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भर्ती बोर्ड की लापरवाही की सजा भुगत रहे 4000 भावी दरोगा

2017.05.27 01 ravijansaamnaसैकड़ों अभ्यर्थियो ने लखनऊ में डाला डेरा, प्रदर्शन किया बोले सरकार कराए पोस्टिंग,
लखनऊ, पंकज कुमार सिंह। पुलिस बल की कमी से जूझ रहे उत्तर प्रदेश को आज भी पुलिस बल की मांग बनी हुई है। इसी कमी की पूर्ति के प्रयास में तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2011 में 4000 दरोगाओं की भर्ती की गई थी। लेकिन यह भर्ती आज तक नहीं हो सकी। जबकि इस भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण वर्ष 2016 में पूरा हो चुका है। शनिवार को दरोगा भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों ने पोस्टिंग की मांग को लेकर लखनऊ में 26 मई से लगातार आमरण अनशन पर बैठ गए है। शुक्रवार को सैकड़ो अभ्यर्थियों ने कैण्डल मार्च भी निकाला था। अभ्यर्थियों की मांग है कि ग्रुप डिस्कशन हो चुका है और प्रशिक्षण भी पूरा हो चुका है। अब सरकार पोस्टिंग कराए। सामूहिक बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि मामला कोर्ट में गया। इसपर पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा कोर्ट के आदेशों की गलत व्याख्या कर पोस्टिंग रोकी गई है। उन्होंने सरकार से पोस्टिंग की मांग की है।
दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर
2011 की पुलिस भर्ती प्रक्रिया में चयनित होने के बाद वर्ष 2016 में सभी प्रशिक्षु दरोगाओं का प्रशिक्षण पूर्ण हो गया लेकिन आज तक पोस्टिंग नहीं दी गई।ऐसे में 4000 दरोगाओं की पोस्टिंग न होने से अभ्यर्थी दरदर की ठोकरें खाने को मजबूर है। सैकड़ों अभ्यर्थी ऐसे है जो देश के लिए रक्षा सेवा से जुड़ने की चाहत में अन्य नौकरियां छोड़कर पुलिस की नौकरी में आए थे। ऐसे में पोस्टिंग न मिलने से वे खाने व घर चलाने के लिए मोहताज हैं।