पिछले दो साल में नहीं हुए थे। हर गांव गली में कार्य होंगे और शासन से और ज्यादा धनराशि की मांग की जायेगी तथा जनता की उम्मीद पर खरा उतरेंगे।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कलेक्ट्रेट पर पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के हजारों समर्थक मौजूद थे तथा रामवीर उपाध्याय, श्रीमती सीमा उपाध्याय, विनोद उपाध्याय, रामेश्वर उपाध्याय के कलेक्ट्रेट से बाहर आते ही समर्थकों द्वारा जोशीली जमकर नारेबाजी की गई और फूल मालाओं से लादकर उनका जोरदार स्वागत किया गया। चुनाव को लेकर पूरा कलेक्ट्रेट परिसर छावनी में तब्दील था और पुलिस कप्तान सिद्धार्थ शंकर मीणा, अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ वर्मा, एसडीएम सदर नितिश कुमार, कलेक्ट्रेट प्रभारी आदि अधिकारी नजर रखे हुए थे और आम लोगों का कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट से प्रवेश बंद था।