रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने बसों का किराया तो बढ़ा दिया,लेकिन यात्रियों की सुविधाओं को लेकर सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए।सुविधाहीन पुरानी खटारा बसों में ही सफर करना यात्रियों की मजबूरी बन चुका है।परिवहन विभाग की अधिकांश बस की सीटें खस्ताहाल और शीशे टूटे हैं।नतीजतन आए दिन रोडवेज की बसें रास्ते में खराबी के चलते खड़ी हो जाती हैं।इससे यात्रियों को सफर तय करने के लिए दूसरी बसों का सहारा लेना पड़ता है। कई पुरानी बसों में सीटें भी खस्ताहाल हैं,तो कई में शीशे सही नहीं होने से सर्दी के मौसम में मुसाफिरों को रात में यात्रा करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रोडवेज में शामिल कुछ एसी और नॉन एसी बसें बाहर से तो शोरूम से निकली हुई मालूम पड़ती हैं लेकिन मार्ग में फर्राटा भरते समय उनकी हालत सुविधाजनक नहीं है जिसकी वजह से हर दिन राजमार्ग कहीं न कहीं खराब हो जाती हैं।रोडवेज विभाग के किराया बढ़ा देने के बाद भी सुविधाएं नहीं दिए जाने से यात्रियों में रोष है।यात्रियों का कहना है जब रोडवेज किराया बढ़ाता है तो यात्रियों के लिए बसों में सुविधाएं भी बढ़ानी ही चाहिए।प्रयागराज से लखनऊ राजमार्ग पर परिवहन निगम अपनी सैकड़ों बसों का संचालन करता है। इन्ही असुविधाओं के चलते लखनऊ प्रयागराज राजमार्ग पर ऊंचाहार क्षेत्र के नजदीक आज एक परिवहन विभाग की पिंक सेवा बस का गियर बॉक्स फेल हो गया हालांकि चालक की सूझबूझ से बस को किनारे रोक लिया गया और यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया।राजमार्ग पर इस तरह आए बसों के खराब हो जाने से स्थानीय लोग यात्रियों की मदद करते नजर आते हैं यहां तक कि पत्रकार भी कवरेज के साथ-साथ यात्रियों की मदद करते दिखाई पड़ते हैं।हालांकि स्थानीय पुलिस भी सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों को दूसरी बस में बैठ जाने तक मार्ग पर निगरानी बनाए रखता है।