फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। माध्यमिक शिक्षक संघ ने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षक, कर्मचारियों, पुलिस प्रशासन, डाक्टर व अन्य सभी निगमों के कर्मचारियों का अगले डेढ़ वर्षों तक महंगाई भत्ता व अन्य 6 भत्ते रोके जाने पर रोष प्रकट किया है। शिक्षक संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपने फैसले पर एक बार फिर विचार करने की बात कही।
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष उमेश चंद्र यादव ने कहा है कि सरकार तानाशाही के बल पर अध्यापकों व कर्मियों को समाज में बदनाम करने का घिनौना षड्यंत्र कर रही है। शिक्षक व कर्मचारी, पुलिस प्रशासन, सभी निगमों के साथी इस संकट की घड़ी में पूरी तल्लीनता से कार्य कर रहे हैं। सरकार को अपने कर्मचारियों का इस समय मनोबल बढ़ाना चाहिए, न कि नकारात्मक सोच के साथ उनको हतोत्साहित किया जाए। आज सरकारी कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल कर अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। साथ ही कहा कि शिक्षक स्वयं निर्णय लेने में सक्षम है। शिक्षकों ने पहले ही अपने-अपने एक-एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में दे दिया। आगे भी जरूरत पढ़ने पर मदद करने का काम करेगा। इसके बाद भी शिक्षको का डीए खत्म किया जा रहा हैं। जो कि गलत है। शिक्षक संघ सरकार से मांग करता है कि इस आदेश पर पुनः विचार कर कर्मचारियों व उनके परिवार के हितों का ध्यान रखते हुए वापस ले तथा भत्तों की प्रकिया अनवरत जारी रखी जाए। मांग करने वालों मे उमेश चन्द्र यादव, राजीव शर्मा जिला मंत्री, सुरेश चंद्र मिश्र जिला कोषाध्यक्ष, ओम प्रकाश यादव अंकेक्षक, शिव शंकर शर्मा, राधे श्याम उपाध्याय, रामकेश यादव, डा.राघवेंद्र यादव, रमेश यादव, संजीव जैन, पंकज भारद्वाज, विनीत कुमार, गोकुल चंद गौतम, रनवीर सिंह, प्रमोद कुमार, स्वदेश मिश्र, लाल सिंह, जकिया सुलताना, सीमा सिंह आदि शामिल हैं।