ध्यान करो, कुछ योग करो।
काया को तुम निरोग करो।
प्रतिदिन प्रातः में उठकर
योगासन सब लोग करो।।
योग न सिर्फ एक व्यायाम है।
विविध आसन प्राणायाम है।
यह तो तन, मन, आत्मा को
जोड़ने वाला एक आयाम है।।
यह भारत की पहचान है।
योग विशुद्ध विज्ञान है।
सदियों की प्राचीन परंपरा,
ऋषियों का अनुसंधान है।।
ये अन्य देशों ने भी माना है।
कि योग सेहत का खजाना है।
विश्व योग दिवस पर यह बात,
आज जन-जन तक पहुँचाना है।।
जीवन में योग को अपनाओ।
शरीर स्वस्थ, सुखमय बनाओ।
इसकी अहमियत समझाकर
औरों को, अपना फर्ज निभाओ।।
-सोनल ओमर कानपुर, उत्तर प्रदेश
हिंदी साहित्य की विद्यार्थी एवं स्वतंत्र लेखक