सासनी/हाथरस, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 21 लाॅक डाउन के बाद 14 अप्रैल को सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से गुफ्तगू करने के बाद दूसरी बार लाॅक डाउन लगाने की सहमति देने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि लाॅकडाउन का मतलब टोटल लाॅक डाउन है। इसलिए लाॅकडाउन का सख्ती से शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित कराया जाए। लाॅकडाउन का उल्लंघन अथवा दुरुपयोग करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। उन्होंने समस्त गतिविधियों में प्रत्येक दशा में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
सासनी में लाॅक डाउन का जमकर उलंघन हो रहा है, जिससे पुलिस को काफी संघर्ष करना पड रहा है। सुबह होते ही बैंकों पर लोगों की भीड उमडने लगती है। यहां सोशल डिस्टेंस का कोई अर्थ मायने नहीं रखता। इसके अलावा बाजारों में भी प्रतिबंधित लोग अपने प्रतिष्ठानों को खोलकर बैठ जाते हैं इन लोगों को भगाने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत का सामना करना पडता है। सेंट्रल बैंक बस स्टेण्ड के निकट है। यहां सोशल डिस्टेंस के लिए कभी कोई नियम नहीं बनाया गयां यहां मैनेजर एवं अन्य कर्मचारी अंदर बैठ जाते है। और लोगों की भीड बाहर खडे होकर कोरोना प्रभाव को बढावा देने का कार्र करती है। इसके अलावा बैंक में किसी भी प्रकार का सेनेटाइजर ग्राहकों के लिए उपलब्ध नहीं है। जिससे लेन-देन करने के लिए ग्राहकों के हाथों को सेनेटाइज कराया जा सके। इस बैंक पर पुलिस भी अपनी जिम्मेदारी निभाने से पीछे हटती है। बैंक के निकट खडे वाहन और जमा भीड के कारण मार्ग में निकलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पडता है। इसके अलावा शहीद पार्क में वर्षों से कपडे के फड लगाकर बैठने वाले भी सुबह होते ही अपनी दुकानों को सजा लेते हैं जिससे यहां भीड बढ जाती है। अक्सर देखा जा रहा है कि लाॅक डाउन का पालन करते-करते लोग थक गये है। मगर उन्हें यह नहीं पता कि कोरोना बीमारी कितनी घातक है। एक व्यक्ति यदि इस बीमारी से ग्रसित है तो वह भीड में खडे लाखों लोगों को पलभर में ग्रसित कर देगा। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के निर्देशों और आदेशों का जमकर मखौल उडाया जा रहा है।