हाथरस, नीरज चक्रपाणि। शहर के पसरट्टा बाजार स्थित कांग्रेस कार्यालय पर आज आयोजित बैठक में कांग्रेस के प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी के सामने जिला अध्यक्ष की नियुक्ति का विरोध करने आए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा अनुशासनहीनता का जहां जमकर परिचय दिया गया। वहीं कांग्रेस आलाकमान की जिला प्रभारी के सामने जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए गए तथा निर्णय बदलने की मांग करते हुए जमकर धक्का-मुक्की व तीखी नोकझोंक भी की गई। बैठक का माहौल इतने निम्न स्तर का बन गया कि देखने से लगे कि किसी राष्ट्रीय पार्टी की मीटिंग नहीं एक छोटे से गांव मौहल्ले की मीटिंग है क्या?
बताया जाता है आज पसरट्टा बाजार स्थित कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेस पार्टी की एक बैठक आयोजित की गई जिसमें कांग्रेस के प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी मुकेश धनगर बैठक में भाग लेने आए थे और बैठक शुरू होने के दौरान ही ग्रामीण अंचलों से आए कुछ लोग भी आ गए और उन्होंने बैठक शुरू होने से पहले ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष के निर्णय को बदलने की मांग करते हुए अपनी अनुशासनहीनता व निम्नता का परिचय देना शुरू कर दिया तथा जमकर हाय तौबा व हंगामा करते हुए जिला प्रभारी से जहां तीखी नोकझोंक की गई वहीं धक्का-मुक्की भी हुई। इसके साथ ही कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ जिला प्रभारी के सामने ही जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए गए और अनुशासनहीनता का पूर्ण परिचय दिया गया। जबकि कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा बैठक में जूते भी उछाले गये। और कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह हंगामा और हाय तौबा करने से बाज नहीं आए और एक बार की स्थिति ऐसी बन गई कि कहीं मारपीट ना हो जाए।
उक्त संबंध में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का कहना है कि पार्टी के अनुशासन में रहकर अपनी बात रखनी चाहिए थी। इस तरह हंगामा व हाय तौबा कर अनुशासनहीनता का परिचय दिया गया है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अगर उनकी कोई कमी है तो उसे आलाकमान को बताएं तथा जिन लोगों द्वारा हंगामा किया गया या कराया गया वह लोग जिलाध्यक्ष व शहर अध्यक्ष के उम्मीदवार रहे हैं और कांग्रेस पार्टी एक थी एक है और एक ही रहेगी।