पूर्व महिला प्रधान ने अधिकारियों को पत्र भेजकर लगाए आरोप, डीएम से भी की शिकायत
ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता ।बीते एक साल से गोशाला में मवेशियों के लिए खरीदे गए चारा का भुगतान अब तक रुका हुआ है। तत्कालीन प्रधान से गांव में तैनात वीडीओ चारा भुगतान के लिए हिस्सेदारी मांग रहे है। जिसके कारण भुगतान नहीं कर रहे हैं ।मामला जनपद के ऊंचाहार क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोटरा बहादुर गंज का है, गांव की पूर्व प्रधान राजकुमारी का कहना है कि नवंबर 2020 में प्रधानों के अधिकार सीज करके हर पंचायत के संचालन हेतु चुनाव तक समिति गठित की गई थी। इस दौरान कोटरा बहादुर गंज गांव की गोशाला में मवेशियों के चारा के लिए अधिकारियों ने उनको निर्देशित किया था। एक नवंबर से लेकर 31 मई 2021 तक उन्होंने गोशाला के लिए चारा की खरीद की थी। जिसमे करीब ढाई लाख रुपए का भुगतान लंबित है। इस भुगतान के लिए निवर्तमान महिला प्रधान अधिकारियों के चौखट पर लगातार दस्तक दे रही है किंतु उनको भुगतान नहीं किया जा रहा है। वो बताती है कि इस मामले में जिला स्तर तक के अधिकारियों से मिलकर शिकायत की जा चुकी है। खंड विकास अधिकारी तक स्वीकार करते हैं कि भुगतान करने में कर्मचारी लापरवाही कर रहे है। बीडीओ लगातार आश्वासन दे रहे हैं किंतु एक साल से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है।
कर्मचारियों का कहना बिना हिस्सेदारी के भुगतान असंभव
गांव की पूर्व महिला प्रधान का कहना है कि गांव में पहले तैनात रहे ग्राम पंचायत अधिकारी ने भुगतान करने की शर्त रखी थी कि कुल भुगतान का आधा हिस्सा आप दे दो तो आपका भुगतान हो जायेगा, इसके बाद उसका स्थानांतरण हो गया। अब गांव में उनके स्थान पर नया कर्मचारी आया है। जब इनसे भुगतान के किए कहा गया तो इनका कहना है कि भुगतान में कुल चार हिस्सा होगा। जिसमे आपको केवल एक हिस्सा ही मिलेगा ।
कर्मचारियों की इस सौदेबाजी से परेशान पूर्व प्रधान ने अब मामले की शिकायत डीएम समेत कई अधिकारियों से की है। जिसमे उन्होंने कर्मचारियों के भ्रष्ट आचरण का आरोप लगाया है।
खंड विकास अधिकारी तेजराम वर्मा ने इस बारे में बताया कि कर्मचारियों ने भुगतान ने हीलाहवाली की है, उनको चेतावनी दी गई है। चारा का भुगतान कराने की कोशिश की जा रही है।