बुलंदशहर, जन सामना ब्यूरो। सभागार में आयोजित विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डाॅ0 रोशन जैकब ने प्राथमिकता के चिन्हित कार्यक्रमों की विभागवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यक्रम कागजों पर न होकर धरातल पर दिखायी देने चाहिए। उन्होंने तहसील दिवस एवं थाना दिवसों में आने वाली शिकायतों एवं समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि तहसील दिवसों में आने वाली शिकायतों को गंभीरता से न लिये जाने के कारण 395 शिकायतें लंबित है।
उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इनका निस्तारण 7 दिन के अन्दर करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सन्दर्भ, डीएम जनता दर्शन तथा आयुक्त महोदय की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उनका निस्तारण कराना सुनिश्चित करें इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये।
उन्होंने राजस्व वादों की शिकातयों का निस्तारण न होने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इसे प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण हर हाल में करना सुनिश्चित करें तथा पहले से चली आ रही लंबित शिकायतों का भी निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें।
कृषि आवंटन, आवास आवंटन, कुम्हारी कला, वृक्षारोपण आदि की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इनके कार्य में तेजी लाये जाये तथा कृषक दुर्घटना बीमा योजना, आम आदमी बीमा योजना, छात्रवृत्ति योजना के अन्तर्गत गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति प्राथमिकता के आधार पर दिलाया जाना सुनिश्चित करें तथा इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरते।
जिलाधिकारी ने पट्टा आवंटन की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार व संबंधित के विरूद्ध जांच करने के आदेश दिए तथा उन्होंने कहा कि जांच की प्रक्रिया 10 दिन के अन्दर पूर्ण कर ली जाये। जिससे कि अन्य तहसीलों में अवैध पट्टे की शिकायत की पुनरावृत्ति न होने पाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए उप जिलाधिकारी व तहसीलदार मौके पर जाकर निरीक्षण करें तथा अतिक्रमण हटवाते समय वहां फोटोग्राफी तथा आस पास के संबंधित लोगों के हस्ताक्षर कराना सुनिश्चित कर इसकी एक प्रति संबंधित थाने को अवश्य उपलब्ध करायें। अधिकतर तहसीलों की विकास कार्यो की स्थिति सही न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी बैठक में कार्य भौतिक रूप से सत्यापन के साथ प्रस्तुत करें तथा फर्जी आंकड़े बाजी प्रस्तुत न करें। यदि दोबारा फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किये तो उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने अवैध रूप से तालाबों पर कब्जे के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश संबंधित को दिये तथा उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन के पट्टों के कार्यो को पूर्ण कर लिया जाये तथा जनपद में तहसीलवार अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को चिन्हित कर रखा है अथवा नहीं और कितने अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के विरूद्ध क्या कार्यवाही हुयी इसकी भी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने हर तहसील के अन्तर्गत गाटा संख्या दर्ज करना तथा खतौनी को आधार से लिंक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मा0 न्यायालय की रिट याचिकाओं का निस्तारण कराना सुनिश्चित करें इसमें किसी भी प्रकार की देरी न करें।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0ध्रा0, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, नगर मजिस्ट्रेट, विशेष कार्याधिकारी इन्दु प्रकाश सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, ईओ नगर पालिका सहित विकास कार्यो से संबंधित समस्त जनपदीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।