लखनऊः अखिलेश सिंह। प्रदेश के मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। वीसी में विभिन्न जिलों व विभागों द्वारा प्रमुख उपलब्धियों और आगामी कार्ययोजनाओं को लेकर पीपीटी प्रस्तुत की गई।
वीसी में डीएम लखीमपुर खीरी ने केले के रेशे से बने उत्पादों से संबंधित प्रस्तुति पर मुख्य सचिव ने कहा कि स्टार्टअप और न्यू स्किल के साथ हर अच्छे काम को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित और प्रसारित किया जाए। डीएम श्रावस्ती की तथागत ब्रांड द्वारा निर्मित मसाले और थारू गुलाब जल की प्रस्तुति पर उन्होंने कहा कि आपकी पैकेजिंग बहुत अच्छी है। उत्पादों की क्वालिटी के साथ हाइजीन का भी खास ध्यान रखा जाए। स्थानीय खाद्य उत्पादों के अलावा अन्य दैनिक उपयोग के जरूरी सामानों की जिलों के साथ वहाँ आने वाले पर्यटकों के बीच व्यापक उपलब्धता हो, इसके लिए स्थानीय स्तर पर कपड़े, थैले, पारंपरिक उत्पादों का ज्यादा से ज्यादा निर्माण हो। इस प्रकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर की ओर ले जाने में हर जिले का बहुमूल्य योगदान होगा। वृक्षारोपण से जुड़ी प्रस्तुतियों पर वन विभाग से जुड़े अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि विलुप्तप्राय, त्रेतायुगीन, स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े वृक्षों पर अध्ययन कर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कराया जाए। एग्रोफोरेस्ट्री किसानों की आय और वन्य क्षेत्र बढ़ाने का एक बेहतरीन माध्यम है। इसके लिए विधिवत् प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं।
डीएम औरैया द्वारा प्रस्तुत कबाड़ से बनने वाले साइंस मॉडल पर मुख्य सचिव ने कहा कि बच्चों के अंदर वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने वाले इस प्रकार के प्रयोगों को सभी जिलों में प्रोत्साहन मिलना चाहिए। आज विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि कम होती जा रही है, ऐसे में इन कार्यक्रमों को बढ़ावा देना जरूरी है। कबाड़ से जुगाड़ थीम पर बच्चों और अध्यापकों में कंपटीशन भी कराया जाए।
डीएम संत कबीर नगर की जलभराव रोकने के प्रभावी कदम प्रस्तुति पर निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि बारिश के मद्देनजर सभी जिला अधिकारी और कमिश्नर अपने-अपने जिलों और मंडलों में जलभराव वाले इलाकों की समीक्षा करें और यह भी सुनिश्चित करें की इन स्थानों पर अब तक क्या कार्यवाही हुई है। शहरों में जलभराव की समस्या और गांव में बाढ़ की समस्या को लेकर सरकार बहुत गंभीर है और इसके लिए तमाम योजनाएं बनाई गई हैं। इनका समय समय पर रिव्यु जरूरी है। तटबंध में कहीं कोई कटाव है या अन्य कोई समस्या है तो उसे समय रहते ही ठीक कर लिया जाए। भविष्य में दिक्कत न आए इसलिए तैयारी अभी से पूरी कर ली जाए।
चेस ओलंपियाड आयोजन से पहले के टॉर्च रिले कार्यक्रम से सबंधित प्रस्तुति पर निर्देश देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि चेस ओलंपियाड की टॉर्च रिले सेरेमनी का भाग बनना उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत गौरव का विषय है और हमें इस अवसर का पूरा फायदा उठाना चाहिए। सर पर हमें अपने जिले और अपने प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों, विशेषताओं, पर्यटन स्थलों का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें। जहां-जहां भी टॉर्च रिले का कार्यक्रम हो वहां पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान पूरे प्रदेश में एक उत्सव का माहौल रहे और पूरे देश में प्रदेश में चल रहे कार्यक्रमों की गूंज पहुंचे।
पीएम किसान सम्मान निधि ईकेवाईसी कार्यक्रम को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 15 दिन के भीतर हर हाल में मिशन मोड पर ईकेवाईसी काम को 100 प्रतिशत पूर्ण कर लेना है। सभी संबंधित अधिकारी प्रतिदिन इस अभियान का रिव्यु करें। इसके साथ ही सभी पात्र किसानों के खसरा खतौनी नंबर भी समय से दर्ज करा लिया जाए। ताकि प्रदेश के किसानों को बिना किसी व्यवधान के किसान सम्मान निधि मिलती रहे।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सफल आयोजन और प्रदेश में शांति व्यवस्था और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण को फिर से मजबूत बनाने के लिए प्रदेश प्रशासन को बधाई देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि भविष्य में भी इसी प्रकार से प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहे, कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हमें आगे भी चौकन्ना रहना है।
उन्होंने कहा कि तहसील व थाना दिवस को और प्रभावी बनाने की जरूरत है। सभी अधिकारी संवैधानिक शिष्टाचार का पालन करते हुए समस्त जनप्रतिनिधियों और अपने उच्चाधिकारियों का फोन जरूर उठाएं उनके साथ संवाद कर समस्याओं और उन पर अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराएं। किसी भी अधिकारी की टेबल पर फाइलें व वित्तीय प्रस्ताव लंबित न पड़े हों। हमारे कार्यों से लोग प्रेरित हों हमें ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।
बैठक में सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।